23 जनवरी 2025: आगरा के सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में टीबी जागरूकता रैली का सफल आयोजन
आगरा – दिनांक 23 जनवरी 2025 को आगरा के प्रतिष्ठित सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज में एक विशेष टीबी जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य था टीबी के प्रति जनसमूह में जागरूकता बढ़ाना और 100 दिवसीय टीबी उन्मूलन अभियान को सफल बनाना।
रैली का आयोजन और नेतृत्व
इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन प्रधानाचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता के मार्गदर्शन में किया गया। इस रैली की संयोजक डॉ. रेनू अग्रवाल, जो पब्लिक हेल्थ, एन.टी.ई.पी. की नोडल अधिकारी और कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की आचार्य और विभागाध्यक्ष हैं, ने अपने नेतृत्व में इस रैली को सफलतापूर्वक संपन्न किया। डॉ. प्रीति भारद्वाज, मीडिया प्रभारी अधिकारी, ने भी इस आयोजन की जानकारी देते हुए इसकी सफलता में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यक्रम में उपस्थित प्रमुख व्यक्तित्व
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता (प्राचार्य एवं डीन), डॉ. संतोष कुमार (प्रोफेसर), डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह (प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष, टी.बी. चेस्ट विभाग), डॉ. मनीषा, डॉ. हिमालय सिंह, रेजिडेंट डॉक्टर और अंडरग्रेजुएट छात्र-छात्राओं ने अपनी सक्रिय भागीदारी से इस आयोजन को सफल बनाया।
टीबी जागरूकता रैली का उद्देश्य
रैली का मुख्य उद्देश्य टीबी के प्रति जनसमूह में जागरूकता बढ़ाना था। इस दौरान नुक्कड़ नाटक और जनजागरूकता संदेशों के माध्यम से टीबी के लक्षण, बचाव और इलाज के प्रति जानकारी प्रदान की गई। टीबी एक गंभीर बीमारी है जो समय पर पहचान और उचित उपचार से ठीक की जा सकती है, परन्तु इसके प्रति सही और सटीक जानकारी का होना अत्यंत आवश्यक है।
प्रमुख वक्तव्य और संकल्प
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा, “टीबी उन्मूलन के लिए हमारी यह रैली न केवल जागरूकता को बढ़ावा देने का एक माध्यम है, बल्कि समाज को स्वस्थ बनाने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें गर्व है कि सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के छात्र-छात्राएं और स्टाफ इस महत्वपूर्ण अभियान में भाग ले रहे हैं।”
रैली की संयोजक डॉ. रेनू अग्रवाल ने कहा, “टीबी एक गंभीर बीमारी है जिसे समय पर पहचान और उचित उपचार से पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है। हमें इस रैली के माध्यम से लोगों को जागरूक करना है कि टीबी के लक्षण क्या होते हैं, किस प्रकार से इसका बचाव किया जा सकता है और उपचार प्रक्रिया क्या होती है।”
टीबी चेस्ट विभाग के विभागाध्यक्ष, डॉ. गजेंद्र विक्रम सिंह ने इस अवसर पर कहा, “हमारा उद्देश्य है कि समाज के प्रत्येक व्यक्ति तक टीबी के बारे में सही और सटीक जानकारी पहुंचे। जागरूकता ही टीबी उन्मूलन की दिशा में पहला कदम है।”
रेजिडेंट डॉक्टरों और छात्र-छात्राओं की सक्रिय भागीदारी
इस रैली में रेजिडेंट डॉक्टरों और अंडरग्रेजुएट छात्र-छात्राओं ने भी उत्साहपूर्वक भाग लिया और लोगों को टीबी के बारे में जागरूक किया। कार्यक्रम के दौरान नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया, जिसमें टीबी के लक्षण, बचाव और उपचार के बारे में जानकारी दी गई।
टीबी उन्मूलन के इस अभियान में सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के सभी प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि वे इस गंभीर बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए निरंतर प्रयास करेंगे।
समाज में जागरूकता का प्रभाव और महत्व
इस रैली का आयोजन इस उद्देश्य से किया गया कि लोगों में टीबी के प्रति जागरूकता बढ़े और समाज को स्वस्थ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया जा सके। टीबी उन्मूलन के लिए जागरूकता बढ़ाने और सही जानकारी का होना अत्यंत महत्वपूर्ण है, ताकि लोग इस बीमारी के प्रति जागरूक हो सकें और समय पर इसका उपचार करवा सकें।
टीबी के लक्षण और बचाव के उपाय
टीबी एक संक्रामक बीमारी है जो माइकोबैक्टेरियम ट्यूबरकुलोसिस नामक बैक्टीरिया के कारण होती है। इसके लक्षणों में लंबे समय से खांसी, खून का आना, वजन कम होना, बुखार और रात को पसीना आना शामिल हैं। टीबी के बचाव के लिए सबसे महत्वपूर्ण है समय पर जांच और उपचार। टीबी के मरीजों को नियमित रूप से दवा का सेवन करना चाहिए और अपने डॉक्टर के निर्देशों का पालन करना चाहिए।
भविष्य की योजनाएँ और अपेक्षाएँ
सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और कर्मचारियों ने इस रैली के बाद भी टीबी के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करने का संकल्प लिया।
प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने कहा, “टीबी उन्मूलन के लिए निरंतर प्रयास करना हमारी जिम्मेदारी है। हमें गर्व है कि हमारा कॉलेज इस दिशा में सक्रिय है और हम सभी मिलकर इस गंभीर बीमारी को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
डॉ. रेनू अग्रवाल ने कहा, “हमारी भविष्य की योजनाओं में टीबी जागरूकता के लिए विभिन्न कार्यशालाओं और शिविरों का आयोजन शामिल है। हमारा उद्देश्य है कि समाज का प्रत्येक व्यक्ति टीबी के प्रति जागरूक हो और समय पर इसका उपचार करवाए।”
कार्यक्रम के बाद की गतिविधियाँ
टीबी जागरूकता रैली के बाद, कॉलेज परिसर में विभिन्न स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन भी किया गया। इन स्वास्थ्य शिविरों में लोगों को टीबी के बारे में जानकारी दी गई और मुफ्त जांच और परामर्श की सुविधा प्रदान की गई।
डॉ. प्रीति भारद्वाज, मीडिया प्रभारी अधिकारी, सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज, आगरा ने बताया कि यह रैली जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ समाज को स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के उद्देश्य से की गई थी।
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