सेना के रिटायर्ड कर्नल विजय त पाल सिंह तोमर की मौत से रहस्य तो पोस्टमार्ट्म रिपोर्ट के बाद ही सामने आएगा, लेकिन उनके बारे में जानकारी मिल रही है कि वे गंभीर वित्तीय संकट से घिरे हुए थे।
10 सितंबर 2024, agra.
सेना के रिटायर्ड कर्नल विजय पाल सिंह तोमर का जूता व्यवसाय बहुत अच्छे से चल रहा था, लेकिन पिछले कुछ समय से वक्त ने ऐसी पलटी मारी कि वे वित्तीय संकट में फंस गए। इसमें उन्हें जेल भी जाना पड़ा। हाईकोर्ट से बेल भी मिल गई थी। बुधवार को उनकी जेल से रिहाई होनी थी, लेकिन बाहर आया।तो उनका पार्थिव शरीर।
अंबा मुरैना के निवासी विजयपाल सिंह तोमर ने सेना से सेवा निवृत्ति के बाद आगरा को अपना ठिकाना बनाया। यहाँ उन्होंने शमशाबाद रोड स्थित गुलमोहर एन्क्लेव में अपना आवास बनाया और जूते का व्यवसाय शुरू कर दिया। बहुत जल्दी उन्होंने इस व्यवसाय को न केवल जमा लिया, बल्कि ऊंचाईयों को भी छू लिया। कर्नल तोमर की फर्म ए बी सी इंटरनेशनल प्राइवेट लिमिटेड थी और वे खुद भी जूते तैयार कराते थे। उन्हें विदेश से एक बड़ा ऑर्डर मिला। इस ऑर्डर को ₹3,22,00,000 का माल उन्होंने राणा ओवरसीज से तैयार कराए।
घर के परिजनों की मानें तो राणा ओवरसीज से करार हुआ था कि विदेश भेजे जाने वाले कन्साइनमेंट का पेमेंट आने के बाद वे तैयार कराए गए माल का भुगतान कर देंगे। कर्नल तोमर ने राणा ओवरसीज को गारंटी के तौर पर एडवांस चेक भी दिए थे।जानकार सूत्रों का कहना है कि कर्नल तोमर की एबीसी इंटरनेशनल ने वर्ष 2021 में राणा ओवरसीज से ऑर्डर के जूते तैयार कराकर विदेश भेजे थे मगर कन्साइनमेंट का पेमेंट रुक गया था। माल मंगाने वाली विदेशी फर्म ने बहुत कम पेमेंट किया। इधर लंबे समय तक कर्नल तोमर को पेमेंट नहीं आया तो राणा ओवरसीज को भी पेमेंट नहीं कर पाए। राणा ओवरसीज ने 2021 का पेमेंट न मिलने पर कर्नल तोमर के ऊपर चेक बाउंस और धोखाधड़ी का केस दर्ज करा दिया था। इस केस में कर्नल तोमर समेत।सात लोगों को नामजद किया गया था, जो ए बी सी इंटरनेशनल में भागीदार हैं। यह सभी तोमर के परिवार के लोग बताए जाते हैं। सिकंदरा पुलिस ने लगभग दो माह पहले कर्नल तोमर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
कल आना था जेल से बाहर
इसी मामले में कर्नल तोमर को बीते कल ही हाईकोर्ट से जमानत मिली थी। कागजी कार्रवाई पूरी कर उन्हें कल यानी बुधवार को जेल से बाहर आना था। बताते हैं कि मंगलवार की सुबह कर्नल तोमर ने जेल से फ़ोन पर अपने परिवारीजनों से बात की थी। जमानत की सूचना मिलने पर वे बहुत खुश थे। वे पूरी तरह स्वस्थ्य भी थे। वे जेल से बाहर नहीं आ सके। मौत की वजह पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ही सामने आ पाएगी।
जेल प्रशासन बोला-हार्ट अटैक आया
कर्नल विजय तोमर की मौत के बाद जिला जेल में अफरा तफरी का माहौल था। प्रारंभ में जेल प्रशासन कुछ भी बोलने की हालत में नहीं था। रात 8:00 बजे जेलर वीके गौतम ने बताया कि कर्नल तोमर पूरी तरह स्वास्थ्य थे। दोपहर में अचानक उन्हें तीव्र हृदय घात हुआ। जेल प्रशासन ने उन्हें आनन फानन में इमरजेंसी भेजा जहाँ उन्हें बचाया नहीं जा सका। जेलर गौतम ने परिजनों को इस बात को गलत बताया कि इमरजेंसी में जेल स्टाफ उन्हें छोड़कर चला गया था। सही बात ये है की इमरजेंसी ले जाने वाला स्टाफ वहाँ मौजूद था।