10 सितम्बर 2024, Noida.
अफगानिस्तान Vs न्यूज़ीलैंड: मैदान ढकने के लिए किया शमियाने का इस्तेमाल, डीडीसीए से उधार लिया कवर, फिर भी नहीं शुरू हो सका मैच
बीसीसीआई ने अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड एसीबी को कानपुर, बेंगलुरु और ग्रेटर नोएडा के विकल्प दिए थे।
एसीबी ने लॉजिस्टिक कारणों से ग्रेटर नोएडा को चुना
अफगानिस्तान और न्यूजीलैंड के बीच।ग्रेटर नोएडा में हो रहा एकमात्र टेस्ट मैच दूसरे दिन भी शुरू नहीं हो सका।तमाम प्रयास के बावजूद खेल शुरू करने के लिए मैदान के तैयार नहीं होने से काफी किरकिरी का सामना करना पड़ रहा है। शहीद विजय सिंह पथिक खेल परिसर में लगातार दूसरे दिन एक भी गेंद फेंकी नहीं जा सकी। जिससे इस स्टेडियम पर प्रश्न चिन्ह लगे हैं। इस मैच में अब तक टॉस भी नहीं हो सका है।
आसमान साफ होने के बावजूद नहीं शुरू हो पाया खेल
सोमवार को भले ही थोड़ी बारिश हुई लेकिन मंगलवार बारिश नहीं होने के बावजूद खेल शुरू नहीं हो पाया। मैदानकर्मियों ने मैदान सुखाने के लिए काफी प्रयास किए लेकिन मैदान को खेलने लायक नहीं बना सके। मैदान को सुखाने के लिए कई तरीके प्रयोग किए गए, जिसमें शामियाने का इस्तेमाल की इलेक्ट्रिक पंख शामिल थे। इसके अलावा दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ डीडीसीए से ग्राउंड कवर और उत्तर प्रदेश क्रिकेट संघ यूपीसीए से सुपरसोकर भी उधार लिया गया। मैदानकर्मी अभ्यास परिसर से सूखी घास लाकर मिड ऑन और मिडविकेट क्षेत्र में लगाने की कोशिश कर रहे थे। ऑफ्साइड में तीन टेबल फैन भी लगाए गए जिससे उसे सुखाया जा सके। स्टेडियम अधिकारियों के अनुसार मैदान में 5 सुपर सोपर लगाए गए, लेकिन काम नहीं बना।
मैदानकर्मी नहीं होने पर मज़दूरों से लिया गया काम
सूत्रों की मानें तो ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने यूपीसीए से दो सुपर स्सोपर मांगे थे जो मेरठ स्टेडियम से भेजे गए, विवाह में इस्तेमाल होने वाले पारंपरिक शमिआने का भी इस्तेमाल आउटफील्ड ढकने के लिए किया गया और शाम को बरसाती लगाई गई। कोटला से डीडीसीए अधिकारियों ने आउटफील्ड कवर भेजें। ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के पास कुशल मैदानकर्मी भी नहीं थे जिसकी वजह से मज़दूरों को काम पर लगाया गया।
बीसीसीआई ने दिए थे तीन विकल्प
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड एसीबी को कानपुर, बेंगलुरु और ग्रेटर नोएडा के विकल्प दिए थे। एसीबी ने लॉजिस्टिक कारणों से ग्रेटर नोएडा के चुना एसीबी के अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैनेज महाराज ने कहा, यह हमेशा से अफगानिस्तान का घरेलू मैदान रहा है। हम 216 से यहाँ खेल रहे हैं। बारिश के कारण यह सब हुआ। हमने यहाँ स्थानीय टीम के खिलाफ़ तीन वनडे मैच भी खेला है जिसमें कोई दिक्कत नहीं हुई थी।
सुविधाओं के अभाव पर भड़का एसीबी
स्टेडियम में सुविधाओं के अभाव पर।एसीबी ने भी कड़ी रुख अख्तियार किया है। एसीबी के एक अधिकारी ने कहा, यह बहुत बड़ी गड़बड़ी है, हम यहाँ कभी वापस नहीं आएँगे। यहाँ की सुविधाओं से खिलाड़ी भी नाखुश हैं। हमने संबंधित लोगों से पहले ही बात कर ली थी और स्टेडियम के लोगों ने हमें आश्वासन दिया था कि सब कुछ सही होगा।