महाराष्ट्र में महायुति गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिलने के बावजूद मुख्यमंत्री के नाम को लेकर गतिरोध जारी है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने अपनी दावेदारी को लेकर एक मजबूत संदेश दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि राज्य की जनता उन्हें मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है।
‘जनता का सीएम’ होने का दावा
एकनाथ शिंदे ने कहा,
“मैं केवल मुख्यमंत्री नहीं बल्कि एक आम आदमी हूं। मैंने जनता की समस्याओं को समझा और उनके समाधान के लिए काम किया। लोग मानते हैं कि मुझे सीएम बनना चाहिए।”
शिंदे ने यह भी कहा कि उनकी सरकार आम जनता के लिए थी और उनकी कोशिश हमेशा आम आदमी के हित में काम करने की रही।
चुनाव में नेतृत्व का हवाला
शिंदे ने अपने नेतृत्व में विधानसभा चुनावों की सफलता का हवाला देते हुए कहा,
“विधानसभा चुनाव मेरे नेतृत्व में लड़ा गया और हमने बड़ी जीत हासिल की। महायुति सरकार ने जो सफलता पाई, वह अभूतपूर्व है।”
उन्होंने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को यह भी याद दिलाया कि चुनाव में उनकी भूमिका अहम रही है।
क्या शिंदे के बेटे श्रीकांत को मिलेगा पद?
जब शिंदे से उनके बेटे श्रीकांत शिंदे को उपमुख्यमंत्री बनाए जाने की संभावना पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने जवाब दिया,
“अभी इस पर चर्चा चल रही है। हम पहले ही अमित शाह जी के साथ मुद्दों पर बात कर चुके हैं। मीडिया इन विषयों पर चर्चा करता रहता है।”
आज हो सकता है बड़ा ऐलान
आज विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री पद को लेकर अंतिम फैसला लिया जा सकता है। महाराष्ट्र बीजेपी ने 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में शपथ ग्रहण समारोह की घोषणा की है। हालांकि, नए मुख्यमंत्री के नाम को लेकर स्थिति अभी साफ नहीं हुई है।
शिंदे के अगले कदम पर नजरें
शिंदे ने अपने पैतृक गांव सतारा में मीडिया से बातचीत की, जहां वह पिछले कुछ दिनों से आराम कर रहे थे। रिपोर्ट्स के अनुसार, आज उनकी स्थिति पर अंतिम निर्णय लिया जा सकता है।
महाराष्ट्र की राजनीति पर इस वक्त पूरे देश की नजरें टिकी हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि महायुति गठबंधन का नेतृत्व किसके हाथ में जाता है।