बेंगलुरु: पब्लिक ट्रांसपोर्ट के दौरान यात्रियों को कई अनोखे अनुभव होते हैं, लेकिन हाल ही में सामने आई एक घटना ने लोगों का ध्यान खींचा। एक महिला ने बताया कि बेंगलुरु में ऑटो से सफर के दौरान उसे लगा कि कोई उसकी पीठ छू रहा है।
क्या था मामला?
महिला ने महसूस किया कि पीछे से किसी ने उसकी पीठ पर हाथ फेरा। डर के मारे जब उसने पलटकर देखा तो पाया कि ऑटो की सीट के पीछे एक बच्ची सोई हुई थी। पहले तो महिला ने सोचा कि बच्ची किसी खतरे में है या यह किडनैपिंग का मामला हो सकता है। लेकिन जब बच्ची जागी और ऑटो ड्राइवर को “अप्पा” (कन्नड़ में पापा) कहकर पुकारा, तो महिला को समझ आया कि वह बच्ची ड्राइवर की बेटी थी।
महिला ने इस अनुभव को अपनी जिंदगी के “सबसे डरावने 5 मिनट” के रूप में साझा किया।
लोगों की प्रतिक्रियाएं
इस घटना की पोस्ट जब सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पहले ट्विटर) पर साझा की गई, तो यूजर्स ने मजेदार रिएक्शन दिए।
- एक यूजर ने लिखा, “यह तो हॉरर और फैमिली ड्रामा का बेंगलुरु वर्जन था। ऑटो की सवारी नेटफ्लिक्स सीरीज़ के मज़े जैसी हो गई!”
- दूसरे ने मजाक में कहा, “अब ऑटो राइड में सिर्फ सीट बेल्ट नहीं, बल्कि प्लॉट ट्विस्ट के लिए भी तैयार रहना होगा।”
वायरल हुआ किस्सा
यह कहानी इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो गई। लोगों ने इसे बेंगलुरु की पब्लिक ट्रांसपोर्ट में होने वाले अप्रत्याशित लेकिन मजेदार अनुभव का उदाहरण बताया।
संदेश
यह घटना बताती है कि कभी-कभी डरावनी दिखने वाली स्थिति का हल बेहद सामान्य हो सकता है। साथ ही, पब्लिक ट्रांसपोर्ट के अनुभव कभी-कभी हंसी-मजाक का कारण भी बन जाते हैं।