5 नवंबर 2024, दिल्ली।
व्हाइट हाउस की बाड़बंदी की तैयारियों के पीछे कहीं न कहीं 6 जनवरी 2021 की कैपिटल हिंसा की परछाई नजर आती है। वहीं 2020 के चुनाव नतीजों के वक्त व्हाइट हाउस के करीब समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प का इतिहास भी है।
अमेरिका में चुनाव से पहले व्हाइट हाउस की सुरक्षा के लिए हो रहे इंतजाम
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के मतदान और नतीजों से पहले राजधानी वाशिंगटन में डर और आशंका के सवाल नजर आ रहे हैं। चुनाव शांति से हो पाएगा? कहीं 6 जनवरी 2021 का इतिहास तो नहीं दोहराएगा? इन्हीं सवालों के बीच वाशिंगटन में अमेरिका ही नहीं दुनिया के सबसे ताकतवर पते की हिफाजत को लेकर युद्धस्तर पर इंतजाम हो रहे हैं। व्हाइट हाउस के इर्द-गिर्द कई स्तर की बाड़बंदी हो रही है। वहीं इंतजाम ऐसे हो रहे हैं कि न तो आसानी से व्हाइट हाउस तक कोई पहुंच सके और न उसे देख सके। इसके लिए व्हाइट हाउस के बाहर प्लाईवुड पैनल की पूरी दीवार खड़ी की जा रही है।
अमेरिका में चुनाव से पहले व्हाइट हाउस की सुरक्षा के लिए हो रहे इंतजाम
इसके अलावा अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के साथ-साथ वाशिंगटन मैट्रोपोलिटन पुलिस के जवान और डॉग स्क्वॉड दस्ते गश्त करते नजर आ जाते हैं। आम तौर पर लोगों और खासतौर पर पर्यटकों की मौजूदगी से गुलजार रहने वाला व्हाइट हाउस के सामने मौजूद लफैत स्क्वैयर काफी वीरान है। पार्क के बीच में बाड़बंदी की तीन स्तरीय दीवार खड़ी हो चुकी है।
तैयारियां व्हाइट हाउस की सुरक्षा की ही नहीं हैं। बल्कि आसपास के कई दफ्तर औऱ कारोबारी इमारतें भी शीशे की खिड़कियों औऱ दरवाजों पर लकड़ी की पैनलिंग कर रहे हैं। इसी चिंता और आशंका के बीच कि कहीं चुनावी हिंसा और भीड़ की उग्रता उनकी इमारत को नुकसान न पहुंचा दे।
अमेरिका में चुनाव से पहले व्हाइट हाउस की सुरक्षा के लिए हो रहे इंतजाम
बाड़बंदी की इन तैयारियों के पीछे कहीं न कहीं 6 जनवरी 2021 की कैपिटल हिंसा की परछाई नजर आती है। वहीं 2020 के चुनाव नतीजों के वक्त व्हाइट हाउस के करीब समर्थकों के बीच हुई हिंसक झड़प का इतिहास भी है। ऐसे में डिस्ट्रिक्ट ऑफ कोलंबिया का प्रशासन कोई जोखिम नहीं मोल लेना चाहता। इसीलिए मामला भले ही कुछ दिनों का हो, लेकिन बाड़बंदी से लेकर सख्ती का हर इंतजाम किया जा रहा है।
जानकारों का कहना है कि चुनाव मतदान के बाद नतीजे आने में कुछ वक्त लग सकता है। नतीजों की तस्वीर साफ न हुई तो लड़ाई कानूनी अखाड़े में भी जा सकती है। ऐसे में हिफाजत के इंतजामों में कोई कोताही भारी पड़ सकती है। अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करें