4 नवंबर 2024, देहली।
दिल्ली की सभी अदालतों के बार एसोसिएशन के संगठन कोआर्डिनेशन कमेटी की रविवार (3 नंवबर) को बैठक हुई. इसमें फैसला लिया गया कि वकीलों पर लाठीचार्ज करने के खिलाफ 4 नवंबर को वकील हड़ताल पर रहेंगे.
Lathi Charge on Lawyers:
सभी दिल्ली बार एसोसिएशनों की समन्वय समिति ने रविवार (3 नंवबर) को सर्वसम्मति से फैसला लिया कि वकील 4 नवंबर, 2024 को हड़ताल पर रहेंगे. ये फैसला गाजियाबाद में एक वकील पर कथित तौर पर जिला न्यायाधीश की तरफ से निर्देशित हमले के बाद आया है.
एक्शन लेने की मांग
न्यूज एजेंसी ANI की रिपोर्ट के मुताबिक, समिति के वकील जगदीप वत्स ने कोर्ट रूम के अंदर वकीलों पर हुए लाठीचार्ज को अस्वीकार्य बताते हुए पुलिस कार्रवाई की निंदा की. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) ने पहले गाजियाबाद अदालत परिसर में अधिवक्ताओं के खिलाफ कथित पुलिस हिंसा की निंदा की, इसे अधिकारों और कानून के शासन का गंभीर उल्लंघन बताया.एसोसिएशन ने यूपी पुलिस की कार्रवाई की आलोचना करते हुए कहा कि कथित तौर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अनिल कुमार द्वारा निर्देशित ऐसा आचरण अस्वीकार्य है और न्यायिक प्रणाली की अखंडता को कमजोर करता है. सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) ने संकल्प लिया है कि वह अधिवक्ताओं की गरिमा पर कोई भी हमला बर्दाश्त नहीं करेगा. हाल की घटनाओं के जवाब में, एससीबीए ने इलाहाबाद हाई कोर्ट और उत्तर प्रदेश सरकार से तत्काल कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
एससीबीए ने विशेष रूप से अनिल कुमार के आचरण की जांच की मांग की है, जिसकी निगरानी मुख्य न्यायाधीश और गाजियाबाद के लिए जिम्मेदार प्रशासनिक न्यायाधीश सहित इलाहाबाद हाई कोर्ट के एक मौजूदा न्यायाधीश की तरफ से की जाए. एससीबीए ने लाठीचार्ज की घटना में शामिल अनिल कुमार और पुलिस अधिकारियों को तत्काल बर्खास्त करने के साथ-साथ घायल अधिवक्ताओं को मुआवजा देने की मांग की है. भविष्य में इसी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए, एससीबीए अधिवक्ताओं और उनके परिवारों के लिए सुरक्षात्मक उपायों का आग्रह कर रहा है, जिसमें अधिवक्ता संरक्षण अधिनियम का अधिनियमन भी शामिल है.