24 अक्टूबर 2024, जम्मू।
Gulmarg Terrorist Attack : हमले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने बारामूला जिले के बोटापथरी में वाहन पर गोलीबारी की. हमले में करीब 5 सैनिक घायल हो गए.
Gulmarg Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर आतंकवादियों द्वारा सेना के वाहन पर घात लगाकर हमले को अंजाम दिया गया है. प्राप्त जानकारी के मुताबिक गुरुवार की शाम जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग इलाके में सेना के एक वाहन पर हुए आतंकी हमले में 2 जवान शहीद हो गए, और 3 जवान घायल हैं. हमले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि आतंकवादियों ने बारामूला जिले के बोटापथरी में वाहन पर गोलीबारी की. हमले में करीब 2 सैनिक शहीद हो गए. बताया जा रहा है कि सेना के जवान एलओसी की तरफ जा रहे थे, जभी गुलमर्ग में अचानक उनकी गाड़ी पर ताबड़तोड़ फायरिंग होने लगी.
जानकारी के अनुसार, गुलमर्ग के बोटापथरी वन क्षेत्र में नागिन पोस्ट के पास हुए आतंकी हमले में सेना के दो जवान शहीद हो गए और स्थानीय सेना के दो पोर्टर्स की भी मौत हो गई, जबकि सेना के तीन जवान घायल भी हुए हैं. सूत्रों के अनुसार सेना के वाहनों के एक छोटे काफिले पर आतंकवादी हमले में एक वाहन आतंकवादियों की अंधाधुंध गोलीबारी की चपेट में आ गया.
स्थानीय लोगों पर भी हो रहे हमले
तीन दिन पहले आतंकवादियों द्वारा एक सुरंग का निर्माण कर रहे निर्माण मजदूरों के आवास शिविर पर हमला किया गया था, जिसमें छह निर्माण श्रमिक और एक डॉक्टर की मौत हो गई थी. 20 अक्टूबर को हुए इस हमले के बाद देशभर में हड़कंप मच गया था. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी मृतक डॉक्टर के परिजनों से मिलने उनके आवास पर पहुंची थीं. मारे गए लोगों की पहचान नयिदगाम कश्मीर के बडगाम के डॉ. शाहनवाज और पंजाब के गुरदासपुर के गुरमीत सिंह के रूप में हुई, जबकि मोहम्मद हनीफ, फहीम नासिर और बिहार के कलीम के तौर पर हुई थी.
गौरतलब है कि सेना की गाड़ी पर ये हमला पुलवामा जिले के बटगुंड त्राल इलाके में आतंकवादियों द्वारा एक मजदूर को गोली मारकर घायल करने के कुछ ही घंटों बाद हुआ है. घायल मजदूर की पहचान उत्तर प्रदेश निवासी प्रीतम सिंह के रूप में हुई है. घटना की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाकर्मी इलाके में पहुंचे. पिछले एक सप्ताह में कश्मीर में गैर-स्थानीय मजदूरों पर यह तीसरा हमला था. कई राजनीतिक नेताओं ने नई सरकार के गठन के बाद से कश्मीर घाटी में आतंकवादी हमलों की निंदा की और ऐसी घटनाओं को रोकने और प्रवासी श्रमिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक कदम उठाने का आग्रह किया.
घाटी में बढ़ रहे आतंकी हमले
तीन दिन पहले आतंकवादियों द्वारा एक सुरंग का निर्माण कर रहे निर्माण मजदूरों के आवास शिविर पर हमला किया गया था, जिसमें छह निर्माण श्रमिक और एक डॉक्टर की मौत हो गई थी. 20 अक्टूबर को हुए इस हमले के बाद देशभर में हड़कंप मच गया था. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी मृतक डॉक्टर के परिजनों से मिलने उनके आवास पर पहुंची थीं. मारे गए लोगों की पहचान नयिदगाम कश्मीर के बडगाम के डॉ. शाहनवाज और पंजाब के गुरदासपुर के गुरमीत सिंह के रूप में हुई, जबकि मोहम्मद हनीफ, फहीम नासिर और बिहार के कलीम के तौर पर हुई थी.