जर्जर हो रहे एडीए हाईट्स के प्लैट, छह साल में मरम्मत पर फूंके 17.24 करोड़, 15 साल बाद भी नहीं मिले खरीदार
जर्जर हो रहे एडीए हाईट्स के प्लैट, छह साल में मरम्मत पर फूंके 17.24 करोड़, 15 साल बाद भी नहीं मिले खरीदार
आगरा में एडीए के फ्लैट जर्जर हो रहे हैं। छह साल में मरम्मत पर 17.24 करोड़ फूंके गए। 15 साल बाद भी इनके खरीदार नहीं मिले।
उत्तर प्रदेश के आगरा में आगरा विकास प्राधिकरण (एडीए) का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट एडीए हाइट्स 15 साल में भी परवान नहीं चढ़ सका है। बिक्री के इंतजार में फ्लैट जर्जर हो गए। कई फ्लैट में दरार आ गए। छत लीक हो गईं। ड्रेनेज और सीवेज सिस्टम से रिसाव हो रहा है।
ये हाल तब है जब 2016-17 से 2022-23 तक 6 साल में एडीए इसकी मरम्मत पर 17.24 करोड़ रुपये खर्च कर चुका है।
ताजमहल से डेढ़ किलोमीटर दूर ताजनगरी फेज-टू में एडीए ने वर्ष 2008 में करीब 32,164 वर्ग मीटर भूमि पर 13 मंजिला 10 टावर में विभिन्न श्रेणियों के 657 फ्लैट बनाए थे। इस पर करीब 400 करोड़ रुपये की लागत आई। 2015 में एडीए ने फ्लैट बिक्री शुरू की।
आवंटियों की सुरक्षा को खतरा
अब तक 657 फ्लैट में से 332 फ्लैट ही बिके। 325 फ्लैट खाली पड़े हैं। इनमें एडीए का करीब 150 करोड़ रुपया फंसा है। जो फ्लैट बनाए गए हैं, वो बिक्री के इंतजार में जर्जर हो रहे हैं। एक तरफ अपार्टमेंट की सूरत बिगड़ रही है। दूसरी तरफ आवंटियों की सुरक्षा के लिए भी खतरा है।
ठेकेदारों से होगी हर्जे-खर्चे की वसूली
एडीए हाइट्स के फ्लैट के रखरखाव व मरम्मत पर एडीए ने 17.25 करोड़ रुपये पांच साल में फूंक दिए। अब बिक्री से पहले फिर 9 टावर के फ्लैट्स की विशेष मरम्मत होगी। 23 करोड़ रुपये की दरकार है। एडीए के 10 टावरों का निर्माण जिन दो ठेकेदार फर्मों ने किया था। हर्जे-खर्चे की वसूली के लिए एडीए ने मैसर्स बाबा कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को 9.18 करोड़ रुपये और मैसर्स अग्रवाल कंपनी को 7.07 करोड़ रुपये (कुल 16.25 करोड़ रुपये) के नोटिस जारी किए हैं।
आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष चर्चित गौड़ ने कहा कि जिन फ्लैट में कमियां हैं, उनकी मरम्मत कराई जाएगी। फिर फ्लैट की बिक्री शुरू होगी। इसके लिए एजेंसी नियुक्त करने पर विचार चल रहा है।
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