📅 बुधवार, 9 अक्टूबर 2025 | सुबह 10:35 बजे IST | लखनऊ, उत्तर प्रदेश
बहुजन समाज पार्टी (BSP) की प्रमुख मायावती ने लखनऊ में आयोजित एक विशाल रैली के माध्यम से न केवल अपने समर्थकों को संबोधित किया, बल्कि उत्तर प्रदेश की राजनीति में आने वाले बदलावों के संकेत भी दे दिए।
कांशीराम जी की पुण्यतिथि के अवसर पर आयोजित इस रैली में मायावती ने समाजवादी पार्टी (SP) पर तीखा हमला बोला और योगी आदित्यनाथ सरकार की खुलकर प्रशंसा की। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट कर दिया कि BSP आगामी चुनावों में किसी भी गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी।

🗣️ सपा पर तीखा हमला: “जब सत्ता में होते हैं, तब कांशीराम जी की याद नहीं आती”
मायावती ने अपने भाषण में समाजवादी पार्टी पर दोहरे चरित्र का आरोप लगाते हुए कहा:
“जब वे सरकार में रहते हैं, तब न उन्हें PDA याद आता है, न कांशीराम जी की जयंती और न ही पुण्यतिथि। लेकिन जब सत्ता से बाहर हो जाते हैं, तब संगोष्ठी करने की याद आती है।”
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब BSP सरकार ने कासगंज जिले का नाम बदलकर कांशीराम जी के नाम पर रखा था, तो SP ने सत्ता में आते ही उसका नाम क्यों बदल दिया?
मायावती ने कहा कि BSP शासनकाल में कांशीराम जी के नाम पर कई योजनाएं और संस्थान शुरू किए गए थे, जिन्हें SP ने सत्ता में आते ही बंद कर दिया।
🙏 कांशीराम स्मारक पर श्रद्धांजलि: लाखों की भीड़ ने तोड़े रिकॉर्ड
मायावती ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि बसपा शासनकाल में बने कांशीराम स्मारक की मरम्मत अब पूरी हो चुकी है।
इस बार श्रद्धांजलि देने आए लोगों की संख्या ने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।
लाखों की संख्या में लोग स्मारक स्थल पर पहुंचे और कांशीराम जी को श्रद्धांजलि दी।
🤝 BSP का रुख साफ: कोई गठबंधन नहीं, अकेले चुनाव लड़ेंगे
मायावती ने एक बार फिर दोहराया कि BSP किसी भी राजनीतिक गठबंधन का हिस्सा नहीं बनेगी।
- 2022 विधानसभा चुनाव अकेले लड़ा
- 2024 लोकसभा चुनाव भी अकेले लड़ा
- अब 2027 विधानसभा चुनाव में भी BSP अकेले मैदान में उतरेगी
उन्होंने कहा कि गठबंधन की राजनीति ने बहुजन समाज के हितों को नुकसान पहुंचाया है, और BSP अब अपने मूल सिद्धांतों पर ही चलेगी।
🧑⚖️ योगी सरकार की प्रशंसा: “यह सरकार SP जैसी नहीं है”
मायावती ने योगी आदित्यनाथ सरकार की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह सरकार SP जैसी नहीं है।
उन्होंने कहा कि योगी सरकार ने कांशीराम स्मारक की मरम्मत में सहयोग दिया और बहुजन समाज के प्रतीकों को सम्मान दिया।
इतना ही नहीं, मायावती ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर SP को “दोगला” तक कह दिया।
📊 सियासी विश्लेषण: क्या BSP फिर से जनाधार पाने की कोशिश में है?
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मायावती इस रैली के माध्यम से:
- खोया हुआ जनाधार वापस पाने की कोशिश कर रही हैं
- कांशीराम की विरासत को फिर से केंद्र में ला रही हैं
- SP को मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में स्थापित कर रही हैं
- योगी सरकार से दूरी नहीं, बल्कि सामंजस्य दिखा रही हैं
📱 सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया
- #MayawatiRally और #BSP2027 ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं
- फेसबुक पर समर्थकों ने रैली की तस्वीरें और वीडियो साझा किए
- एक्स पर मायावती के पोस्ट को हजारों रीट्वीट मिले
🗳️ 2027 विधानसभा चुनाव: BSP की रणनीति क्या होगी?
मायावती ने संकेत दिया है कि BSP:
- कोर वोट बैंक को फिर से सक्रिय करेगी
- कांशीराम की विरासत को पुनः स्थापित करेगी
- गठबंधन से दूरी बनाकर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ेगी
- SP को मुख्य विपक्षी दल के रूप में चुनौती देगी
🔍 निष्कर्ष
लखनऊ की यह रैली सिर्फ एक श्रद्धांजलि सभा नहीं थी — यह एक राजनीतिक संदेश था।
मायावती ने स्पष्ट कर दिया कि BSP अब गठबंधन की राजनीति से बाहर है, और वह 2027 में अकेले मैदान में उतरने को तैयार है।
SP पर हमला और योगी सरकार की प्रशंसा — यह संकेत हैं कि BSP अब नए समीकरणों के साथ आगे बढ़ रही है।
Also Read: – 🎬 भोजपुरी स्टार पवन सिंह पर पत्नी ज्योति सिंह के गंभीर आरोप — अबॉर्शन, टॉर्चर और अक्षरा सिंह से शादी के बाद भी संबंध
संपादन: ठाकुर पवन सिंह | pawansingh@tajnews.in
ताज न्यूज – आईना सच का
#MayawatiRally #BSP2027 #KanshiramPunyatithi #YogiAdityanath #UPPolitics #ThakurPawanSingh #TajNews
🎯 नोएडा में ‘1111’ VVIP नंबर वाली डिफेंडर कार का कहर — एक साथ 6 गाड़ियों को मारी टक्कर, सुनीत गिरफ्तार
BSP Rally In Lucknow: लाखों का हुजूम, हाथी वाले पोस्टर्स, नीला-सफेद मंच… क्या मायावती वापस ला पाएंगी खोया जनाधार?







