MCD में BJP को सिर्फ तीन वोट से मिली शिकस्त, यहां हो गया खेल; AAP ने मेयर चुनाव में ऐसे मार ली बाजी
दिल्ली को सात महीने बाद नया महापौर मिल गया है। आप के महेश कुमार ने भाजपा के कृष्ण लाल को महज तीन वोटों से हराया। हालांकि आप को इस चुनाव में बड़ा झटका लगा है। उनके आठ सदस्यों ने भाजपा को क्रॉस वोट किया जिससे महेश कुमार को 11 वोट कम मिले। कांग्रेस इस पूरे खेल से बाहर हो गई।
क्रॉस वोटिंग के बाद भी आप ने बचाया महापौर पद,
निर्विरोध उप महापौर बने रविंद्र भारद्वाज
आप को लगा झटका,
आठ सदस्यों ने दिया भाजपा प्रत्याशी को वोट,
कांग्रेस ने महापौर चुनाव में देरी का आरोप लगाते हुए कर दिया वोटिंग से वाकआउट
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। सात माह बाद दिल्ली को नया महापौर मिल गया है। देव नगर वार्ड से पार्षद महेश कुमार महापौर चुनाव जीत गए हैं। जबकि उप महापौर पद भाजपा प्रत्याशी नीता बिष्ठ ने नाम वापस ले लिया तो आप पार्षद रविंद्र भारद्वाज ने निर्विरोध जीत दर्ज की। भले ही आप ने महापौर व उप महापौर पद पर जीत दर्ज कर ली है लेकिन आप को इस चुनाव में बड़ा झटका लगा है।
आप के आठ सदस्यों ने भाजपा को सीधे तौर पर क्रोस वोट कर दिया। जिसकी वजह से महेश कुमार को मात्र 133 वोट ही मिले। जबकि उन्हें 144 वोट मिलने चाहिए थे। यानि 11 वोट कम मिले। इसमें एक वोट आप की राज्यसभा सदस्य स्वाति मालीवाल के अनुपस्थित होने से कम हो गया था जबकि दो वोट रद्द होने से कम हो गए। आप के आठ सदस्यों द्वारा भाजपा प्रत्याशी के समर्थन में मतदान करने से भाजपा को 122 मतों की बजाय 130 मत मिले।
कृष्ण लाल मात्र तीन वोटों से हार गए
इससे भाजपा प्रत्याशी कृष्ण लाल मात्र तीन वोटों से हार गए। हालांकि रोचक बात यह है कि जो दो वोट रद्द हुए हैं उसमें एक वोट भाजपा को मिलने वाला था जबकि दूसरा वोट आप को मिलने वाला था, लेकिन बैलेट पेपर पर तय स्थान से बाहर मोहर लगाने की वजह से दोनों वोट को रद्द करार दे दिया गया।
कांग्रेस के पार्षद सदन से वाकआउट कर गए
पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने महापौर चुनाव प्रक्रिया शुरू कराई तो कांग्रेस के पार्षदों ने आप को महापौर चुनाव में देरी कराने का विरोध करते हुए पीठासीन अधिकारी के आसन के पास पहुंचकर नारेबाजी की। साथ ही अनुसूचित जाति का विरोधी होने का आरोप लगाते हुए सदन से वाकआउट कर दिया। इसी बीच कांग्रेस पार्षद मुस्तफाबाद से पार्षद सबीला बेगम ने बीच चुनाव में कांग्रेस छोड़ आप के सदस्यों के बीच जा बैठी।
मनोज तिवारी ने भी सदन में किया मतदान
पीठासीन अधिकारी ने चुनाव की प्रक्रिया शुरू कराते हुए सबसे पहले सांसदों, उसके बाद विधायकों और फिर पार्षदों से मतदान कराया गया। हालांकि भाजपा सांसद मनोज तिवारी शुरूआत में मौजूद नहीं थे, लेकिन चुनाव की प्रक्रिया खत्म होने से ठीक पहले सदन में पहुंच गए और उन्होंने भी मतदान किया। पूरा चुनाव शांतिपूर्वक संपन्न हुआ। न तो भाजपा के पार्षदों ने आप के खिलाफ नारेबाजी ज्यादा की और न ही आप के पार्षदों ने नारेबाजी की।
मोबाइल बैन का किसी भी पार्टी ने नहीं किया विरोध
दोनों ही दलों के पार्षद शांतिपूर्वक ढंग से चुनाव में हिस्सा लेते दिखे। हालांकि स्थायी समिति के सदस्य के चुनाव में सदन के भीतर मोबाइल ले जाने और जांच करने का विरोध करने वाले आप पार्षदों ने इस बार कोई विरोध नहीं किया। सभी जांच भी कराई और मोबाइल भी लेकर नहीं गए। उल्लेखनीय है कि एमसीडी में महापौर व उप महापौर चुनने के लिए पार्षदों के साथ ही 14 विधानसभा से निगम में नामांकित विधायक और राज्यसभा और लोकसभा के सांसद भी वोट करते हैं।
किसके पास थे कितने थे कितने वोट
कुल सदस्य: 273 (249 निर्वाचित पार्षद, 14 विधायक और सात लोकसभा व तीन राज्यसभा सदस्य)
आप : 144 (128 पार्षद, 13 विधायक, तीन राज्यसभा सदस्य)
भाजपा: 122(114 पार्षद, सात लोकसभा सांसद व एक विधायक)
कांग्रेस : 7
किस प्रत्याशी को कितने वोट मिले
कुल वोट: 273
मतदान हुआ : 265
महेश कुमार (आप)- 133
कृष्ण लाल (भाजपा)- 130
रद वोट: 2