Jammu-Kashmir Terrorism : नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के बारामती में शरद पवार ने कहा, ‘फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर की सबसे बड़ी शख्सियत हैं…’
Farooq Abdullah Statement : जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रहे आतंकवादी हमलों और सुरक्षाबलों से मुठभेड़ के बीच नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला ने शनिवार को बड़ा बयान दिया. उन्होंने सेना को सुझाव दिया कि मुठभेड़ के दौरान आतंकवादियों को जान से नहीं मारना चाहिए, बल्कि उन्हें पकड़ने की कोशिश की जानी चाहिए. फारूक अब्दुल्ला के इस बयान ने अब नया राजनीतिक घमासान छेड़ दिया है. एक तरफ जहां बीजेपी उनकी इस टिप्पणी पर सवाल खड़ा कर रही है, तो वहीं दूसरी तरफ एनसीपी-एससीपी चीफ शरद पवार ने उनका समर्थन किया है. शरद पवार ने कहा कि केंद्र सरकार को फारूक अब्दुल्ला की बात को गंभीरता से लेना चाहिए.
बीजेपी ने कहा- पाकिस्तान से आ रहा आतंकवाद
दरअसल, फारूक अब्दुल्ला ने अपने पूरे बयान में कहा कि जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों के पीछे के मास्टरमाइंडों को उजागर करने के लिए आतंकवादियों को मारने के बजाय उन्हें पकड़ा जाना चाहिए. उन्होंने ने इस बात पर जोर दिया कि पकड़े गए आतंकवादियों से पूछताछ से इन हमलों को अंजाम देने वाले व्यापक नेटवर्क के बारे में बहुमूल्य जानकारी मिल सकती है. पूर्व मुख्यमंत्री को बयान पर सवाल उठाते हुए, जम्मू-कश्मीर भाजपा अध्यक्ष रविंदर रैना ने कहा, ‘फारूक अब्दुल्ला जानते हैं कि यह आतंकवाद पाकिस्तान से आ रहा है… यह एक सर्वविदित तथ्य है.’
शरद पवार ने केंद्र सरकार को दिया सुझाव
बीजेपी नेता ने आगे कहा, ‘इसमें जांच की क्या बात है? वह जानते हैं कि जम्मू-कश्मीर में जो आतंकी हमले हो रहे हैं, उसमें पाकिस्तान और आतंकी संगठनों का हाथ है… हम सभी को अपनी सेना, पुलिस और सुरक्षा बलों का समर्थन करना चाहिए… हमें उन लोगों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ना होगा… मानवता के दुश्मन…’ नेशनल कॉन्फ्रेंस के अध्यक्ष के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र के बारामती में शरद पवार ने कहा, ‘फारूक अब्दुल्ला जम्मू-कश्मीर की सबसे बड़ी शख्सियत हैं…उन्होंने अपना जीवन जम्मू-कश्मीर के लोगों की सेवा में बिताया. मुझे उनकी सत्यनिष्ठा और ईमानदारी पर कोई संदेह नहीं है. अगर ऐसा कोई नेता कोई बयान दे रहा है तो केंद्र सरकार, खासकर गृह मंत्रालय को इसे गंभीरता से लेना चाहिए और इस पर काम करने की कोशिश करनी चाहिए कि उस स्थिति को कैसे हल किया जा सकता है.