1-11-2024, New Delhi.
रूस और उत्तर कोरिया का आक्रामक रवैया दुनिया के लिए खतरे की घंटी है. रूस पहले परमाणु बम के इस्तेमाल में यकीन रखता है. वहीं उत्तर कोरिया ने तो परमाणु बम ही युद्ध के लिए बनाया है. जबकि दूसरे देशों की नीति बचाव की है.
दुनिया हर वक्त युद्ध के मुहाने पर रहती है. एआई (artificial intelligence) ने बताया है कि दुनिया पर तीसरे विश्व युद्ध का कितना खतरा है और कौन है जो हमें परमाणु युद्ध में ढकेल सकता है. एआई का अनुमान है कि दुनिया 3 तरीके से युद्ध की चपेट में आ सकती है और तीनों में रूस (Russia) शामिल है.
3 रास्ते युद्ध के
एक तो महीनों से चल रहे यूक्रेन-रूस युद्ध (Ukraine Russian war) के चलते दुनिया पर तीसरे विश्व युद्ध का खतरा है, दूसरे अब उसमें उत्तर कोरिया (North Korea) के जुड़ जाने से आशंका बढ़ गई है. वहीं दुनिया अगर इसकी प्रतिक्रिया देती है तो युद्ध बढ़ सकता है. इसके अलावा रूस और उत्तर कोरिया द्वारा किसी अन्य प्रमुख शक्ति पर सीधा हमला भी युद्ध ला सकता है. एआई ने आशंका व्यक्त की है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन दुनिया को परमाणु युद्ध में ढकेल सकते हैं.वहीं उत्तर कोरिया के नेतृत्व का खतरे मोल लेने का व्यवहार भी आशंकाओं को बढ़ाता है.
डेली स्टार ने यह रिपोर्ट जेमिनी (Gemini) की मदद से तैयार की है. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संपर्क किया ताकि पता लगाया जा सके कि युद्ध कैसे हो सकता है और कौन पहला परमाणु बम फेंकेगा. जेमिनी ने दावा किया कि ब्रिटेन शांति बनाए रखने, रूस पर प्रतिबंध लगाने और शायद सैन्य खुफिया जानकारी प्रदान करने के अलावा और कुछ नहीं करेगा.
क्या खतरा बढ़ता है
उत्तर कोरिया ने संभावित आक्रमणों के विरुद्ध निवारक के रूप में मुख्य रूप से परमाणु हथियार विकसित किए हैं. उत्तर कोरिया ने अपनी मिसाइल प्रौद्योगिकी में प्रगति की है, पर परमाणु हथियारों को विश्वसनीय रूप से वितरित करने की उसकी क्षमता अनिश्चित बनी हुई है. वहीं रूस का परमाणु सिद्धांत अंतिम उपाय के रूप में परमाणु हथियारों के उपयोग पर जोर देता है. यह कुछ परिस्थितियों में पहले हमले की भी अनुमति देता है.
कौन किसके साथ होगा
एआई ने बताया कि यदि संयुक्त राज्य अमेरिका और चीन युद्ध में उतरते हैं, तो संभावना है कि रूस चीन का समर्थन करेगा. यदि रूस और नाटो युद्ध में उतरते हैं, तो संभावना है कि संयुक्त राज्य अमेरिका नाटो का समर्थन करेगा.
क्या होगा परिणाम
तीसरे विश्व युद्ध के परिणाम विनाशकारी होंगे. लाखों लोग मारे जा सकते हैं, और वैश्विक अर्थव्यवस्था को गंभीर नुकसान हो सकता है. तीसरे विश्व युद्ध को रोकने के लिए हर संभव प्रयास करना महत्वपूर्ण है. उत्तर कोरिया और रूस दोनों के पास परमाणु हथियार हैं, इसलिए गंभीर प्रयास करने होंगे.