यूपी के बलरामपुर में तेंदुए का आतंक, 19 दिन की बच्ची को उठा ले गया तेंदुआ; मौके पर वन विभाग की टीम मौजूद
बलरामपुर के जंगलवर्ती गांवों में तेंदुए का आतंक जारी है। लैबुड़वा गांव में तेंदुआ पालतू और बेसहारा पशुओं पर हमला कर रहा है। हरैया सतघरवा के खैरहनिया गांव में 19 दिन की नवजात बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया। वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है और ट्रैपिंग कैमरों की संख्या बढ़ाई है। ग्रामीण बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।
गैंसड़ी के जंगलवर्ती गांवों में तेंदुए की दहशत कम होने का नाम नहीं ले रही है। लैबुड़वा गांव में तेंदुआ लगातार पालतू व बेसहारा पशुओं पर हमलावर हो रहा है। वहीं हरैया सतघरवा के खैरहनिया गांव में 19 दिन की नवजात बच्ची को तेंदुआ उठा ले गया था, जिसका पता नहीं चला है।
वन विभाग की ओर से तेंदुए को कैद करने के लिए पिंजरा लगाया गया है। साथ ही ट्रैपिंग कैमरों की संख्या बढ़ाई गई है। ऐसे में बच्चों की सुरक्षा को लेकर ग्रामीण सशंकित हैं।
कुत्ते को उठा ले गया था तेंदुआ
गैंसड़ी के लैबुड़वा गांव के निकट बीते शुक्रवार की दोपहर सड़क पार कर रहे कुत्ते को तेंदुआ उठा ले गया था। इसी गांव में 19 नवंबर की रात तेंदुए ने शौच करने गए जुमाई पर हमला कर दिया था। शोर मचाने व ग्रामीणों के एकत्र होने पर तेंदुआ भाग निकला था।
तेंदुए के हमले में जुमाई का हाथ जख्मी हो गया था, जिसका उपचार सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गैंसड़ी में कराया गया था। तबसे इस गांव के आसपास लगातार तेंदुआ दिखने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है।
नवजात काजल को उठा ले गया था तेंदुआ
बीते 20 नवंबर को हरैया सतघरवा के खैरहनिया गांव के बाहर रह रहे घुमंतू परिवार की 19 दिन की नवजात काजल को तेंदुआ उठा ले गया था। मां के बगल सो रही दुधमुंही काे तेंदुआ उठा ले गया, तो स्वजन सहित ग्रामीणाें में दहशत छा गई।
वन कर्मियों ने मासूम काजल का पता लगाने के लिए नाला किनारे झाड़ियों में कांबिंग की, लेकिन कुछ पता नहीं चल सका। ग्रामीणों का कहना है कि खेत में गन्ने की फसल लगी है। नाला किनारे झाड़ियां हैं। मेढ़ों पर घास के कारण तेंदुए का पगचिन्ह नहीं दिख रहा है।
लगाया गया पिंजरा
प्रभागीय वनाधिकारी डा. एम सेम्मारन ने बताया कि पिंजरे में बकरी बांधकर तेंदुए के आने की प्रतीक्षा की जा रही है। निगरानी के लिए ट्रैपिंग कैमरों की संख्या भी बढ़ाई गई है। ग्रामीणों को समूह में निकलने व बच्चों का विशेष ध्यान रखने की नसीहत दी गई है।