सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज, आगरा में HIV टेस्टिंग पर वर्कशॉप का आयोजन
सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज, आगरा के माइक्रोबायोलॉजी विभाग में 25 नवंबर 2024 को उत्तर प्रदेश स्टेट एड्स सोसाइटी, लखनऊ द्वारा स्थापित स्टेट रेफरेंस लैबोरेटरी के तत्वावधान में एक दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन होगा। इस वर्कशॉप में आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी और हाथरस के जिला चिकित्सालय, जिला महिला चिकित्सालय, और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर संचालित HIV टेस्टिंग लैब्स के 25 केंद्रों के सभी लैब तकनीशियन शामिल होंगे।
कार्यक्रम की शुरुआत
इस वर्कशॉप का उद्घाटन सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य, प्रोफेसर डॉक्टर प्रशांत गुप्ता द्वारा किया जाएगा। उद्घाटन समारोह के बाद माइक्रोबायोलॉजी विभाग की प्रभारी अधिकारी, डॉ. आरती अग्रवाल, NABL के नए मानकों ISO 15189:2022 से जुड़ी जानकारी साझा करेंगी। इस नई प्रणाली के जरिए लैब तकनीशियन अपने जनपदों में HIV टेस्टिंग के मानकों को और बेहतर बना पाएंगे।
वर्कशॉप के मुख्य विषय
- NABL के मानक और गुणवत्ता नियंत्रण
डॉ. आरती अग्रवाल NABL के नए मानकों के तहत HIV लैब्स में गुणवत्ता सुधार की प्रक्रियाएं बताएंगी। इस जानकारी से लैब तकनीशियन यह समझ पाएंगे कि किस तरह अपने केंद्रों में मानक प्रक्रियाओं का पालन करना है। - HIV पॉजिटिव मां के बच्चों की टेस्टिंग
माइक्रोबायोलॉजी विभाग के प्रमुख, डॉ. अंकुर गोयल, HIV पॉजिटिव मां से जन्मे बच्चों की DBS (ड्राई ब्लड स्पॉट) टेस्टिंग और इससे जुड़ी गाइडलाइंस के बारे में चर्चा करेंगे। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया HIV संक्रमण की रोकथाम के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। - बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन
एचआईवी लैब्स में बायोमेडिकल वेस्ट का सही निस्तारण सुनिश्चित करना एक महत्वपूर्ण विषय है। इस पर एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. प्रज्ञा शाक्य वर्कशॉप में विस्तृत जानकारी देंगी। उनका ध्यान इस बात पर होगा कि लैब्स में संक्रमण फैलने से कैसे रोका जा सकता है। - तकनीकी सत्र
कार्यक्रम में तकनीकी सत्र भी होंगे, जहां HIV टेस्टिंग से संबंधित नई तकनीकों और चुनौतियों पर चर्चा होगी। इन सत्रों का उद्देश्य प्रतिभागियों को नई जानकारी और कौशल से लैस करना है।
भागीदारों का योगदान
इस आयोजन में विभिन्न डॉक्टर और स्टाफ का महत्वपूर्ण योगदान रहेगा। वर्कशॉप के संचालन में डॉ. विकास कुमार, डॉ. नीतू चौहान, डॉ. पारुल गर्ग, डॉ. प्रीति, डॉ. बरसा, डॉ. एकता, अंकिता सोनी, बंटी सिंह चाहर, प्रकाश गौतम, देवेश, और रविंद्र जैसे विशेषज्ञ शामिल होंगे।
कार्यक्रम का उद्देश्य
इस वर्कशॉप का मुख्य उद्देश्य HIV टेस्टिंग में सुधार लाना और इसे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप बनाना है। HIV टेस्टिंग लैब्स में काम कर रहे तकनीशियनों को नई गाइडलाइंस के अनुसार प्रशिक्षित किया जाएगा, ताकि वे अपने केंद्रों में गुणवत्तापूर्ण सेवाएं दे सकें।
समारोह का महत्व
वर्कशॉप का आयोजन यह सुनिश्चित करता है कि HIV टेस्टिंग के लिए उत्तर प्रदेश के सभी जिलों में समान गुणवत्ता मानकों का पालन हो। NABL के मानकों का पालन करने से न केवल टेस्टिंग की विश्वसनीयता बढ़ेगी, बल्कि HIV संक्रमण की रोकथाम में भी मदद मिलेगी।
निष्कर्ष
यह वर्कशॉप HIV टेस्टिंग के क्षेत्र में एक नई शुरुआत का प्रतीक है। इसका प्रभाव न केवल 5 जिलों में बल्कि पूरे उत्तर प्रदेश में HIV संक्रमण को नियंत्रित करने में देखा जा सकेगा। प्रतिभागियों को इस वर्कशॉप से अपने ज्ञान और कौशल को बेहतर बनाने का अवसर मिलेगा, जिससे वे अपने कार्यक्षेत्र में और अधिक प्रभावी बन पाएंगे।