जांच में पता चला कि आरोपियों ने सोनी के महंगे असली कैमरे ले लिए थे और बॉक्स को अन्य छोटे सामान के स्टिकर से बदल दिया था.
कर्नाटक में अमेजन समेत अनेक ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ महंगे इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले दो ठगों को पुलिस ने गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है. मंगलुरु के पुलिस आयुक्त अनुपम अग्रवाल ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि इस सिलसिले में मंगलुरु के उर्वा पुलिस थाने में दो युवकों के खिलाफ अमेजन एवं अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों के साथ लाखों रुपये की धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि गिरफ्तार किये गये राज कुमार मीणा (23) और सुभाष गुर्जर (27) ने अमेजन पर फर्जी पहचान का इस्तेमाल करके 11,45,000 रुपये का सामान मंगवाया था. उन्होंने अमेजन के सामान डिलिवरी एजेंट से सोनी कंपनी के दो महंगे कैमरे और 10 अन्य सामान फर्जी पता एवं फोन नंबर देकर “अमित” के नाम पर मंगलुरु के केएसआरटीसी बस स्टैंड के निकट एक पते पर मंगवाया था.
ठग आरोपियों ने आर्डर में फर्जी पता और मोबाइल नंबर दिया
पुलिस ने बताया कि दोनों ठगों ने यह ऑर्डर ऑनलाइन 21 सितंबर 2024 को शाम चार बजे दिया था. पुलिस ने बताया कि दोनों ठग आरोपियों ने योजना के तहत आर्डर में एक फर्जी पता और मोबाइल नंबर दिया था. उन्होंने डिलीवरी “अमित” नाम से लेने की तैयारी की थी. उन्होंने बताया कि जब सामान दोनों ठगों को देने के लिए अमेजन का डिलिवरी एजेंट पहुंचा तो राज कुमार मीणा ने सामान लिया और जानबूझ कर गलत डिलीवरी ओटीपी दे दिया जिससे एजेंट डिलिवरी कन्फर्मेशन में लगा रहा जबकि दूसरी ओर सुभाष गुर्जर ने डिलीवरी कर्मचारी का ध्यान भटकाये रखा.
महंगे कैमरा के बॉक्स पर लगे असली स्टिकर को बदला
पुलिस ने बताया कि डिलिवरी एजेंट का ध्यान भटका कर आरोपियों ने महंगे सोनी के कैमरा के बॉक्स पर लगे असली स्टिकर को अन्य सामान के स्टिकर से बदल दिया. फिर राज कुमार ने एक बार फिर गलत ओटीपी देकर डिलीवरी की पुष्टि में देरी की. अमेजन के परेशान डिलीवरी कर्मचारी को उन्होंने बताया कि उन्होंने डिलिवरी के लिए आये 12 सामानों में से 11 सामान ले लिये हैं और अगले दिन वह कैमरे की डिलिवरी भी ले लेंगे.
असली कैमरे ले लिए, बॉक्स को अन्य सामान के स्टिकर से बदला
ऐसा बहाना करके दोनों ठगों ने अमेजॅन के एजेंट को कैमरे के कथित डिब्बे के साथ वापस भेज दिया. जब डिलीवरी पार्टनर महिंद्रा लॉजिस्टिक्स ने बॉक्स की जांच की तो उन्हें स्टिकर बदलने का पता चला और उन्होंने इसकी सूचना अमेजन को दे दी. जांच में पता चला कि आरोपियों ने सोनी के महंगे असली कैमरे ले लिए थे और बॉक्स को अन्य छोटे सामान के स्टिकर से बदल दिया था. पुलिस ने बताया कि दोनों आरोपी राजस्थान के रहने वाले हैं और उन पर भारत के विभिन्न राज्यों में इस तरह की अनेक धोखाधड़ी करने का संदेह है.