2 नवम्बर 2024, मुंबई।
बॉलीवुड के किंग खान यानी शाहरुख खान 2 नवंबर को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. इस मौके पर आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ा एक किस्सा.
क्या था मसला
बॉलीवुड के किंग खान यानी शाहरुख खान 2 नवंबर को अपना बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. इस मौके पर आइए जानते हैं उनकी जिंदगी से जुड़ा एक किस्सा, जब वे अपनी बेटी सुहाना खान के बचाव में आए थे और इतना गुस्सा हो गए थे कि उन्होंने सबके सामने साफ कर दिया था कि वह उनकी बेटी को रुलाने वालों को नहीं बख्शेंगे. शाहरुख अपने तीनों बच्चों आर्यन, अबराम और सुहाना को लेकर काफी पजेसिव हैं. जब भी बच्चों की बात आती है तो वह उनके लिए ढाल बनकर खड़े हो जाते हैं. ऐसी ही एक घटना साल 2007 में देखने को मिली थी. दरअसल, शाहरुख खान को फोन पर खबर मिली थी कि कुछ लोग उनके घर मन्नत के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. उनकी बेटी सुहाना रो रही हैं और पत्नी गौरी खान घर पर नहीं हैं. ये सुनते ही शाहरुख भागकर घर आ गए. वह उस समय एक फिल्म की शूटिंग कर रहे थे.
‘पठान का वादा है, छोड़ूंगा नहीं’
बाद में शाहरुख ने इस बारे में मिड डे को दिए इंटरव्यू में कहा था कि अगर वह पुलिस के आने से पहले घर पहुंच जाते तो उनकी बेटी को रुलाने वालों को रुला देते. शाहरुख ने कहा था, मैं उन सभी लोगों को रुला देता जिन्होंने अपनी बेटी को रुलाया. ये एक पठान का वादा है. मैं उन्हें नहीं बख्शता
अमर सिंह पर शाहरुख की टिप्पणी के बाद हंगामा मच गया.
दरअसल ये पूरा मामला साल 2007 में एक अवॉर्ड शो से शुरू हुआ था, जिसे शाहरुख और सैफ अली खान ने होस्ट किया था. उस दौरान शाहरुख ने दिवंगत सपा नेता अमर सिंह को लेकर मजाक में कहा था कि उनकी आंखों में क्रूरता दिखती है. शाहरुख के इस बयान पर जहां सभी दर्शक हंस पड़े वहीं अमर सिंह के समर्थक नाराज हो गए.
शाहरुख ने बताया क्या हुआ था?
अमर सिंह के समर्थकों ने शाहरुख के घर मन्नत के बाहर हंगामा करना शुरू कर दिया. वे शाहरुख खान से माफी की मांग कर रहे थे. लेकिन तब शाहरुख घर पर नहीं थे. इस बारे में शाहरुख ने मिड डे को बताया था, मुझे अपनी शूटिंग रद्द करनी पड़ी और चार घंटे पहले घर जाना पड़ा क्योंकि मेरी साढ़े छह साल की बेटी सुहाना रो रही थी. मेरे घर के बाहर लोग चिल्ला रहे थे.
‘बेटे आर्यन को घर से निकलने से रोका गया’
शाहरुख ने आगे कहा था, मेरा आठ साल का बेटा आर्यन रो नहीं रहा था, लेकिन उसे घर पर रहने के लिए कहा गया था कि कहीं कोई उस पर पत्थर न फेंक दे या गाली न दे.
‘अगर मैं मर गया तो मेरे बच्चों की देखभाल कौन करेगा?’
शाहरुख ने तब कहा था, अगर तुम मुझे यह कहकर डराओगे कि तुम मुझे नुकसान पहुंचाओगे, तो मैं डर जाऊंगा, क्योंकि अगर मैं मर गया तो मेरे बच्चों का ख्याल कौन रखेगा लेकिन अगर तुम मेरे बच्चों को धमकाओगे तो मैं किसी को भी नहीं छोड़ूंगा.
मैं अपने बच्चों के लिए अपनी जान दे सकता हूं’
शाहरुख ने आगे कहा, मैं अपने बच्चों के लिए अपनी जान भी दे सकता हूं. चलो, मेरे घर में तो औरतें ही हैं. मेरी पत्नी वहां नहीं थी, मेरी बहन की तबीयत ठीक नहीं थी और मेरी छोटी बेटी रो रही थी. मुझे यह पसंद नहीं है. मैं एक पठान हूं और मैं अपने परिवार को लेकर बहुत पजेसिव हूं.
‘पुलिस पहले आ जाती तो बेटी को रुलाने वालों को रुला देती’
अगर मैं पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को हटाने से पहले पहुंच जाता, तो मैं अपनी बेटी को रुलाने के लिए उन सभी को रुला देता. और ये एक पठान का वादा है. मैं उन्हें नहीं छोड़ता. मेरे बच्चों को मत रुलाओ. अगर तुम्हें कोई दिक्कत हो तो मुझसे बात करो. मुझे पता है कि वह भीड़ कहां से आई थी, लेकिन अब मुझे बताया जा रहा है कि अमर सिंह ने उन्हें नहीं भेजा था.