लखनऊ/शामली, उत्तर प्रदेश, भारत
22 जनवरी 2025, 20:30
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के तहत अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी है। पुलिस और एसटीएफ (STF) मिलकर अपराधियों के खिलाफ जबरदस्त एनकाउंटर कर रही हैं। इस कड़ी में, यूपी एसटीएफ के इंस्पेक्टर सुनील कुमार की मौत ने एसटीएफ और पूरे पुलिस विभाग को गहरा झटका दिया है। सुनील कुमार एक बहादुर इंस्पेक्टर थे, जिन्होंने ददुआ, ठोकिया और दुजाना जैसे कुख्यात अपराधियों के एनकाउंटर में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनके शौर्य और साहस के किस्से सभी को प्रेरणा देते हैं।
सुनील कुमार की सेवा और बहादुरी
सुनील कुमार मेरठ के मसूरी गांव के रहने वाले थे। वे 1990 में पुलिस विभाग में सिपाही पद पर भर्ती हुए थे। 1997 में उन्होंने मानेसर, हरियाणा में कमांडो कोर्स पूरा किया था। 2002 में उन्हें हेड कॉन्स्टेबल पद पर प्रमोशन मिला था।
2009 में सुनील कुमार यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) का हिस्सा बन गए। उन्होंने अपने 16 साल के कार्यकाल में कई बड़े एनकाउंटर में हिस्सा लिया। वे एक तेजतर्रार और निडर पुलिस इंस्पेक्टर थे।
ठोकिया एनकाउंटर में अद्वितीय योगदान
2008 में, सुनील कुमार ने फतेहपुर में कुख्यात डकैत ठोकिया का एनकाउंटर किया था। उनकी बहादुरी ने ठोकिया और उसके गिरोह को नेस्तनाबूद किया। 2011 में उन्हें अदम्य साहस के लिए आउट ऑफ टर्न प्रमोशन मिला और वे हेड कॉन्स्टेबल से प्लाटून कमांडर बने। 2020 में उन्हें दलनायक के पद पर प्रमोट किया गया।
दुजाना और अन्य बदमाशों का खात्मा
सुनील कुमार ने कुख्यात अपराधी अनिल दुजाना, आदेश और धीरज को मार गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी बहादुरी ने उन्हें अपराधियों के बीच खौफ का पर्याय बना दिया।
ठोकिया गैंग की कहानी
ठोकिया गैंग एक समय में आतंक का पर्याय बन गई थी। ठोकिया, असल नाम अंबिका पटेल, ददुआ गैंग में शामिल होकर लूट और अपहरण जैसी वारदातें करने लगा। ठोकिया ने अपनी बहन के रेप के आरोपी को मारने के बाद अपराध की दुनिया में कदम रखा। ठोकिया गैंग की राजस्थान और यूपी में दहशत थी।
ठोकिया का अंत
ठोकिया ने ददुआ को मारकर वापस लौट रही एसटीएफ टीम पर हमला किया था, जिसमें 6 जवान और एक मुखबिर मारे गए थे। अगस्त 2008 में, यूपी पुलिस को सूचना मिली कि ठोकिया चित्रकूट के कर्वी इलाके में बड़ी घटना को अंजाम देने वाला है। पुलिस ने सिलखोरी जंगल को घेर लिया और 7 घंटे की मुठभेड़ के बाद ठोकिया को मार गिराया। दावा किया जाता है कि ठोकिया की मौत पुलिस की गोली से नहीं, बल्कि उसके ही साथी ज्ञान सिंह ने की थी।
सुनील कुमार की अंतिम यात्रा
इंस्पेक्टर सुनील कुमार की मौत के बाद पूरे पुलिस विभाग में शोक की लहर दौड़ गई है। उनकी अंतिम यात्रा में उनके साथियों और वरिष्ठ अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी।
उत्तर प्रदेश सरकार की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इंस्पेक्टर सुनील कुमार की बहादुरी और सेवा को सराहा और उनके परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
सुनील कुमार की मौत ने न केवल पुलिस विभाग को गहरा झटका दिया है, बल्कि उनके शौर्य और साहस ने सभी को प्रेरित किया है। उनके जैसे जांबाज अधिकारी अपराधियों के खिलाफ लड़ाई में एक मिसाल हैं।
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