इराक, 15 मई 2025:
आमतौर पर कुत्ता, बिल्ली या तोते जैसे पालतू जानवर अपने मालिक से चाहे जितना भी नाराज़ हो जाएं, वे कभी उन्हें जान से मारने की हद तक नहीं जाते। लेकिन जंगली जानवरों की फितरत अलग होती है, भले ही उन्हें पालने की कोशिश की जाए। इराक से एक ऐसी ही रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक व्यक्ति को उसके द्वारा पालतू बनाए गए शेर ने ही हमला कर मार डाला और उसके शरीर का कुछ हिस्सा खा गया। मालिक को बचाने दौड़े पड़ोसियों ने शेर पर कई गोलियां चलाईं, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी और उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
शेर को पालतू बनाने का प्रयोग पड़ा महंगा
यह दिल दहला देने वाली घटना इराक के एक इलाके की है। यहां अकली फखर अल-दीन नाम के 50 वर्षीय एक व्यक्ति ने हाल ही में एक शेर खरीदा था और उसे पालतू बनाने की कोशिश कर रहे थे। रिपोर्ट के अनुसार, उनकी योजना इस शेर को अपनी प्रॉपर्टी पर रखे गए अन्य विदेशी जानवरों के साथ एक बड़े पिंजरे में रखने की थी। घटना वाले दिन, अल-दीन अपने बगीचे में उस शेर की देखरेख कर रहे थे, जिसे अभी पिंजरे में रखा ही जा रहा था। लेकिन पातू बनाने का उनका यह प्रयोग बेहद जानलेवा साबित हुआ।
अचानक बोला हमला, गर्दन-सीने पर काटा
देखरेख के दौरान ही अचानक शेर ने अल-दीन पर बिना किसी चेतावनी के हमला बोल दिया। मीडिया रिपोर्ट्स और चश्मदीदों के मुताबिक, जैसे ही एक चश्मदीद बाड़े (जहां शेर था) के पास पहुंचा, उसने देखा कि शेर ने अकली फखर अल-दीन पर बुरी तरह झपट्टा मारा है। शेर ने बेहद क्रूरता से अल-दीन की गर्दन और सीने पर काट लिया, जिससे वह बुरी तरह घायल हो गए और दर्द से चीखने लगे।
पड़ोसी ने कलाश्निकोव राइफल से मारीं 7 गोलियां
अल-दीन की दर्दनाक चीखें सुनकर एक पड़ोसी तुरंत मदद के लिए दौड़ा। पड़ोसी अपने साथ एक कलाश्निकोव राइफल लेकर आया और उसने अल-दीन को बचाने के लिए शेर पर निशाना साधा। पड़ोसी ने शेर पर लगातार सात गोलियां चलाईं। सात गोलियां लगने के बाद शेर आखिरकार शांत हुआ और वहीं ढेर हो गया।
जान नहीं बची, शरीर का कुछ हिस्सा खा गया था शेर
हालांकि, तब तक बहुत देर हो चुकी थी। शेर के बर्बर हमले में अकली फखर अल-दीन को इतनी गंभीर चोटें आईं थीं और खून बह गया था कि उनकी जान नहीं बचाई जा सकी। बताया जा रहा है कि शेर ने हमले के बाद अल-दीन के शरीर के कुछ हिस्सों को खा भी लिया था। इस घटना से जुड़ा एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें शेर का खून से सना हुआ शरीर घास पर पड़ा दिखाई दे रहा है, और उसके पीछे वह पिंजरा भी नजर आ रहा है जो शायद उसकी अस्थाई कैदगाह थी।
विशेषज्ञों की चेतावनी: जंगली जानवर पालतू नहीं होते
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय इमरजेंसी सेवाएं तुरंत मौके पर पहुंचीं। अल-दीन के शव को पोस्टमार्टम और आगे की कार्रवाई के लिए अस्पताल ले जाया गया है। स्थानीय पुलिस ने इस पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है। वन्यजीव विशेषज्ञों का कहना है कि शेर जैसे शिकारी जानवर की फितरत अनिश्चित होती है। वे मूल रूप से जंगली होते हैं और उनका व्यवहार कभी भी बदल सकता है, खासकर अगर उन्हें उनके प्राकृतिक आवास से दूर रखा जाए। यदि ऐसे खतरनाक जानवरों की देखभाल बिना उचित अनुभव, प्रशिक्षण और पर्याप्त सुरक्षा उपायों (जैसे मजबूत पिंजरे) के की जाए, तो यह मालिक या आसपास के लोगों के लिए बेहद जानलेवा साबित हो सकता है। यह दुखद घटना एक बार फिर साबित करती है कि जंगली जानवर, भले ही पाले जाएं, कभी पूरी तरह पालतू नहीं होते और हमेशा खतरनाक बने रहते हैं।