आगरा, 13 मई 2025: सरोजिनी नायडू मेडिकल कॉलेज (एस.एन. मेडिकल कॉलेज), आगरा के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग ने सोमवार, 13 मई को ‘फॉरेंसिक मेडिसिन दिवस’ के उपलक्ष्य में एक बेहद सफल और ज्ञानवर्धक क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया। विभागाध्यक्ष के कुशल संचालन और देखरेख में आयोजित इस प्रतियोगिता ने विधि-विज्ञान के क्षेत्र में छात्रों की गहरी रुचि और ज्ञान को परखा।
इस रोमांचक और प्रतिस्पर्धी आयोजन में एस.एन. मेडिकल कॉलेज, आगरा तथा स्वशासित राज्य चिकित्सा महाविद्यालय (एएसएमसी), फिरोजाबाद के कुल 60 छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। छात्रों ने फॉरेंसिक मेडिसिन के विभिन्न पहलुओं से जुड़े सवालों के जवाब देकर अपने शैक्षणिक कौशल का प्रदर्शन किया।
कड़ी प्रतिस्पर्धा के बाद, परिणामों की घोषणा की गई:
- प्रथम स्थान: नीतीश कुमार और नमन गुप्ता (एस.एन. मेडिकल कॉलेज, आगरा)
- द्वितीय स्थान: हर्ष शर्मा और विश्वास जैन (एस.एन. मेडिकल कॉलेज, आगरा)
- तृतीय स्थान: शुभग्री और दिव्या (स्वशासित राज्य चिकित्सा महाविद्यालय, फिरोजाबाद)
प्रतियोगिता का उद्देश्य और महत्व
इस क्विज प्रतियोगिता का प्राथमिक उद्देश्य मेडिकल छात्रों के बीच फॉरेंसिक मेडिसिन के प्रति शैक्षणिक रुचि को बढ़ाना था। इसके साथ ही, इसका लक्ष्य छात्रों को इस क्षेत्र में हो रहे नवीनतम वैज्ञानिक विकासों और तकनीकों से अवगत कराना भी था। यह आयोजन छात्रों के लिए एक स्वस्थ प्रतिस्पर्धा का मंच बना, जिसने उन्हें विधि-विज्ञान की जटिल अवधारणाओं को गहराई से समझने और व्यावहारिक ज्ञान प्राप्त करने का अवसर प्रदान किया।
मुख्य अतिथि का मार्गदर्शन
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर डॉ. जी. यू. कुरैशी, जो एस.एन. मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्राचार्य एवं फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष रह चुके हैं, उपस्थित रहे। उन्होंने छात्रों को अपने विशाल अनुभव के आधार पर प्रेरित किया। डॉ. कुरैशी ने फॉरेंसिक साइंस के क्रमिक विकास, इसकी चुनौतियों और समाज में इसके बढ़ते महत्व पर प्रकाश डाला, जिससे युवा चिकित्सकों को इस क्षेत्र की महत्ता समझ आई।
प्राचार्य द्वारा पुरस्कार वितरण और प्रेरणा
कॉलेज के प्राचार्य डॉ प्रशांत गुप्ता ने प्रतियोगिता के सफल आयोजन के लिए फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रयासों की जमकर सराहना की। उन्होंने विजयी छात्र-छात्राओं को उनके शानदार प्रदर्शन के लिए पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। अपने संबोधन में, प्राचार्य डॉ. गुप्ता ने छात्रों को फॉरेंसिक मेडिसिन जैसे संवेदनशील और महत्वपूर्ण क्षेत्र में पूरी लगन, समर्पण और ईमानदारी के साथ काम करने के लिए प्रेरित किया, जो न्याय प्रणाली का एक अभिन्न अंग है।
इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में विभाग के वरिष्ठ शिक्षक डॉ. अंकुर गोयल, डॉ. विकास कुमार, डॉ. कामना सिंह और विभाग के अन्य सदस्यों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
अंत में, फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग की ओर से डॉ ऋचा ने बताया कि इस प्रकार के शैक्षणिक आयोजन छात्रों में विषय के प्रति न केवल रुचि पैदा करते हैं, बल्कि उन्हें फॉरेंसिक मेडिसिन के सामाजिक और कानूनी महत्व को भी समझने में मदद करते हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि विभाग भविष्य में भी इसी प्रकार के ज्ञानवर्धक और छात्रों को प्रोत्साहित करने वाले कार्यक्रमों का आयोजन करता रहेगा। यह आयोजन विधि-विज्ञान के क्षेत्र में युवा पीढ़ी को प्रेरित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।




