एस एन मेडिकल कॉलेज धीरे धीरे अपने गौरवशाली इतिहास की तरफ बड़ रहा है। प्रधानाचार्य प्रशांत गुप्ता के द्वारा सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराने के बाद डॉक्टर अपनी प्रतिभा के बूते एक से एक मुश्किल रोगों से मरीजों को लाभ मिलने लगा है, जिसका नतीजा यह है की इलाज करने के लिए दूसरे शहर जाने वालों मरीज अब यही इलाज करा रहे है।
एस. एन. मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग की ओ.पी.डी. में एक 52 वर्षीय पुरुष यह समस्या लेकर आया कि उसको बाय हाथ में जनजनहाट और दर्द की शिकायत है, और बाये हाथ की रिंग फिंगर (चौथी उंगली ) में गांठे महसूस होती थी , जिसकी वजह से मरीज अपने दिन प्रतिदिन के कार्य करने में असफल था और उसे काफी परेशानी थी , जिस कारण मरीज का आत्मविश्वास कम रहता था । मरीज की जांचों में टेनॉसिनोवियल जायंट सेल ट्यूमर का पता चला , जिसकी वजह से वो आस पास की नसों पर दबाव डाल रहा था l
एस एन मेडिकल कॉलेज के प्लास्टिक सर्जरी विभाग में, डाॅ. प्रणय सिंह चकोटिया (एम सी एच) ने इस समस्या का ऑपरेशन किया, जिसमें उन्होंने सभी गांठों को निकाला।
उनकी टीम में डॉ. आशीष मनोहर , डॉ. सागर गर्ग , और डॉ. निखिल भाटी शामिल थे।
ऑपरेशन के बाद मरीज की छुट्टी कर दी गई है और वह अब काफी खुश है।
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्रधानाचार्य डॉ. प्रशान्त गुप्ता ने बताया कि एस एन मेडिकल ,आगरा में इस तरह के ऑपरेशन होने से यहां के मरीजों को जयपुर-दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ती।