श्रीमनःकामेश्वर शिविर में पहुंचे शारदा पीठ के शंकराचार्य, महाकुंभ में मिला आशीर्वाद
आगरा – प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में आज शाम श्रीमनःकामेश्वर मंदिर के शिविर में श्री शारदा पीठ द्वारका के शंकराचार्य स्वामी सदानंद महाराज का आगमन हुआ। महंत योगेश पुरी ने पादुका पूजन कर शंकराचार्य का आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर महंत योगेश पुरी के साथ स्वामी सदाशिव की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। मठ प्रशासक हरिहर पुरी ने भी शंकराचार्य का आशीर्वाद प्राप्त किया।
विशिष्ट जनों का आगमन
महाकुंभ में बाबा श्रीमनःकामेश्वर के शिविर में विशिष्ट जनों का आगमन निरंतर हो रहा है। हर रोज अनेक भक्त और विशिष्टजन रुद्राभिषेक करते हुए शिविर में पहुंचे रहे हैं। विगत रात्रि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल और अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल भी शिविर में पहुंचे और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सेवा प्रकल्प ‘एक थाली एक थैला’ का अवलोकन किया।
विशिष्ट अतिथियों का स्वागत
शिविर में पहुंचने वाले सभी विशिष्ट अतिथियों का महंत योगेश पुरी और मठ प्रशासक हरिहर पुरी द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। विहिप के अंतरराष्ट्रीय संरक्षक बड़े दिनेश जी और अंतरराष्ट्रीय कथाव्यास आचार्य श्री सलिल कृष्ण ने भी शिविर में पहुंचकर बाबा मनःकामेश्वर के दर्शन किए। शिविर में ठहरे विजय गोयल (स्पीड कलर लैब) ने सभी विशिष्ट जनों को शिविर की व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी।
शिविर की विशेषताएँ
महाकुंभ में श्रीमनःकामेश्वर मंदिर मठ का शिविर संगम स्थल प्लाट नंबर 50, सेक्टर 9 में लगा हुआ है। शिविर को 100 गुना 150 वर्गफीट में तैयार किया गया है। शिविर में 50 बिस्तर की डोरमेट्री के साथ बाबा का भव्य मंदिर भी है। सत्संग हॉल में मंदिर के श्रीमहंत योगेश पुरी विराजमान हैं और यहीं संत−महात्माओं के बैठने के स्थान के साथ आध्यात्मिक परिचर्चा होती है।
भक्तों की भागीदारी
प्रयागराज में रह रहे आगरा के निवासी भी नियमित दर्शन के लिए शिविर में पधार रहे हैं। भक्तों द्वारा नियमित रूद्राभिषेक भी किया जा रहा है। शिविर में ठहरे विजय गोयल ने सभी व्यवस्थाओं की देखरेख कर रहे हैं और आगरा के चिकित्सकों का दल भी समय-समय पर अपनी सेवाएं दे रहा है।
शिविर में ठहरने की सुविधाएँ
शिविर में ठहरने की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है। 50 बिस्तर की डोरमेट्री के अलावा शिविर में भोजनालय भी बनाया गया है। यहाँ 20 से 25 सेवायत हर समय उपस्थित रहते हैं और संत−महात्माओं के साथ ही भक्तों की सेवा में लगे रहते हैं। भोजनालय में सभी के लिए स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन की व्यवस्था की गई है।
महाकुंभ में भक्तों की आस्था
महाकुंभ में हर दिन हजारों की संख्या में भक्त श्रद्धालु संगम में स्नान कर पुण्य प्राप्त करने पहुंचते हैं। श्रीमनःकामेश्वर शिविर में आकर भक्त अपनी आस्था को और भी प्रगाढ़ करते हैं। यहाँ बाबा के भव्य मंदिर में रुद्राभिषेक के माध्यम से भक्त अपनी मनोकामनाएँ पूर्ण करते हैं और शांति का अनुभव करते हैं।
शंकराचार्य का संदेश
शंकराचार्य स्वामी सदानंद महाराज ने शिविर में अपने प्रवचन के दौरान भक्तों को संदेश दिया कि आस्था और विश्वास से ही जीवन में शांति और सुख प्राप्त किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि महाकुंभ जैसा आयोजन भारतीय संस्कृति और धर्म का प्रतीक है, जहां लाखों भक्त एकत्रित होकर एक साथ अपनी आस्था और विश्वास को प्रगाढ़ करते हैं।
भविष्य की योजनाएँ
महंत योगेश पुरी ने बताया कि शिविर में आने वाले सभी भक्तों की सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी ऐसे आध्यात्मिक और धार्मिक आयोजनों का आयोजन जारी रहेगा ताकि अधिक से अधिक लोग धर्म और आस्था के प्रति जागरूक हो सकें।
अंतिम विचार
महाकुंभ में श्रीमनःकामेश्वर शिविर का यह आयोजन न केवल आगरा के निवासियों के लिए बल्कि देश भर के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। इस शिविर में आकर भक्त अपनी आस्था और विश्वास को प्रगाढ़ करते हैं और भगवान शिव की आराधना कर शांति और सुख का अनुभव करते हैं।
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