
Thursday, 28 August 2025, 9:55:15 PM. Agra, Uttar Pradesh
आगरा। बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के विचारों पर आधारित “समानता और समृद्धि राष्ट्रीय अधिवेशन” की तैयारियों ने आगरा में रफ्तार पकड़ ली है। रविवार, 07 सितंबर 2025 को राशि रिसोर्ट, नगला शंकर लाल, धनौली, आगरा में होने वाला यह अधिवेशन भारतीय जाटव समाज संस्था (सामाजिक व सांस्कृतिक) के तत्वावधान में आयोजित किया जाएगा। इस अधिवेशन को लेकर बुधवार की देर रात होटल ताज क्लासिक, शिल्पग्राम में एक अहम तैयारी बैठक सम्पन्न हुई, जिसमें राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के पदाधिकारी शामिल हुए। बैठक का मकसद था अधिवेशन को भव्य, ऐतिहासिक और समाज की एकता का प्रतीक बनाना।
बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने की। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बाबा साहब डॉ. भीमराव आंबेडकर के विचारों को जन-जन तक पहुँचाना ही इस अधिवेशन का मुख्य उद्देश्य होगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह बाबा साहब ने समानता, भाईचारे और सामाजिक न्याय की नींव रखी, उसी दिशा में यह आयोजन समाज के लिए नई ऊर्जा और प्रेरणा देगा। उन्होंने आगरा और ब्रज क्षेत्र के पदाधिकारियों से आह्वान किया कि वे पूरी ताकत और निष्ठा के साथ इस ऐतिहासिक अधिवेशन की सफलता में योगदान दें।
प्रदेश अध्यक्ष नेत्रपाल सिंह और जिला अध्यक्ष एडवोकेट भारत सिंह ने अधिवेशन की तैयारियों का खाका पेश किया। आगरा शहर और आसपास के क्षेत्रों से 60 से अधिक पदाधिकारियों को अलग-अलग जिम्मेदारियां सौंपी गईं। किसी को मंच संचालन की जिम्मेदारी मिली, तो किसी को अतिथियों के स्वागत का दायित्व दिया गया। इसी तरह सुरक्षा, मीडिया प्रबंधन, समाजसेवियों के सम्मान समारोह, भोजन-व्यवस्था, आवास और यातायात जैसी कई जिम्मेदारियां स्पष्ट रूप से बाँटी गईं।
नेत्रपाल सिंह ने कहा कि समाज की ताकत उसकी एकता में है। यह अधिवेशन सिर्फ एक सभा नहीं, बल्कि एक ऐसा संगम होगा जहाँ से समाज को दिशा और ऊर्जा दोनों मिलेगी। उन्होंने विश्वास जताया कि समाज के सभी वर्गों की भागीदारी इस आयोजन को ऐतिहासिक बना देगी।
अधिवेशन में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार के समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण होंगे। मंत्री असीम अरुण की उपस्थिति इस अधिवेशन की महत्ता को और बढ़ा देती है, क्योंकि वे स्वयं भी समाज सुधार और सामाजिक उत्थान से जुड़े मुद्दों पर सक्रिय रहते हैं। उनके संबोधन से समाज के युवाओं और महिलाओं को नई प्रेरणा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
इस अधिवेशन में केवल उत्तर प्रदेश ही नहीं, बल्कि राजस्थान, मध्य प्रदेश, दिल्ली, गुजरात और महाराष्ट्र से भी संस्था के पदाधिकारी व प्रतिनिधि शामिल होंगे। इससे यह आयोजन केवल एक क्षेत्रीय कार्यक्रम न रहकर राष्ट्रीय स्वरूप ग्रहण करेगा। बड़ी संख्या में महिलाओं की उपस्थिति और उनके सक्रिय योगदान की योजना भी बैठक में तय की गई। इसके साथ ही प्रमुख समाजसेवियों और शिक्षा, स्वास्थ्य, सेवा कार्यों में योगदान देने वाले लोगों का सम्मान समारोह भी अधिवेशन की खास विशेषता होगा।
राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र सिंह ने कहा कि जब समाज एकजुट होता है तो बड़ी से बड़ी चुनौतियों का सामना कर सकता है। उन्होंने कहा कि बाबा साहब डॉ. आंबेडकर ने शिक्षा को हथियार बताया था और इस अधिवेशन में शिक्षा के महत्व पर भी विशेष चर्चा होगी। समाज के युवाओं को प्रेरित किया जाएगा कि वे शिक्षा और संगठन की शक्ति से अपने भविष्य को सशक्त बनाएं।

बैठक का वातावरण ऊर्जा और उत्साह से भरा हुआ था। वक्ताओं ने समाज की प्रगति और मजबूती पर जोर देते हुए अधिवेशन की रूपरेखा को अंतिम रूप दिया। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों ने भी अपने विचार रखे और अधिवेशन की सफलता के लिए संकल्प लिया।
बैठक में मुख्य रूप से उपस्थित रहे –
प्रदेश महासचिव डॉ. मुन्नालाल भारतीय, प्रदेश सचिव रविंद्र कुमार, मंडल अध्यक्ष तेज कपूर, मनोज सोन, नवीन कुमार, एडवोकेट अर्जुन सिंह, एडवोकेट बबीता रानी शांत, एडवोकेट संजय कुमार, अनिल कुमार, मोहन सिंह खेर, डॉ. नरेंद्र वरुण, जितेंद्र पिप्पल, आकाश आजाद, आनंद कुमार, प्रभु दयाल राजोरिया (पूर्व प्रधान), कमल कुमार, एडवोकेट जगबीर सिंह, अविनाश कुमार, मुकेश गौतम आदि।
बैठक का समापन एक स्वर में इस घोषणा के साथ हुआ कि 07 सितंबर को होने वाला अधिवेशन न केवल आगरा, बल्कि पूरे देश के लिए समाज की शक्ति और जागरूकता का प्रतीक बनेगा।