
लखनऊ/बलिया/नई दिल्ली, रविवार, 31 अगस्त 2025, रात 11:45 बजे IST
🎬 भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह एक बार फिर विवादों के केंद्र में
भोजपुरी सिनेमा के चर्चित अभिनेता और गायक पवन सिंह इन दिनों अपने व्यक्तिगत और सार्वजनिक जीवन को लेकर तीव्र आलोचनाओं का सामना कर रहे हैं। एक ओर जहां उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे अभिनेत्री अंजलि राघव के साथ मंच पर अनुचित व्यवहार करते दिख रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनकी पत्नी ज्योति सिंह ने उन पर गंभीर व्यक्तिगत आरोप लगाए हैं।
📹 वायरल वीडियो और सार्वजनिक आलोचना
विवाद की शुरुआत एक सार्वजनिक कार्यक्रम में हुई, जहां पवन सिंह और अंजलि राघव एक गीत के प्रमोशन के लिए मंच पर उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान पवन सिंह ने अंजलि की कमर पर हाथ रखा, जिसे सोशल मीडिया पर अभद्र और असहज व्यवहार के रूप में देखा गया। वीडियो के वायरल होते ही दर्शकों और प्रशंसकों ने तीव्र प्रतिक्रिया दी। कई महिला संगठनों ने भी इस पर नाराजगी जताई।
पवन सिंह ने इस घटना पर माफी मांगते हुए कहा कि उनका इरादा किसी को असहज करने का नहीं था। उन्होंने इसे “भावनात्मक क्षण” बताया, लेकिन आलोचना थमने का नाम नहीं ले रही।
🧕 पत्नी ज्योति सिंह का भावनात्मक सोशल मीडिया पोस्ट
इस विवाद के बीच पवन सिंह की दूसरी पत्नी ज्योति सिंह ने शुक्रवार को इंस्टाग्राम पर एक लंबा भावनात्मक पोस्ट साझा किया। उन्होंने लिखा कि वे कई महीनों से पवन सिंह से संपर्क करने की कोशिश कर रही थीं, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने यह भी कहा कि हालातों से तंग आकर उनके मन में आत्मदाह का विचार आया, लेकिन उन्होंने ऐसा कदम उठाने से खुद को रोका।
ज्योति सिंह ने लिखा, “मैंने एक पत्नी के रूप में अपना कर्तव्य निभाया, अब आपकी बारी है। अगर आप मुझे अपनी पत्नी नहीं मानते, तो कम से कम एक इंसान के रूप में मेरा सम्मान करें।” उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पवन सिंह ने अपने राजनीतिक विरोधियों को माफ कर दिया, लेकिन अपनी पत्नी की पीड़ा को नजरअंदाज कर दिया।
📞 संपर्क की कोशिशें और असफलता
ज्योति सिंह ने पीटीआई को बताया कि उन्होंने कई बार पवन सिंह को कॉल और मैसेज किए, लेकिन उन्हें कोई जवाब नहीं मिला। उन्होंने कहा, “हमारे पास उनसे बात करने का कोई और तरीका नहीं था, इसलिए हमने सोशल मीडिया का सहारा लिया। हम चाहते हैं कि वे हमारे मैसेज का जवाब दें और कॉल रिसीव करें।”
उन्होंने यह भी बताया कि उन्होंने छठ पूजा के दौरान लखनऊ और डेहरी जाकर उनसे मिलने की कोशिश की, लेकिन पवन सिंह ने मिलने से इनकार कर दिया। उनके पिता ने भी दो महीने पहले उनसे संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन कोई सकारात्मक परिणाम नहीं निकला।
⚖️ कानूनी पृष्ठभूमि: भरण-पोषण का मुकदमा
यह विवाद कोई नया नहीं है। 22 अप्रैल 2022 को ज्योति सिंह ने बलिया की फैमिली कोर्ट में पवन सिंह के खिलाफ भरण-पोषण का मुकदमा दायर किया था। उन्होंने प्रति माह ₹5 लाख की मांग की थी। इस मुकदमे के बाद से ही दंपति का संबंध सार्वजनिक चर्चा का विषय बना हुआ है।
👨⚖️ पवन सिंह के वकील की प्रतिक्रिया
इस मामले में पवन सिंह के वकील श्री हरिवंश सिंह ने पीटीआई को बताया कि मामला अभी अदालत में लंबित है। उन्होंने कहा, “यह एक पारिवारिक मामला है और न्यायालय में विचाराधीन है। अगली सुनवाई 8 सितंबर को निर्धारित है।” उन्होंने यह भी कहा कि पवन सिंह इस मामले में कानून का पालन कर रहे हैं और न्यायालय के निर्देशों के अनुसार कार्य कर रहे हैं।
🧠 मानसिक स्वास्थ्य और सामाजिक चिंता
ज्योति सिंह के पोस्ट में आत्मदाह जैसे विचारों का उल्लेख समाज के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। महिला अधिकार संगठनों ने इस पर चिंता जताई है और कहा है कि किसी भी महिला को इस स्तर की उपेक्षा और मानसिक पीड़ा नहीं झेलनी चाहिए। सोशल मीडिया पर भी कई लोगों ने ज्योति सिंह के साहस की सराहना की है और पवन सिंह से जवाब देने की मांग की है।
🎭 अंजलि राघव का बयान और इंडस्ट्री से विदाई
इस विवाद के बीच अंजलि राघव ने भी एक बयान जारी किया है। उन्होंने कहा कि वह इस घटना से बेहद असहज महसूस कर रही हैं और अब भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को हमेशा के लिए अलविदा कह रही हैं। उन्होंने कहा, “लोग पूछते हैं कि मैंने मंच पर प्रतिक्रिया क्यों नहीं दी, लेकिन उस समय की स्थिति को समझना आसान नहीं है। मैं मानसिक रूप से बहुत परेशान थी।”
🗣️ पवन सिंह की चुप्पी और सोशल मीडिया पोस्ट
पवन सिंह ने इस पूरे विवाद पर कोई औपचारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन उन्होंने इंस्टाग्राम पर एक भावनात्मक पोस्ट साझा किया है, जिसमें उन्होंने लिखा, “जिस तन लागे सो तन जाने, कोई न जाने पीर पराई।” इस पोस्ट को कई लोगों ने “पीड़ित बनने की कोशिश” कहा है, जबकि कुछ प्रशंसकों ने उनका समर्थन भी किया है।