आगरा, 14 मई 2025:
उत्तर प्रदेश के आगरा में समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन के आवास पर हुए हमले के मुख्य आरोपी और करणी सेना के युवा अध्यक्ष ओकेंद्र राणा ने एक बार फिर आगरा कमिश्नरेट पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाबी हासिल कर ली है। बुधवार को आगरा के ताजगंज क्षेत्र में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचा ओकेंद्र राणा पुलिस के पहुंचने से ठीक पहले मौके से निकल गया। उसके फरार होने के बाद पुलिस की वहां मौजूद समर्थकों से तीखी झड़प हो गई, जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करते हुए लाठियां भांजनी पड़ीं और कई समर्थकों को हिरासत में लेना पड़ा।
सांसद पर हमले का आरोपी, पुलिस को 24 मार्च से तलाश
ओकेंद्र राणा समाजवादी पार्टी के सांसद रामजीलाल सुमन के एमजी रोड स्थित आवास पर 24 मार्च को हुए हमले का मुख्य आरोपी है। इस घटना में सांसद के घर पर तोड़फोड़, हमला और जानलेवा हमले के गंभीर आरोप हैं। इस मामले में ओकेंद्र राणा और उसके समर्थकों के खिलाफ दो मुकदमे दर्ज हैं और घटना के बाद से ही पुलिस ओकेंद्र राणा की तलाश कर रही है, लेकिन बावजूद इसके वह खुलेआम विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल हो रहा है और पुलिस उसे गिरफ्तार नहीं कर पा रही है।
ताजगंज में बिना इजाजत कार्यक्रम
बुधवार को करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने आगरा के ताजगंज थाना क्षेत्र के गांव नौफरी में एक कार्यक्रम का आयोजन किया था। बताया जा रहा है कि इस कार्यक्रम के लिए पुलिस या प्रशासन से कोई औपचारिक अनुमति नहीं ली गई थी। इस कार्यक्रम में करणी सेना के युवा अध्यक्ष ओकेंद्र राणा को गांव में लगाए गए एक बोर्ड का अनावरण करने के लिए आमंत्रित किया गया था।
बोर्ड का अनावरण और समर्थकों को संबोधन
निर्धारित समय पर ओकेंद्र राणा अपने काफिले और बड़ी संख्या में समर्थकों के साथ गांव नौफरी में कार्यक्रम स्थल पर पहुंचा। यहां उसने मौजूद करणी सेना के समर्थकों को संबोधित किया। संबोधन के बाद उसने गांव में लगाए गए बोर्ड का अनावरण किया। इस बोर्ड पर प्रमुखता से लिखा था ‘राजपूतों के गांव नौफरी में आपका स्वागत है’।
पुलिस पहुंची, हुई झड़प और राणा फरार
कार्यक्रम संपन्न होने के बाद दोपहर बाद आगरा कमिश्नरेट पुलिस को सूचना मिली कि सांसद पर हमले का आरोपी ओकेंद्र राणा गांव नौफरी में मौजूद है। सूचना मिलते ही ताजगंज और आसपास के थानों से काफी संख्या में पुलिस बल गांव में पहुंच गया। पुलिस ने वहां मौजूद करणी सेना के समर्थकों से ओकेंद्र राणा के बारे में और कार्यक्रम के बारे में पूछताछ करना शुरू किया। इससे समर्थकों में आक्रोश फैल गया और वे पुलिसकर्मियों से तीखी बहस और धक्का-मुक्की करने लगे। पुलिस जब इस झड़प के बीच ओकेंद्र राणा को पकड़ने के लिए आगे बढ़ी, तभी ओकेंद्र राणा ने मौके का फायदा उठाया और अपनी गाड़ी में बैठकर तेजी से वहां से निकल गया।
राणा के फरार होते ही समर्थकों पर बरसीं लाठियां
ओकेंद्र राणा के पुलिस को चकमा देकर फरार होने के बाद पुलिसकर्मी आग बबूला हो गए। उन्होंने वहां मौजूद करणी सेना के समर्थकों पर लाठियां भांजनी शुरू कर दीं। पुलिस के अचानक बल प्रयोग से समर्थकों में भगदड़ मच गई। पुलिस ने कई समर्थकों को खदेड़ा और लाठीचार्ज किया। इस दौरान पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया।
11 समर्थक गिरफ्तार, गाड़ियां सीज
एसीपी सैय्यद अरीब अहमद ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि ओकेंद्र राणा के गांव में कार्यक्रम की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। वहां से पुलिस ने करणी सेना के 11 समर्थकों को गिरफ्तार किया है। इन सभी के खिलाफ शांतिभंग की आशंका में सीआरपीसी की धारा 151 के तहत चालान की कार्रवाई की गई है। एसीपी ने यह भी बताया कि ओकेंद्र राणा की दो गाड़ियों को भी पुलिस ने सीज कर दिया है।
पहले भी पुलिस को दे चुका है चकमा
यह पहली बार नहीं है जब सांसद पर हमले के आरोपी ओकेंद्र राणा ने पुलिस को चकमा दिया है। 24 मार्च से फरार चल रहा ओकेंद्र राणा इससे पहले 12 अप्रैल को एत्मादपुर में आयोजित एक ‘रक्त स्वाभिमान सम्मेलन’ में भी शामिल हो चुका था, लेकिन पुलिस उसे तब भी गिरफ्तार नहीं कर पाई थी। पुलिस का कहना है कि सांसद रामजीलाल सुमन पर हमले से जुड़े दोनों मामलों की जांच जारी है और आरोपी ओकेंद्र राणा की तलाश में लगातार दबिशें दी जा रही हैं। गौरतलब है कि सांसद रामजीलाल सुमन पर इस दौरान दो बार हमले हो चुके हैं, जो क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े करते हैं।
खुलेआम कार्यक्रमों में शामिल होकर पुलिस को चुनौती देना और फिर फरार हो जाना ओकेंद्र राणा की बढ़ती दबंगई को दर्शाता है, वहीं यह आगरा पुलिस के लिए भी एक बड़ी चुनौती बना हुआ है।