May 30, 2025 | 11:35 AM. आगरा। आगरा शहर के लिए एक बड़ी खुशखबरी है! संभावना है कि सितंबर महीने से आगरा में मेट्रो का सफर शुरू हो सकता है, जिससे ताज पूर्वी स्टेशन से लेकर ISBT तक की यात्रा बेहद सुगम हो जाएगी। आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट के पहले कॉरिडोर की अपलाइन (एक तरफ की पटरी) की टनल खुदाई का काम सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। एसएन मेडिकल कॉलेज से मन:कामेश्वर स्टेशन के बीच यह महत्वपूर्ण कार्य संपन्न हुआ है। डाउनलाइन (दूसरी तरफ की पटरी) की खुदाई का थोड़ा सा हिस्सा बचा है, जिसके अगले सप्ताह तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके साथ ही लगभग 7.5 किलोमीटर लंबी भूमिगत टनल का पूरा निर्माण कार्य समाप्त हो जाएगा।
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट में कुल दो कॉरिडोर हैं। इनमें से पहला कॉरिडोर सिकंदरा से ताज पूर्वी गेट तक करीब 14 किलोमीटर लंबा है। इस कॉरिडोर पर कुल 13 स्टेशन बनाए जाएंगे, जिनमें 6 एलिवेटेड (ऊपर) और 7 भूमिगत (अंडरग्राउंड) स्टेशन शामिल हैं। पहले कॉरिडोर में टनल खोदने के लिए 2 टीबीएम (टनल बोरिंग मशीन) का इस्तेमाल किया गया है, जिनसे दोहरी टनल का निर्माण हो रहा है। पहले चरण में ताजमहल, आगरा किला और रामलीला मैदान तक टनल बनाई गई थी।

भूमिगत टनल निर्माण में UPMRC ने स्थापित किए उच्च मानक
दूसरे चरण में, टीबीएम ‘यमुना’ को आगरा कॉलेज मेट्रो स्टेशन से लॉन्च किया गया था। इस मशीन ने एसएन मेडिकल कॉलेज से होते हुए मन:कामेश्वर तक टनल निर्माण पूरा कर लिया है। इसके समानांतर, दूसरी टनल की खुदाई में दो अन्य टीबीएम मशीनें कार्यरत हैं, जिनका काम भी अगले सप्ताह तक पूरा होने की उम्मीद है।
आगरा मेट्रो प्रोजेक्ट के डायरेक्टर अरविंद राय के अनुसार, पहले कॉरिडोर की अपलाइन टनल की खुदाई पूरी हो चुकी है। इस चुनौतीपूर्ण कार्य को पूरा करने में करीब 10 महीने का समय लगा। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (UPMRC) ने टनल निर्माण में वाकई उच्च मानक स्थापित किए हैं, जो इंजीनियरिंग का एक बेहतरीन उदाहरण है।
बताया जा रहा है कि ताज पूर्वी गेट से ISBT तक मेट्रो संचालन सितंबर तक शुरू हो सकता है, जिससे लाखों यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा। भूमिगत मेट्रो की टनल का व्यास 5.8 मीटर है, जबकि टीबीएम मशीनें 6.6 मीटर व्यास में खुदाई करती हैं। खुदाई के बाद, मिट्टी को धंसने से रोकने के लिए टनल के भीतर कंक्रीट की मजबूत रिंग लगाई जाती हैं। आगरा कॉलेज से मन:कामेश्वर तक इस प्रक्रिया में कुल 4200 रिंग का उपयोग किया गया है। खंदारी से ISBT तक पिलर का काम भी पूरा हो चुका है, और जल्द ही ISBT पर मेट्रो स्टेशन का काम भी शुरू हो जाएगा। UPMRC अब मन:कामेश्वर स्टेशन से ISBT तक मेट्रो सेवा शुरू करने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है।