
पटना/नई दिल्ली, बुधवार, 3 सितम्बर 2025, रात 9:46 बजे IST
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सियासी बयानबाज़ी और आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज़ हो गया है। दरभंगा में INDIA गठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दिवंगत मां हीराबेन मोदी को लेकर की गई कथित अपमानजनक टिप्पणी ने राजनीतिक माहौल को गर्म कर दिया है। इस टिप्पणी के बाद बीजेपी सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी से इस्तीफे की मांग की है।
कंगना रनौत की तीखी प्रतिक्रिया
हिमाचल प्रदेश के मंडी से सांसद कंगना रनौत ने इस घटना को “पूरी तरह अस्वीकार्य” बताया है। उन्होंने कहा कि यह टिप्पणी न केवल प्रधानमंत्री के परिवार के खिलाफ है, बल्कि देश की महिलाओं और बहनों के आत्म-सम्मान को भी ठेस पहुंचाती है। कंगना ने कहा, “हीराबेन मोदी ने एक तपस्वी जीवन जिया, उन्होंने सरकार से कोई लाभ नहीं लिया। उनके खिलाफ ऐसी टिप्पणी करना विपक्ष की मानसिकता को दर्शाता है।”
उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) को “महिला विरोधी” करार देते हुए कहा कि जब विपक्ष प्रधानमंत्री की दिवंगत मां को नहीं बख्श रहा है, तो संसद में उनके प्रतिद्वंद्वियों के बारे में उनकी सोच का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।
राहुल गांधी से इस्तीफे की मांग
कंगना रनौत ने कहा कि इस पूरे विवाद पर सिर्फ माफी मांगना पर्याप्त नहीं है। उन्होंने राहुल गांधी से इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि एक जिम्मेदार सांसद के रूप में उन्हें इस घटना की नैतिक जिम्मेदारी लेनी चाहिए। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी को इस पूरे घटनाक्रम पर सार्वजनिक रूप से जवाब देना चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।”
कंगना ने यह भी आरोप लगाया कि विपक्षी नेताओं द्वारा उनके खिलाफ भी “परेशान करने वाली टिप्पणियां” की गई हैं। उन्होंने कहा, “मंडी में महिला के रेट क्या हैं — जैसी बातें की गईं। यह महिलाओं के प्रति अपमानजनक सोच को दर्शाता है।”
मध्य प्रदेश के कांग्रेस नेता पर भी हमला
कंगना ने मध्य प्रदेश के एक कांग्रेस नेता की उस टिप्पणी की भी आलोचना की जिसमें कहा गया था कि राज्य में महिलाओं में शराबियों की संख्या सबसे अधिक है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कांग्रेस इसलिए महिलाओं को निशाना बना रही है क्योंकि वे उन्हें वोट नहीं देतीं?
उन्होंने कहा कि यह बयान न केवल तथ्यहीन है, बल्कि महिलाओं के प्रति कांग्रेस की सोच को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को राजनीतिक रूप से निशाना बनाना एक खतरनाक प्रवृत्ति है।
पटना में विरोध प्रदर्शन और बढ़ता तनाव
दरभंगा की घटना के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं ने पटना में कांग्रेस के राज्य मुख्यालय — सदाकत आश्रम — के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने राहुल गांधी और कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ नारेबाज़ी की। इस दौरान पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा और इलाके में तनाव बढ़ गया।
पटना पुलिस ने कहा कि स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
वोटर अधिकार यात्रा पर सवाल
INDIA गठबंधन की वोटर अधिकार यात्रा को लेकर पहले ही कई सवाल उठाए जा रहे थे। अब दरभंगा की घटना ने इस यात्रा की नैतिकता और उद्देश्य पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। बीजेपी नेताओं का कहना है कि यह यात्रा “वोट बैंक की राजनीति” है और इसमें “नैतिकता का कोई स्थान नहीं” है।
कंगना रनौत ने कहा कि यह यात्रा लोकतंत्र की रक्षा के नाम पर “अराजकता फैलाने” का माध्यम बन गई है। उन्होंने कहा कि विपक्ष को अपनी भाषा और व्यवहार पर नियंत्रण रखना चाहिए।
महिला संगठनों की प्रतिक्रिया
देशभर के महिला संगठनों ने इस टिप्पणी की निंदा की है। दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि “राजनीति में महिलाओं के प्रति सम्मान होना चाहिए। दिवंगत महिलाओं के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करना शर्मनाक है।”
महिला संगठनों ने राहुल गांधी से स्पष्ट बयान देने की मांग की है और कहा है कि अगर वह इस टिप्पणी से असहमत हैं, तो उन्हें सार्वजनिक रूप से इसकी निंदा करनी चाहिए।
चुनावी रणनीति और सियासी असर
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए सभी दल अपनी रणनीति बना रहे हैं। इस विवाद ने कांग्रेस और INDIA गठबंधन को रक्षात्मक स्थिति में ला दिया है। बीजेपी इस मुद्दे को चुनावी मंच पर उठाने की तैयारी कर रही है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह विवाद चुनावी नैरेटिव को बदल सकता है। जहां कांग्रेस वोटर अधिकार यात्रा के माध्यम से लोकतंत्र की रक्षा का संदेश देना चाहती थी, वहीं अब यह यात्रा विवादों में घिर गई है।