पानीपत: हरियाणा के पानीपत में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए जासूसी करते पकड़े गए एजेंट नोमान इलाही को लेकर चौंकाने वाले खुलासे हो रहे हैं। शामली के कैराना का रहने वाला आठवीं पास नोमान दिखने में तो सामान्य था, लेकिन सोशल मीडिया और तकनीक का शातिर खिलाड़ी निकला। वह पिछले दो साल से भारत की संवेदनशील और गोपनीय सूचनाएं पाकिस्तान भेज रहा था।
सुरक्षा एजेंसियों के निशाने पर आया 28 वर्षीय नोमान इलाही, जो कैराना के बाजार बेगमपुरा का निवासी है, को पानीपत पुलिस ने आईएसआई के लिए जासूसी करते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ देशद्रोह और खुफिया राज साझा करने जैसी गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
जांच में पता चला है कि नोमान को हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ नामक एक टास्क के तहत श्रीनगर जाकर भारतीय सेना की तैनाती, मूवमेंट और गतिविधियों की जानकारी इकट्ठा करने का निर्देश मिला था। हालांकि, इससे पहले कि वह अपने मंसूबे में कामयाब हो पाता, खुफिया एजेंसियां उस तक पहुंच गईं।
सुबह घर पर छापा, पासपोर्ट और दस्तावेज जब्त
शुक्रवार सुबह करीब 6 बजे, पानीपत सीआईए की टीम नोमान को लेकर कैराना स्थित उसके घर पहुंची। स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में मकान का ताला तोड़कर घंटों तलाशी ली गई। इस दौरान टीम को कई अलग-अलग लोगों के पासपोर्ट, कुछ संदिग्ध दस्तावेज और डिजिटल उपकरण मिले, जिन्हें जांच के लिए जब्त कर लिया गया।
व्हाट्सएप चैट से खुलासा: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और पैसों का लालच
नोमान के मोबाइल फोन की व्हाट्सएप चैट खंगालने पर ‘ऑपरेशन सिंदूर’ और श्रीनगर टास्क का खुलासा हुआ। चैट में साफ तौर पर लिखा था कि उसे श्रीनगर जाकर सेना की जानकारी साझा करनी है, जिसके बदले उसे मोटी रकम दी जाएगी। चैट में ‘हर जानकारी के बदले अच्छे पैसे मिलेंगे, तुझे मालामाल कर देंगे’ जैसी लाइनें भी मिली हैं, जो पैसों के लालच में देश से गद्दारी करने की बात साबित करती हैं।
पुलिस को नोमान के मोबाइल से वीडियो कॉल्स और पाकिस्तानी नंबरों से बातचीत के स्क्रीनशॉट भी मिले हैं। हालांकि वह भेजे गए संदेशों को डिलीट कर देता था, लेकिन पाकिस्तान से आई चैट और मीडिया फाइलों से उसके खुफिया नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है।
आठवीं पास होकर भी तकनीक का माहिर
नोमान भले ही सिर्फ आठवीं तक पढ़ा हो, लेकिन वह सोशल मीडिया और टेक्नोलॉजी का बखूबी इस्तेमाल करता था। वह पानीपत में अपनी बहन जीनत के घर रहकर सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी कर रहा था और इसी नौकरी की आड़ में वह देश की गोपनीय सूचनाएं इकट्ठा कर पाकिस्तान भेजता रहा। पुलिस का कहना है कि वह पूरी ट्रेनिंग लेकर जासूसी कर रहा था और पैसा कमाना ही उसका एकमात्र मकसद बन गया था।
परिजनों ने तोड़ा रिश्ता, पत्नी सदमे में
नोमान की गिरफ्तारी के बाद उसके परिजन सदमे में हैं। पानीपत में रह रहे उसकी बहन जीनत और जीजा इरफान ने नोमान से अपना रिश्ता तोड़ लिया है। जीजा इरफान ने साफ कहा कि जो देश से गद्दारी करे, उससे हमारा कोई रिश्ता नहीं। वहीं, बहन जीनत सदमे में है और ठीक से खाना भी नहीं खा पा रही है। दोनों का कहना है कि नोमान ने उनकी पूरे देश में बदनामी कराई है। उन्होंने यह भी बताया कि नोमान अक्सर कई-कई दिन घर से गायब रहता था और हमेशा मोबाइल में व्यस्त रहता था।
केस दर्ज, एजेंसियां नेटवर्क खंगालने में जुटीं
नोमान इलाही के खिलाफ देशद्रोह, गोपनीयता उल्लंघन और विदेशी ताकतों से संबंध रखने जैसी गंभीर धाराओं में मामला दर्ज किया गया है। पानीपत पुलिस के साथ-साथ इंटेलिजेंस ब्यूरो और मिलिट्री इंटेलिजेंस एजेंसियां उसके पूरे डिजिटल नेटवर्क, भारत और पाकिस्तान में उसके संपर्क सूत्रों और उसके बैंक लेनदेन की गहनता से जांच कर रही हैं। यह मामला सिर्फ एक व्यक्ति की गद्दारी का नहीं है, बल्कि यह भी सवाल उठाता है कि सोशल मीडिया की आड़ में देश के खिलाफ ऐसे कितने और लोग सक्रिय हैं।