मथुरा, उत्तर प्रदेश: शुक्रवार, 6 जून 2025, सुबह।
उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले में एक ऐसे सनसनीखेज हनीट्रैप गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जिसने अपनी जालसाजी और धोखे के दम पर कई लोगों की जिंदगी को नरक बना दिया था। मथुरा की थाना महावन पुलिस ने एक बेहद शातिर युवक और एक “बला की खूबसूरत” युवती को दबोचा है, जो अपनी आकर्षक शख्सियत का इस्तेमाल कर भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाते थे, उनकी आपत्तिजनक वीडियो बनाते और फिर उन्हें वायरल करने की धमकी देकर लाखों रुपये की वसूली करते थे। इस गिरफ्तारी से क्षेत्र में दहशत का माहौल खत्म होने की उम्मीद है।
खूबसूरती का नकाब और जालसाजी का खेल:
पुलिस जांच और पकड़े गए आरोपियों से हुई पूछताछ से इस गिरोह के बेहद खतरनाक तरीके का खुलासा हुआ है। इस पूरे षड्यंत्र का मुख्य सूत्रधार सुखवीर, जो थाना मगोर्रा के कटेलिया गांव का निवासी है, पहले लोगों से बड़ी ही चालाकी से दोस्ती गांठा करता था। उसकी मीठी और विश्वसनीय बातों में फंसकर लोग आसानी से उसके बहकावे में आ जाते थे। विश्वास का पुल बन जाने के बाद, सुखवीर अपने शिकार को ‘पार्टी’ या ‘दावत’ के बहाने अपने घर या किसी सुनसान जगह पर बुलाता था।
यहीं से शुरू होता था असली खेल। सुखवीर, बड़ी ही खामोशी से, अपने शिकार के खाने या पीने में नशीला पदार्थ मिला देता था। जैसे ही पीड़ित नशे की गिरफ्त में आता और उसकी चेतना धुंधली पड़ने लगती, तभी सुखवीर अपनी महिला मित्र को बुलाता था। यह महिला, जो नोएडा में रहती थी और कथित तौर पर अपने आकर्षक व मासूम चेहरे से किसी को भी भ्रमित करने में माहिर थी, नशीले पदार्थ के प्रभाव में आए पीड़ित के साथ मिलकर आपत्तिजनक और अश्लील वीडियो बनाती थी।
एक बार वीडियो हाथ लगते ही, इन जालसाजों का असली चेहरा सामने आ जाता था। वे तुरंत पीड़ित से संपर्क करते और वीडियो को सोशल मीडिया या अन्य सार्वजनिक प्लेटफार्मों पर वायरल करने की धमकी देकर मोटी रकम की मांग करते थे। यह रकम अक्सर लाखों में होती थी, और बदनामी के डर से अधिकांश पीड़ित चुपचाप उनकी मांगें पूरी कर देते थे।
पीड़ित की दास्तान: 7 लाख की फिरौती का मामला:
हाल ही में थाना महावन क्षेत्र में एक युवक इस गिरोह का शिकार बना, जिसकी शिकायत के बाद ही यह पूरा मामला सामने आया। पीड़ित युवक की दोस्ती सुखवीर से हुई थी। एक दिन, जब पीड़ित के परिजन घर से बाहर गए हुए थे, सुखवीर ने मौका पाकर पीड़ित को उसके घर पर ही मिलने के लिए बुला लिया।
सुखवीर ने पीड़ित के घर पर खाना-पीना खाया और इसी दौरान, उसने बड़ी ही चालाकी से युवक के खाने में नशीला पदार्थ मिला दिया। कुछ ही देर में पीड़ित युवक नशे की हालत में आ गया। इसी बीच, सुखवीर ने अपनी नोएडा वाली महिला मित्र को बुलाया, और दोनों ने मिलकर पीड़ित के साथ आपत्तिजनक वीडियो बना ली।
अगले ही दिन, यह भयावह वीडियो पीड़ित के व्हाट्सएप पर भेज दिया गया। वीडियो को हटाने और उसे वायरल न करने की एवज में जालसाजों ने पीड़ित से 7 लाख रुपये की भारी-भरकम राशि की मांग की। इस अप्रत्याशित और मानसिक रूप से प्रताड़ित करने वाली घटना से पीड़ित युवक टूट गया। उसने तुरंत इस पूरे मामले से अपनी पत्नी को अवगत कराया। पत्नी की समझदारी और हिम्मत भरी सलाह पर, पीड़ित युवक ने शर्म और बदनामी को परे रखकर थाना महावन में पूरी घटना की विस्तृत रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और आपराधिक कुंडली खंगाली जा रही:
मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए, महावन पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू कर दी। मुखबिर की सटीक सूचना पर काम करते हुए, पुलिस टीम ने सुखवीर और उसकी महिला मित्र को चंद्रावली मंदिर की तरफ जाने वाले रामनगर कट से धर दबोचा। गिरफ्तारी के समय उनके पास से 6000 रुपये नकद भी बरामद हुए, जो उनकी आपराधिक गतिविधियों का एक छोटा सा प्रमाण है।
क्षेत्राधिकारी (CO) महावन संजीव कुमार राय ने इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए बताया कि, “पकड़े गए आरोपी बेहद पेशेवर तरीके से लोगों को अपने जाल में फंसाते थे, उनकी अश्लील वीडियो बनाते और फिर ब्लैकमेल कर मोटी रकम वसूलते थे।” उन्होंने यह भी जानकारी दी कि पुलिस अब इन दोनों आरोपियों के आपराधिक इतिहास के बारे में गहनता से जानकारी जुटा रही है। पुलिस को आशंका है कि इस गिरोह ने मथुरा और आसपास के जिलों में कई अन्य लोगों को भी अपना शिकार बनाया होगा, जिनके बारे में अब पता लगाया जा रहा है। इस गिरफ्तारी से हनीट्रैप जैसे जघन्य अपराधों पर अंकुश लगने की उम्मीद है, और समाज में एक सकारात्मक संदेश जाएगा कि ऐसे जालसाजों से निपटने के लिए पुलिस पूरी तरह सक्रिय है।