
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली सार्वजनिक उपस्थिति, मंच साझा किया लेकिन संवाद से परहेज़
तियानजिन, रविवार, 31 अगस्त 2025, रात 9:45 बजे IST
🕊️ तनाव के बाद पहली बार एक मंच पर भारत और पाकिस्तान
शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के शिखर सम्मेलन में रविवार को एक ऐतिहासिक क्षण देखने को मिला, जब भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री श्री शहबाज शरीफ एक ही मंच पर उपस्थित हुए। यह पहली बार था जब मई 2025 में हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद दोनों नेता किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर आमने-सामने आए।
हालांकि, इस उपस्थिति में संवाद की कोई पहल नहीं हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट रूप से शहबाज शरीफ से दूरी बनाए रखी। दोनों नेताओं ने औपचारिक ग्रुप फोटो में भाग लिया, लेकिन किसी प्रकार की व्यक्तिगत बातचीत या अभिवादन नहीं हुआ।
🔥 ऑपरेशन सिंदूर की पृष्ठभूमि
गौरतलब है कि ऑपरेशन सिंदूर भारत द्वारा मई 2025 में पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर की गई एक सटीक सैन्य कार्रवाई थी। यह ऑपरेशन जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 26 निर्दोष नागरिकों की जान गई थी। भारत ने इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के पंजाब और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में स्थित लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिजबुल मुजाहिदीन के नौ ठिकानों को निशाना बनाया था।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस कार्रवाई को भारत की “नई नीति” करार दिया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत अब “न्यूक्लियर ब्लैकमेल” को बर्दाश्त नहीं करेगा और हर आक्रामकता का जवाब अपने तरीके से देगा।

🤝 SCO सम्मेलन में मोदी का स्वागत
प्रधानमंत्री मोदी का तियानजिन में भव्य स्वागत किया गया। मेजबान राष्ट्रपति शी जिनपिंग और उनकी पत्नी पेंग लियुआन ने हाथ मिलाकर उनका अभिवादन किया। SCO के सभी नेताओं ने औपचारिक ग्रुप फोटो में भाग लिया, जिसमें रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन, नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली, मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू और मिस्र के प्रधानमंत्री मुस्तफा मदबौली भी शामिल थे।
🌐 पड़ोस प्रथम नीति के तहत हुईं द्विपक्षीय मुलाकातें
प्रधानमंत्री मोदी ने सम्मेलन के इतर कई देशों के नेताओं से मुलाकात की। उन्होंने नेपाल के प्रधानमंत्री ओली से सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों पर चर्चा की। मालदीव के राष्ट्रपति से विकासात्मक साझेदारी पर बात की गई। मिस्र के प्रधानमंत्री से मुलाकात के दौरान उन्होंने अपनी पिछली मिस्र यात्रा को याद किया और द्विपक्षीय संबंधों को नई ऊंचाई देने की बात कही।
म्यांमार के कार्यवाहक राष्ट्रपति और सैन्य प्रमुख मिन आंग ह्लाइंग से भी प्रधानमंत्री मोदी ने मुलाकात की। उन्होंने कहा कि भारत अपनी पड़ोस प्रथम, एक्ट ईस्ट और हिंद-प्रशांत नीतियों के तहत म्यांमार के साथ संबंधों को अत्यंत महत्व देता है। दोनों नेताओं ने सीमा प्रबंधन, रक्षा सहयोग और व्यापार पर चर्चा की।
🚘 रेड फ्लैग और होंगची कार में मोदी का सफर
प्रधानमंत्री मोदी अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान चीन की प्रतिष्ठित रेड फ्लैग कार का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह कार चीन की सरकारी कंपनी फर्स्ट ऑटोमोटिव वर्क्स द्वारा निर्मित है और इसे चीन की रॉल्स रॉयस कहा जाता है।
इसके अतिरिक्त, राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने प्रधानमंत्री मोदी को अपनी पसंदीदा कार होंगची-5 मुहैया कराई है। यह वही कार है जिसका इस्तेमाल शी जिनपिंग ने 2019 में भारत यात्रा के दौरान किया था।
🧭 SCO सम्मेलन का रणनीतिक महत्व
इस वर्ष का SCO सम्मेलन कई दृष्टियों से महत्वपूर्ण रहा। यह पहली बार था जब भारत, चीन और रूस के नेता एक साथ मंच पर आए। अमेरिका द्वारा भारत और चीन पर लगाए गए व्यापारिक प्रतिबंधों के बीच यह सम्मेलन वैश्विक संतुलन की दिशा में एक अहम प्रयास माना जा रहा है।