आगरा पुलिस की बड़ी कार्रवाई, तीन तस्कर गिरफ्तार
आगरा, 11 मई 2025 – ट्रांस यमुना पुलिस ने उड़ीसा से आगरा तक फैले गांजा तस्करी नेटवर्क पर बड़ी कार्रवाई करते हुए 191 किलो गांजा जब्त किया है। इस अवैध खेप की कीमत 1.5 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। पुलिस ने तीन गांजा तस्करों को गिरफ्तार किया है, जो ट्रक में केले के पत्तों के नीचे गांजा छिपाकर सप्लाई कर रहे थे।
कैसे हुआ खुलासा?
पुलिस को सूचना मिली थी कि उड़ीसा से आने वाला एक ट्रक अवैध गांजा लेकर आगरा पहुंचने वाला है। इस पर ट्रांस यमुना थाना पुलिस ने झरना नाले के पास चेकिंग अभियान चलाया। जब संदिग्ध ट्रक रोका गया तो उसकी तलाशी ली गई, जिसमें केले के पत्तों के नीचे छिपाकर छह कट्टों में 191 किलो गांजा बरामद हुआ।
गिरफ्तार तस्करों की पहचान
पुलिस ने मौके से तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है:
- मोनू शर्मा (धौलपुर, राजस्थान)
- दीपू गोस्वामी (मुरैना, मध्य प्रदेश)
- प्रमोद गोस्वामी (आगरा, उत्तर प्रदेश)
इनमें मोनू शर्मा और दीपू गोस्वामी आपस में जीजा-साले हैं, जबकि प्रमोद गोस्वामी पहले भी गांजा तस्करी में जेल जा चुका है। पुलिस को शक है कि इस नेटवर्क में कई स्थानीय लोग भी जुड़े हो सकते हैं।
कितने में होती थी सप्लाई?
पूछताछ में सामने आया कि तस्कर उड़ीसा से गांजा सस्ते दामों पर लाकर आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद और अलीगढ़ जैसे जिलों में ₹10,000 प्रति किलो की दर से बेचते थे। इस अवैध कारोबार से उन्हें भारी मुनाफा होता था।
गांजा तस्करी का बढ़ता नेटवर्क
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, गांजा तस्करी का नेटवर्क इन दिनों उत्तर भारत में तेजी से फैल रहा है। उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और मध्य प्रदेश से गांजा की बड़ी खेप उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भेजी जा रही है। स्थानीय अपराधी बिचौलियों के माध्यम से इस अवैध कारोबार को चला रहे हैं।
पुलिस की आगे की योजना
ट्रांस यमुना पुलिस अब इस नेटवर्क के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि गिरोह के पीछे छिपे बड़े अपराधियों तक पहुंचने के लिए जांच जारी है। पुलिस की योजना है कि गांजा तस्करी की इस जड़ को पूरी तरह से समाप्त किया जाए