गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा देने की मांग जोर पकड़ रही है
मथुरा: राष्ट्रीय गोरक्षक सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष शैलेन्द्र पहलवान ने एक बार फिर गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा देने की मांग की है। रविवार को एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने यह दावा किया कि गाय हमारी भारतीय संस्कृति और परंपराओं का अभिन्न अंग है और इसे राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जाना चाहिए।
शैलेन्द्र पहलवान ने कहा, “गाय हमारे जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह हमें न केवल दूध, बल्कि कई औषधीय उपयोगिता वाले उत्पाद भी देती है। गौ माता के मूत्र और गोबर से औषधि और धूप बत्ती बनाई जाती है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होते हैं।” उन्होंने सरकार से अपील की कि गाय को राष्ट्रमाता का दर्जा देकर इसे संरक्षित किया जाए और गौ तस्करी और हत्या पर पूर्ण रूप से रोक लगाई जाए।
उन्होंने कहा, “एक मां हमें कुछ समय के लिए दूध पिलाती है, लेकिन गौ माता हमें जीवनभर दूध देती है। योगी जी, जो स्वयं एक गौ रक्षक हैं, को हमारी मांगों पर गंभीरता से विचार करना चाहिए।” शैलेन्द्र पहलवान ने कहा कि यदि उनकी मांगें पूरी नहीं होती हैं, तो वे अपने प्राण भी त्यागने को तैयार हैं।
राष्ट्रीय गोरक्षक सेना के इस कदम का उद्देश्य गौ तस्करी और गौ हत्या पर पूर्ण रूप से रोक लगाना है। पहलवान ने कहा कि गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा मिलने से गौ तस्करी और गौ हत्या के मामलों में कमी आएगी और इस दिशा में ठोस कदम उठाए जा सकेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम भारतीय संस्कृति और परंपराओं के संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण प्रयास होगा।
गौरतलब है कि हाल के वर्षों में गौ संरक्षण का मुद्दा उत्तर प्रदेश में एक संवेदनशील विषय बन गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी कई बार गौ संरक्षण और गौ माता के सम्मान के लिए अपने समर्थन को व्यक्त कर चुके हैं। उन्होंने गौशालाओं की स्थापना और गौ संरक्षण के लिए कई योजनाओं का भी शुभारंभ किया है।
शैलेन्द्र पहलवान ने अंत में कहा, “गौ माता का सम्मान और संरक्षण करना हमारा धर्म है। यदि हमें इसके लिए अपने प्राण भी न्यौछावर करने पड़ें, तो यह गर्व की बात होगी। हम सरकार से अपील करते हैं कि गौ माता को राष्ट्रमाता का दर्जा दिया जाए और इसके संरक्षण के लिए ठोस कदम उठाए जाएं।”
यह मांग अब देखना होगा कि सरकार और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस पर क्या कदम उठाते हैं और कैसे गौ माता के संरक्षण के लिए आगे बढ़ते हैं।