नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने आखिरकार लाखों छात्रों के लंबे इंतजार को समाप्त करते हुए आज, यानी 13 मई 2025 को कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षा के परिणाम आधिकारिक रूप से घोषित कर दिए हैं। परिणाम घोषित होने के साथ ही छात्र और अभिभावक अब राहत की सांस ले रहे हैं। इस साल की परीक्षा में शामिल हुए छात्रों का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 88.39% दर्ज किया गया है, जो पिछले वर्ष के परिणामों की तुलना में थोड़ा बेहतर प्रदर्शन दर्शाता है।
सीबीएसई द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं के लिए कुल 17,04,367 छात्रों ने अपना पंजीकरण कराया था। इनमें से 16,92,794 छात्र वास्तव में परीक्षा में शामिल हुए। इन उपस्थित छात्रों में से 14,96,307 छात्र सफलता प्राप्त करने में कामयाब रहे और उन्हें उत्तीर्ण घोषित किया गया है। पिछले साल, यानी 2024 में, कक्षा 12वीं का कुल उत्तीर्ण प्रतिशत 87.98% रहा था। इस वर्ष के 88.39% पास प्रतिशत के साथ, बोर्ड ने पिछले साल की तुलना में 0.41% की मामूली लेकिन महत्वपूर्ण वृद्धि दर्ज की है। यह वृद्धि छात्रों और शिक्षकों के प्रयासों का परिणाम मानी जा रही है।
अपना परिणाम कैसे देखें:
छात्र अपना परिणाम देखने के लिए सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइटों का उपयोग कर सकते हैं। परिणाम निम्नलिखित मुख्य वेबसाइटों पर उपलब्ध हैं:
- cbse.gov.in
- results.cbse.nic.in
- cbseresults.nic.in
परिणाम देखने के लिए, छात्रों को अपने एडमिट कार्ड पर उल्लिखित विवरण, जैसे कि:
- रोल नंबर
- स्कूल कोड
- एडमिट कार्ड आईडी (यदि आवश्यक हो)
इन वेबसाइटों के अलावा, सीबीएसई ने डिजिटल परिणाम प्राप्त करने के लिए तकनीकी माध्यमों का भी प्रावधान किया है। छात्र अपनी डिजिटल मार्कशीट और पास प्रमाण पत्र डिजिलॉकर (DigiLocker) और उमंग (UMANG) ऐप के माध्यम से भी डाउनलोड कर सकते हैं। डिजिलॉकर एक सुरक्षित प्लेटफॉर्म है जहां छात्र अपने महत्वपूर्ण दस्तावेज डिजिटल रूप में सहेज सकते हैं। इसके लिए छात्रों को डिजिलॉकर पर पंजीकरण करना होगा और सीबीएसई से प्राप्त एक्सेस कोड का उपयोग करके अपने परिणाम को लिंक करना होगा। यह डिजिटल मार्कशीट सभी वैधानिक उद्देश्यों के लिए मान्य होती है।
टॉपर्स और मेरिट लिस्ट पर बोर्ड का रुख:
सीबीएसई ने पिछले कुछ वर्षों की तरह इस साल भी कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा के लिए कोई मेरिट लिस्ट या टॉपर्स की सूची जारी नहीं करने का निर्णय लिया है। बोर्ड का मानना है कि टॉपर्स की सूची जारी करने से छात्रों के बीच अनावश्यक प्रतिस्पर्धा को बढ़ावा मिलता है और शिक्षा का मुख्य उद्देश्य अंकों की दौड़ तक सीमित हो जाता है। बोर्ड छात्रों को स्वस्थ प्रतिस्पर्धा और सीखने की प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
हालांकि, बोर्ड उन छात्रों के प्रयासों की सराहना करता है जिन्होंने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है। जिन छात्रों ने अपनी परीक्षा में 90% या उससे अधिक अंक प्राप्त किए हैं, उन्हें उनकी मार्कशीट पर ‘डिस्टिंक्शन’ (Distinction) से सम्मानित किया जाएगा। यह एक तरह से exceptional प्रदर्शन करने वाले छात्रों की पहचान होगी बिना किसी आधिकारिक रैंकिंग के।
परिणाम का महत्व और आगे की राह:
कक्षा 12वीं के बोर्ड परिणाम छात्रों के शैक्षणिक जीवन में एक महत्वपूर्ण पड़ाव होते हैं। ये परिणाम उच्च शिक्षा संस्थानों में प्रवेश के लिए आधार बनते हैं। सफल छात्र अब अपनी पसंद के कॉलेज और विश्वविद्यालयों में प्रवेश के लिए आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे। यह समय विभिन्न करियर विकल्पों और उच्च शिक्षा के लिए सही पाठ्यक्रम चुनने का होता है।
जिन छात्रों को उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिले हैं या वे किसी विषय में असफल रहे हैं, उन्हें निराश नहीं होना चाहिए। सीबीएसई पुनर्मूल्यांकन (Re-evaluation) और कम्पार्टमेंट परीक्षा (Compartment Exam) का विकल्प प्रदान करता है। छात्र निर्धारित प्रक्रिया का पालन करके अपनी उत्तर पुस्तिकाओं का पुनर्मूल्यांकन करवा सकते हैं या जिन विषयों में उत्तीर्ण नहीं हो सके हैं, उनकी कम्पार्टमेंट परीक्षा देकर साल बचा सकते हैं।
कुल मिलाकर, सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षा 2025 के परिणाम घोषित होने के साथ ही लाखों छात्रों के भविष्य की दिशा तय हो गई है। बोर्ड ने पारदर्शिता और छात्रों पर अनावश्यक दबाव कम करने पर जोर दिया है।