मोकामा में बाहुबली अनंत सिंह पर हमला: सोनू-मोनू गैंग ने चलाई 100 राउंड गोलियां
पटना, बिहार, भारत
22 जनवरी 2025, 20:00
बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व विधायक अनंत सिंह पर बुधवार शाम मोकामा में जानलेवा हमला हुआ। बताया जा रहा है कि सोनू-मोनू गैंग ने उन पर लगभग 100 राउंड गोलियां चलाईं। इस हमले में ‘छोटे सरकार’ अनंत सिंह बाल-बाल बच गए। पुलिस ने घटनास्थल से तीन खोखे बरामद किए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
हमले का विवरण
अनंत सिंह बुधवार शाम को मोकामा के नौरंगा जलालपुर गांव में पंचायती करने गए थे। बताया जा रहा है कि सोनू-मोनू गैंग ने उन्हें निशाना बनाया और गोलियों की बौछार कर दी। हमलावरों ने लगभग 100 राउंड फायरिंग की, लेकिन अनंत सिंह भाग्यवश बच गए। घटना के बाद पांच थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई और जांच शुरू कर दी।
सोनू-मोनू गैंग का परिचय
सोनू और मोनू नामक दो भाई मोकामा प्रखंड के जलालपुर गांव के रहने वाले हैं। इलाके में उनकी दहशत है और उनकी मां मुखिया का चुनाव जीत चुकी हैं। सोनू-मोनू के पास खुद का ईंट-भट्ठा है और वे ईंट बेचते हैं। उनके खिलाफ हत्या, लूट और रंगदारी जैसे गंभीर अपराधों के मामले दर्ज हैं।
गांव में पंचायती कराने गए थे अनंत सिंह
घटना के वक्त अनंत सिंह नौरंगा जलालपुर गांव में थे, जहां वे एक लेनदेन विवाद सुलझाने के लिए पंचायती करने पहुंचे थे। बताया जा रहा है कि सोनू-मोनू गिरोह ने एक परिवार को बाहर निकालकर उनके घर में ताला लगा दिया था, इसी विवाद को सुलझाने अनंत सिंह वहां पहुंचे थे।
तनावपूर्ण स्थिति
फायरिंग की घटना के बाद नौरंगा जलालपुर और आसपास के इलाकों में तनाव व्याप्त है। पुलिस ने इलाके में भारी सुरक्षा बंदोबस्त किए हैं और बाढ़ डीएसपी राकेश कुमार खुद मौके पर कैंप कर रहे हैं। इस गोलीबारी में अनंत सिंह के साथ मौजूद उनके सहयोगी, जिन्हें ‘छोटे सरकार’ के नाम से जाना जाता है, भी बाल-बाल बच गए।
पुरानी दुश्मनी का कारण
अनंत सिंह और सोनू-मोनू गैंग के बीच पुरानी दुश्मनी है। दोनों गुटों के बीच कई बार हिंसक झड़पें हो चुकी हैं। अनंत सिंह के जेल से रिहा होने के बाद दोनों गुटों के बीच रिश्ते कुछ समय के लिए सामान्य हुए थे, लेकिन बुधवार शाम फिर से वर्चस्व की लड़ाई में दोनों के बीच गोलीबारी हो गई।
पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने घटनास्थल से तीन खोखे बरामद किए हैं और मामले की जांच शुरू कर दी है। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है और भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। बाढ़ डीएसपी राकेश कुमार खुद मौके पर कैंप कर रहे हैं और स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।
यह घटना बिहार में बढ़ते अपराध और गैंगवार की समस्या को उजागर करती है। अनंत सिंह पर हुए इस हमले ने एक बार फिर से सुरक्षा और कानून व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस को इस मामले की गहन जांच करनी होगी और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करना होगा ताकि इलाके में शांति और सुरक्षा बहाल हो सके।
घटना का व्यापक प्रभाव
इस घटना ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी है। आम जनता को भी इस घटना ने गहरे सदमे में डाल दिया है। पुलिस की तत्परता और त्वरित कार्रवाई की सराहना की जा रही है, लेकिन यह घटना निश्चित रूप से इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने की आवश्यकता को उजागर करती है।
अनंत सिंह की प्रतिक्रिया
अनंत सिंह ने इस हमले के बाद मीडिया से बात करते हुए कहा, “यह मेरे खिलाफ एक सुनियोजित हमला था। मैं भाग्यशाली हूं कि मैं बच गया, लेकिन पुलिस को इस मामले की पूरी तरह से जांच करनी चाहिए और दोषियों को सजा दिलानी चाहिए।”
सरकार की प्रतिक्रिया
बिहार सरकार ने इस घटना की निंदा की है और पुलिस को मामले की तेजी से जांच करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
जनता का रोष
इस घटना के बाद इलाके की जनता में रोष व्याप्त है। लोगों ने पुलिस से इलाके में सुरक्षा बढ़ाने और अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने की मांग की है। लोगों का कहना है कि वे अब अपने ही इलाके में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे हैं और सरकार को इस दिशा में ठोस कदम उठाने चाहिए।
अनंत सिंह पर हुए हमले ने बिहार में बढ़ते अपराध और गिरोहबाजी की समस्या को उजागर कर दिया है। सरकार और पुलिस प्रशासन को मिलकर इस समस्या से निपटना होगा और इलाके में शांति और सुरक्षा बहाल करनी होगी।
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