16 June 2025, 7:56:36 PM. आगरा, उत्तर प्रदेश।
अहमदाबाद में हाल ही में हुए भीषण विमान हादसे और केदारनाथ में हेलीकॉप्टर क्रैश की दर्दनाक घटनाओं के बाद, भारतीय विमानन सुरक्षा को लेकर एक बार फिर चिंताजनक खबरें सामने आई हैं। हांगकांग से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की एक उड़ान को तकनीकी गड़बड़ी के संदेह में बीच रास्ते से वापस लौटना पड़ा, वहीं लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सऊदी अरब के एक विमान में लैंडिंग के दौरान एक बड़ा हादसा टल गया, जिसने यात्रियों और अधिकारियों के माथे पर बल ला दिए हैं।
एयर इंडिया की हांगकांग से दिल्ली उड़ान में तकनीकी खामी
हांगकांग से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-315 को बीच रास्ते से ही वापस हांगकांग अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतारना पड़ा। प्राप्त जानकारी के अनुसार, उड़ान के दौरान पायलट को विमान के संचालन प्रणाली में किसी गंभीर तकनीकी गड़बड़ी का संदेह हुआ। यात्रियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए, कैप्टन ने तत्काल विमान को मूल हवाई अड्डे पर वापस लौटाने का निर्णय लिया। इस उड़ान में बड़ी संख्या में भारतीय यात्री भी सवार थे, जिनके बीच अचानक हुई इस घटना से थोड़ी देर के लिए अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। विमान की अब हांगकांग हवाई अड्डे पर विस्तृत तकनीकी जाँच की जा रही है ताकि खामी का सटीक पता लगाया जा सके और उसे दुरुस्त किया जा सके।
लखनऊ एयरपोर्ट पर सऊदी विमान में लैंडिंग के दौरान धुएं का गुबार
दूसरी ओर, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर सोमवार की सुबह एक बड़ा विमान हादसा टल गया। सऊदी अरब से आ रहे एक विमान की लैंडिंग के दौरान उसके एक पहिए से अचानक चिंगारी निकलने लगी और घना धुआँ उठने लगा, जिससे रनवे पर हड़कंप मच गया। विमान में लगभग 250 यात्री सवार थे, जिनकी जान खतरे में पड़ सकती थी। हालांकि, हवाई यातायात नियंत्रण (ATC) और ग्राउंड स्टाफ की असाधारण तत्परता और कुशल समन्वय के कारण स्थिति को तुरंत नियंत्रित कर लिया गया। सभी यात्रियों को त्वरित और सुरक्षित रूप से विमान से बाहर निकाल लिया गया, जिससे एक संभावित बड़ी त्रासदी को टाला जा सका। हवाई अड्डा प्राधिकरण ने घटना की गहन जाँच के आदेश दिए हैं।
लगातार घटनाओं से यात्रियों में भय, सुरक्षा प्रणाली पर सवाल
इन ताजा घटनाओं से ठीक पहले देश ने विमानन सुरक्षा से जुड़ी कई दुखद घटनाएँ देखी हैं। हाल ही में केदारनाथ में एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो चुका है और अहमदाबाद में एक ड्रीमलाइनर विमान के रिहायशी इलाके में गिरने से हुई भारी जनहानि की यादें अभी भी ताज़ा हैं। लगातार सामने आ रही ये घटनाएँ यात्रियों के मन में हवाई यात्रा को लेकर एक गहरे भय का माहौल बना रही हैं। साथ ही, देश की नागरिक उड्डयन सुरक्षा प्रणाली की दक्षता, रखरखाव प्रोटोकॉल और आपातकालीन प्रतिक्रिया तंत्र पर भी गंभीर सवाल उठने लगे हैं। जनता यह जानना चाहती है कि क्या भारत का तेजी से बढ़ता विमानन क्षेत्र सुरक्षा मानकों को उतनी ही गंभीरता से ले रहा है।
डीजीसीए की उच्च स्तरीय जाँच और देशव्यापी समीक्षा की मांग
इन सभी मामलों की गंभीरता को देखते हुए, नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) द्वारा उच्च स्तरीय जाँच शुरू कर दी गई है। डीजीसीए के अधिकारी इन घटनाओं के मूल कारणों का पता लगाने और भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाने पर काम कर रहे हैं। हालांकि, इन लगातार सामने आ रही विमानन सुरक्षा संबंधी चिंताओं के मद्देनजर, अब देश भर में यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक व्यापक और कठोर समीक्षा की मांग उठ रही है। यह आवश्यक है कि सभी विमानन कंपनियों और हवाई अड्डों पर सुरक्षा प्रोटोकॉल की फिर से जाँच की जाए ताकि यात्रियों का विश्वास बहाल हो सके और हवाई यात्रा वास्तव में सुरक्षित बनी रहे।