आयोजन:
14 दिसंबर, 2024 को प्रिल्यूड पब्लिक स्कूल के इंटरेक्ट क्लब और ऑर्गन डोनेशन इंडिया फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में अंगदान के महत्व पर एक कार्यशाला का आयोजन किया गया।
उपस्थित प्रमुख हस्तियां:
- मुख्य वक्ता: रोटेरियन लाल गोयल (फाउंडर, रोटरी क्लब ऑफ ऑर्गन डोनेशन इंटरनेशनल)
- रोटेरियन रितिका गुप्ता (वाइस प्रेसिडेंट, रोटरी क्लब ऑफ ऑर्गन डोनेशन इंटरनेशनल)
- रोटेरियन रूबी अग्रवाल (सेक्रेटरी इलेक्ट, रोटरी क्लब ऑफ ऑर्गन डोनेशन इंटरनेशनल)
- विद्यालय निदेशक: डॉ. सुशील गुप्ता
- प्राचार्य: अरविंद श्रीवास्तव
- के.सी. जैन (सर्वोच्च न्यायालय के अधिवक्ता व पर्यावरणविद्)
- चाँदनी अरोड़ा (इंटरैक्ट क्लब एडवाइजर)
कार्यशाला का उद्देश्य
कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य लोगों में अंगदान के प्रति जागरूकता बढ़ाना और इसे जीवन के अमूल्य उपहार के रूप में समझाने के लिए प्रेरित करना था।
मुख्य वक्ता के विचार
रोटेरियन लाल गोयल ने कहा कि अंगदान सबसे बड़ा दान है।
- उन्होंने बताया कि मस्तिष्क मृत अवस्था में फेफड़े, गुर्दे, आँतें, अग्नाशय, और यकृत जैसे अंग प्रत्यारोपित किए जा सकते हैं।
- मृत्यु के बाद हृदय का प्रत्यारोपण संभव है।
- एक व्यक्ति का अंगदान नौ लोगों को नया जीवन दे सकता है।
उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोग अंगदान कर सकते हैं। हालांकि, भ्रांतियों और मार्गदर्शन की कमी के कारण लोग इसमें पीछे हट जाते हैं। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों को प्रोत्साहित किया कि वे अपने अंगों को दान कर दूसरों को जीवनदान दें।
प्रेरक कदम
कार्यशाला में डॉ. सुशील गुप्ता ने अपने सभी अंगों के दान का संकल्प लिया।
- प्रेरित होकर 20 शिक्षकों और कई छात्रों ने भी अंगदान का निर्णय लिया।
युवा शक्ति और सोशल मीडिया की भूमिका
डॉ. गोयल ने नोटो, रोटो और सोटो जैसी अंगदान एजेंसियों की भूमिका के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया को सही जानकारी के स्रोत के रूप में उपयोग कर देश में सकारात्मक परिवर्तन लाया जा सकता है।
समापन और धन्यवाद ज्ञापन
कार्यशाला का समापन छात्रा एंजल गुप्ता द्वारा अतिथियों के प्रति धन्यवाद ज्ञापित करने के साथ हुआ।
इस कार्यशाला ने छात्रों, शिक्षकों, और आम लोगों में अंगदान के प्रति नई सोच और प्रेरणा का संचार किया। “अंगदान” न केवल जीवन बचाने का एक तरीका है, बल्कि यह दूसरों के जीवन में खुशी और मुस्कान लाने का माध्यम भी है।