प्रयागराज पहुंचे डिप्टी सीएम, परेड स्थल पर 100 शैय्या युक्त अस्पताल का किया निरीक्षण
लखनऊ। 13 दिसंबर
प्रदेश के उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने शुक्रवार को प्रयागराज में अगले वर्ष आयोजित होने वाले महाकुंभ के लिए तैयार की जा रही स्वास्थ्य सुविधाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की देखभाल सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। इसके लिए मेला स्थल पर 24 घंटे चिकित्सकों की तैनाती की जा रही है और उच्च स्तर की चिकित्सा सुविधाएं सुनिश्चित की जा रही हैं।
महाकुंभ में स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारियां
डिप्टी सीएम ने बताया कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक आयोजित होने वाले महाकुंभ में लगभग 46 करोड़ श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। ऐसे में उनके स्वास्थ्य की देखभाल के लिए 6,000 बेड की व्यवस्था की गई है। उन्होंने परेड स्थल पर स्थापित 100 शैय्या युक्त अस्पताल का निरीक्षण किया और वहां की सुविधाओं का जायजा लिया।
24 घंटे सक्रिय अस्पताल
अस्पताल का संचालन मुख्य चिकित्सा अधिकारी स्तर के अफसर की देखरेख में 24 घंटे किया जाएगा। यह अस्पताल महिला, पुरुष और बच्चों के लिए अलग-अलग वार्ड, आकस्मिक कक्ष, आईसीयू, प्रसव कक्ष, एक्स-रे, बायोकेमिस्ट्री जांच और अल्ट्रासाउंड जैसी सुविधाओं से सुसज्जित है।
विशेषज्ञ डॉक्टर और स्टाफ की तैनाती
अस्पताल में विभिन्न विशेषज्ञ डॉक्टरों की तैनाती की गई है, जिनमें सर्जन, फिजिशियन, बाल रोग विशेषज्ञ, अस्थि रोग विशेषज्ञ, स्त्री रोग विशेषज्ञ, रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट, एनेस्थेटिस्ट, नेत्र रोग विशेषज्ञ और दंत रोग विशेषज्ञ शामिल हैं। इसके अलावा, पैरामेडिकल स्टाफ भी मौजूद रहेगा, जिनमें फार्मासिस्ट, वार्ड बॉय, स्टाफ नर्स, नेत्र सहायक, लैब टेक्नीशियन और डेंटल हाइजीनिस्ट शामिल हैं। कुल मिलाकर, अस्पताल में 28 श्रेणियों के 231 डॉक्टर और स्टाफ को नियुक्त किया गया है।
अस्पताल प्रबंधन को निर्देश
निरीक्षण के दौरान डिप्टी सीएम ने अस्पताल प्रबंधन और चिकित्सकों को व्यवस्थाओं को दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मेला क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि सभी औषधियां, चिकित्सा उपकरण और आवश्यक संसाधन अस्पताल में उपलब्ध रहें।
उपस्थित अधिकारी
निरीक्षण के दौरान चिकित्सा विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे। उप मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए अधिकारियों से सुझाव भी मांगे और आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
डिप्टी सीएम ने कहा, “महाकुंभ में आने वाले हर श्रद्धालु को उत्कृष्ट चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना हमारी प्रतिबद्धता है। श्रद्धालुओं के स्वास्थ्य की देखभाल में कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी।”
इस निरीक्षण के साथ, सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि महाकुंभ की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं उच्चतम मानकों पर आधारित होंगी।