ब्रज वृन्दावन देवालय समिति की साधारण सभा की बैठक गोवर्धन के जतीपुरा क्षेत्र में आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता दीर्घ विष्णु मंदिर के सेवायत श्री कान्तानाथ चतुर्वेदी ने की। इसमें ब्रज क्षेत्र के विभिन्न मंदिरों और देवालयों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। बैठक में सर्वसम्मति से श्री कान्तानाथ चतुर्वेदी को समिति का उपाध्यक्ष चुना गया।
मुख्य माँगें और निर्णय
- देवालयों की भूमिका सुनिश्चित करने की माँग
सदस्यों ने मांग की कि ब्रज क्षेत्र की विकास योजनाओं में देवालयों की भूमिका तय हो। इसके लिए सरकारी बैठकों में समिति के पदाधिकारियों को आमंत्रित किया जाए। - अंडा, मांस और मछली पर प्रतिबंध की माँग
बरसाना के सदस्यों ने तीव्रता से कहा कि तीर्थस्थल घोषित होने के बावजूद ब्रज क्षेत्र में मांस, मछली और अंडों की बिक्री जारी है। गोवर्धन में रेलवे स्टेशन के पास भी अंडा बिकता है, जो ब्रज की पवित्रता के विपरीत है। सदस्यों ने इसके खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील की। - संस्कृति और धरोहर का संरक्षण
ब्रज की मूर्त और अमूर्त धरोहरों को संरक्षित करने के लिए सरकारी तंत्र से पारंपरिक निवासियों का मार्गदर्शन लेने की अपील की गई। - सफाई और कूड़ा प्रबंधन
सदस्यों ने बताया कि तीर्थस्थलों के आसपास सफाई की हालत खराब है। जगह-जगह कूड़ा जलाया जाता है, जिससे पर्यावरण को नुकसान पहुँचता है। गोवर्धन क्षेत्र में कूड़ा निस्तारण की कोई उचित व्यवस्था नहीं है। समिति ने चेतावनी दी कि इस मुद्दे को हल करने के लिए वे राष्ट्रीय हरित अभिकरण (NGT) की शरण लेंगे।
बैठक में शामिल प्रमुख लोग
बैठक में ब्रज के कई प्रतिष्ठित सदस्य उपस्थित रहे, जिनमें श्री रामदास चतुर्वेदी, श्री लाल कृष्ण चतुर्वेदी, आचार्य दीपक गोस्वामी, महंत रामकृष्ण दास, निताई गोस्वामी, रुद्र प्रताप सिंह, और हरिश्चंद्र शर्मा आदि शामिल थे। संचालन दीपक गोस्वामी ने किया, और धन्यवाद प्रस्ताव कृष्ण मुरारी गोस्वामी ने प्रस्तुत किया।
बैठक के निर्णय ब्रज की धार्मिक, सांस्कृतिक और पर्यावरणीय संरचना को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम माने जा रहे हैं।