आगरा में चल रहे 6वें ग्लोबल ताज इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल का दूसरा दिन फिल्मों और सांस्कृतिक गतिविधियों से भरपूर रहा। इस फेस्टिवल में भारतीय और अंतरराष्ट्रीय सिनेमा की विविधता और प्रतिभा को दर्शकों ने खुले दिल से सराहा।
उद्घाटन और मुख्य अतिथि
दूसरे दिन की शुरुआत केंद्रीय हिंदी संस्थान के रजिस्ट्रार डॉ. चंद्रकांत त्रिपाठी, जीडी गोयनका के प्रधानाचार्य पुनीत वशिष्ठ, और फेस्टिवल डायरेक्टर सूरज तिवारी समेत कई गणमान्य व्यक्तियों के दीप प्रज्वलन से हुई। सूरज तिवारी ने कहा कि इस फेस्टिवल ने न केवल शहर को सिनेमा के रंग में रंगा है, बल्कि रोजगार के अवसर भी प्रदान किए हैं।
दर्शकों को लुभाने वाली फिल्में
फेस्टिवल में विभिन्न देशों और शहरों से आईं शानदार फिल्मों की स्क्रीनिंग की गई:
- सुबह का सत्र:
- आश्रम (ओडिशा), जेक एन ईशा (ब्राज़ील), चक्र पूजा (फ्रांस), द लीजेंड ऑफ हनुमान (मुंबई) जैसी फिल्मों ने शुरुआत की।
- दोपहर और शाम का सत्र:
- थैंक यू बेटा (मुंबई), थे सेफ (स्विट्ज़रलैंड), साहेब की किताब (आगरा), प्लान क्या है (कोटा), बैक टू पॉन्डिचेरी (फ्रांस) जैसी विविधतापूर्ण फिल्मों ने दर्शकों का ध्यान खींचा।
- खासतौर पर लाल बत्ती जिंदगी (आगरा) और मेरा वोट वापस दो (मुंबई) को खूब सराहा गया।
कलाकारों और संस्थाओं का उत्साह
फेस्टिवल में स्थानीय कलाकारों और संस्थाओं ने भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। शहर के कलाकारों का जुनून और उनका समर्थन आयोजन को और खास बना गया।
चाय पर चर्चा का अनोखा अनुभव
फेस्टिवल के दौरान कुल्हड़ वाली चाय ने सभी का दिल जीत लिया। यह चाय लोगों को मुफ्त में उपलब्ध कराई गई, जिससे कलाकारों और दर्शकों के बीच संवाद और चर्चा के अनगिनत मौके बने।
अंतिम दिन की तैयारी
सूरज तिवारी ने बताया कि तीसरे और अंतिम दिन फिल्म स्क्रीनिंग के बाद अवार्ड सेरेमनी का आयोजन किया जाएगा, जहां श्रेष्ठ फिल्म निर्माताओं और कलाकारों को सम्मानित किया जाएगा।
फेस्टिवल के इस अनोखे आयोजन ने आगरा को सिनेमा और कला प्रेमियों के केंद्र में ला खड़ा किया है।