13 नवंबर 2024, आगरा।
- अछनेरा के स्कूल में सर्पदंश से पांचवीं की छात्रा की मौत,
- स्कूल प्रबंधन ने किया मामला रफा-दफा
सांप के काटने से पांचवी क्लास की छात्रा बेहोश हो गई थी l स्कूल प्रबंधन ने इतनी लापरवाही दिखाई की छात्रा को अस्पताल भेजने के बजाए, बेहोश छात्रा को कपड़े में लपेटकर स्कूल वैन से उसको घर भिजवा दिया l सभी जानते हैं कि सांप के काटने पर पहला घंटा बहुत ही महत्वपूर्ण होता है l स्कूल प्रबंधन यदि उसे घर भेजने की बजाय अस्पताल ले ले जाता तो छात्र की मृत्यु नही होती l स्कूल की लापरवाही के चलते छात्रा की जान चली गई l गरीब की बेटी है, इसलिए इस पर कोई कार्यवाही नहीं होगी अधिकारी संज्ञान में आने पर भी चुप्पी साथ लेंगे l
अछनेरा के एक प्रसिद्ध स्कूल के परिसर में पांचवीं की एक छात्रा की सर्पदंश से मौत हो गई। सांप बहुत जहरीला था। सर्पदंश के साथ ही दस साल की यह बच्ची अचेत हो गई थी। उसी समय स्कूल की छुट्टी हुई थी। अमानवीयता की हदें पार करते हुए स्कूल प्रबंधन ने बालिका को एक कपड़े में लपेटा और स्कूल वैन की सीट पर लिटाकर उसके घर पर भिजवा दिया।
यह मामला स्कूल प्रबंधन ने रफा-दफा करने में भी कामयाबी पा ली है क्योंकि इस मामले की कोई शिकायत पुलिस तक नहीं पहुंची है।
मृत बालिका का पिता भी कोई कार्रवाई नहीं कर रहा। पिता का कहना है कि हम सदमे में हैं।
इस घटना के बाद स्कूल के दूसरे बच्चे सहम उठे हैं।
जानकारी के अनुसार बीते शनिवार को स्कूल परिसर में ही पांचवीं की इस छात्रा को जब सांप ने डंसा तो वह बेहोश हो गई। घबराए स्कूल प्रबंधन ने बच्ची को एक कपड़े में लपेटा और स्कूल वैन की एक सीट पर लिटाकर उसके घर भेज दिया।
स्कूल वैन के चालक ने जब बच्ची के घर पर बताया तो वहां उस समय उसकी मां ही मौजूद थी। मां ने पूछा कि बेटी को क्या हुआ है तो ड्राइवर ने कहा कि स्कूल में बेहोश हो गई थी।
इस पर मां ने कहा कि इसे यहां लाने के बजाय अस्पताल ले जाना चाहिए था।
ड्राइवर वहां से जाने लगा तो बच्ची की मां ने उसे रोक लिया और कहा कि वह वैन से बच्ची को अस्पताल तक लेकर चले। आसपास के और भी लोग आ गए तो ड्राइवर बच्ची को वैन से एक डाक्टर के पास ले गया। मां भी साथ थी।
डाक्टर ने बच्ची की हालत गंभीर बताकर सीएचसी ले जाने को कहा। सीएचसी में परीक्षण के दौरान डाक्टर ने बालिका को मृत घोषित कर दिया। इस बीच बालिका के पिता भी सीएचसी पहुंच गए थे। वे बेटी को आगरा के मोती अस्पताल भी ले गए, लेकिन वहां भी उसे मृत बताकर लौटा दिया गया।
आश्चर्यजनक रूप से यह मामला रफा-दफा हो गया।
सीएचसी के रिकार्ड से पता चला कि मृत बालिका का नाम अर्पिता था।
मृतका के पिता ने फिलहाल पुलिस में कोई शिकायत नहीं लिखाई है।