8 नवंबर 2024, आगरा।
सिविल सोसाइटी आफ आगरा के सदस्य लगातार आगरा के मुद्दों को संबंधित लोगों से मिलकर उठाता रहा है, आज उसी क्रम मे छात्रों व शिक्षकों के लिए डा. भीमराव आम्बेडकर विश्वविद्यालय के ज्वलंत मुद्दों को लेकर कुलपति प्रो. आशुरानी से मुलाकात कर विवि के कार्यों पर चर्चा की।
चर्चा के दौरान कुलपति ने बताया कि यूनिवर्सिटी राज्य सरकार के तहत संचालित स्वायत्तशासी संस्था है। एक्ट के तहत जो भी प्राविधान है वे लागू होगे। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का सीनेट हाल अत्यंत भव्य है। यह अन्य प्रयोजनों के लिए पिछले काफी समय से इस्तेमाल हो रहा है, किंतु आने वाले समय में यह सीनेट और विश्वविद्यालय के विभागों, कमेटियों आदि की आधिकारिक बैठकों के लिये उपयोग में लाया जाना शुरू हो जायेगा।
सीनेट के चुनाव
प्रो.आशु रानी ने कहा कि उन्होंने सीनेट का चुनाव करवाये जाने को पूरी गंभीरता से लिया है और इसके लिये आगामी कार्यवाही करवाने को कहा है। एक जानकारी में उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय में सुधार के लिए उन्होंने अनेक महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। नीतिगत तौर पर विद्यार्थियों का हित उनके लिए सर्वोपरि है।
क्लाउड खरीदा
वीसी ने कहा कि विश्वविद्यालय के डाटा आदि गायब होने और उनमें हेराफेरी आदि की घटनाओं पर अब पूरी तरह से नियंत्रण किया जा चुका है। विश्वविद्यालय का अब अपना ‘क्लाउड’ है। सारे पुराने रिकॉर्ड अपडेट करवाये जाने का कार्य प्रगति पर है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर खामियां पिछले तीस साल के कालखंड की हैं, जिन्हे दूर किया जा रहा है। इनके दूर होते ही विश्वविद्यालय का सारा रिकार्ड अपडेट हो जायेगा।
प्रो.आशु रानी ने कहा कि सिविल सोसायटी ऑफ़ आगरा , ने आडिट रिपोर्ट के अनुसार कंप्लांस करवाने को उठाया गया मुद्दा वह गंभीरता से लेती हैं। वित्त विभाग के अधिकारियों से उपयुक्त समाधान के लिये वह कहेंगी। वैसे वह पूर्व में भी विश्विवद्यालय के प्रबंधन में पारदर्शिता के लिये प्रयासरत हैं। कोई भी खरीद फरोख्त शासन के द्वारा निर्धारित प्रक्रिया के तहत ही की जाती है।
सेंट्रल लाइब्रेरी
डॉ. आशु रानी ने विश्वविद्यालय की सेंट्रल लाइब्रेरी का डिजिटलाइजेशन करवाये जाने को चल रहे प्रयास की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लाइब्रेरी की जीरो इंडेक्स फिर से समृद्ध हो गई है। उसमें भरपूर रैफ्रेंस बुके उपलब्ध हैं। आगरा के इतिहास से संबंधित साहित्य सहित तमाम शोधपरक पुस्तके लाइब्रेरी में मौजूद है।
उन्होने बताया कि विश्विवद्यालय के द्वारा एक म्यूजियम भी बनाया गया है। लाइब्रेरी और म्यूजियम आने वाले समय में
संस्थान चालू रखे जायें
सिविल सोसाइटी ऑफ़ आगरा ने विश्वविद्यालय के केएम हिन्दी इंस्ट्रीट्यूट, सोशल साइंस इस्टीट्यूट और गृह विज्ञान संस्थान को उनकी गारिमामयी उपलब्धियों और राष्ट्रीय पहचान के दृष्टिगत हर हाल में यथावत संचालित रखने का आग्रह किया।
कुलपति से मुलाकात करने वालों में अनिल शर्मा, जर्नलिस्ट राजीव सक्सेना और फोटो जर्नलिस्ट असलम सलीमी भी साथ में थे।