8-11-2024, Agra.
एसएन मेडिकल कॉलेज के रेडियोलॉजी विभाग द्वारा प्रधानाचार्य डॉक्टर प्रशांत गुप्ता के मार्गदर्शन में इंटरनेशनल डे ऑफ रेडियोलॉजी मनाया गयाl
एस एन मेडिकल कॉलेज के रेडियो डायग्नोसिस विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉक्टर हरि सिंह ने बताया कि हर वर्ष 8 नवंबर को यह दिन मनाया जाता है l इस अवसर पर विभाग के समस्त संकाय सदस्य व छात्र उपस्थित रहेl
अंतर्राष्ट्रीय रेडियोलॉजी दिवस: एक्स-रे की खोज और प्रभाव का जश्न मनाना
हर साल 8 नवंबर को एक्स-रे की खोज और स्वास्थ्य सेवा में रेडियोलॉजी की महत्वपूर्ण भूमिका के लिए मनाया जाता है। आज के ही दिन 1895 में विल्हेम कॉनराड रोएंटजेन द्वारा एक्स-रे की खोज की गई थी।यह एक ऐसी खोज थी जिसने चिकित्सा विज्ञान को बदल दिया और आधुनिक चिकित्सा की नींव रखी।
संक्षिप्त इतिहास
जब रोएंटजेन, एक जर्मन भौतिक विज्ञानी, अपनी प्रयोगशाला में कैथोड किरणों के साथ प्रयोग कर रहे थे तभी उन्होंने देखा कि एक फ्लोरोसेंट स्क्रीन चमकने लगी, भले ही वह किरणों के सीधे संपर्क में न हो। आगे की जांच के बाद, उन्हें एहसास हुआ कि उन्हें एक नई तरह की किरण मिली है, जिसे उन्होंने उनकी अज्ञात प्रकृति के कारण “एक्स-रे” नाम दिया। कुछ ही हफ्तों में, उन्होंने पहली बार एक्स-रे छवि बनाई: अपनी पत्नी के हाथ की एक छवि, जिसमें उनकी हड्डियाँ और एक अंगूठी दिखाई दे रही थी। रोएंटजन की खोज ने तुरंत ध्यान आकर्षित किया और 1901 में उन्हें भौतिकी में पहला नोबेल पुरस्कार दिया गया।