4 नवम्बर 2024, मुंबई।
मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर को सोमवार को राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंप दिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। इससे कुछ घंटे पहले ही चुनाव आयोग के आदेश पर मौजूदा डीजीपी रश्मि शुक्ला का तबादला कर दिया गया था। यह दूसरी बार है जब फनसालकर को राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है।
चुनाव आयोग ने कांग्रेस की शिकायत पर महाराष्ट्र की पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला को उनके पद से हटा दिया है। रश्मि शुक्ला के तबादले के बाद मुंबई पुलिस आयुक्त विवेक फनसालकर को सोमवार को राज्य सरकार ने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले, चुनाव आयोग ने सोमवार को राज्य सरकार को निर्देश दिया कि वह विपक्षी कांग्रेस सहित राजनीतिक दलों की शिकायतों के बाद महाराष्ट्र की पहली महिला डीजीपी शुक्ला का तत्काल प्रभाव से तबादला कर दे।
फनसालकर को अतिरिक्त प्रभार
चुनाव निकाय ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को निर्देश दिया कि वह शुक्ला का प्रभार कैडर के अगले सबसे वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को सौंप दें। अधिकारी ने बताया कि तदनुसार, 1989 बैच के आईपीएस अधिकारी फनसालकर को नए राज्य पुलिस प्रमुख की नियुक्ति होने तक डीजीपी का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
यह दूसरी बार है जब फनसालकर को राज्य के शीर्ष पुलिस अधिकारी की अतिरिक्त जिम्मेदारी सौंपी गई है। तत्कालीन डीजीपी रजनीश सेठ की सेवानिवृत्ति के बाद वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी को अस्थायी रूप से 10 दिनों के लिए – 31 दिसंबर 2023 से 9 जनवरी 2024 तक – राज्य पुलिस प्रमुख की भूमिका सौंपी गई थी।
कैसे आईं सुर्खियों में
सिर्फ 22 साल की उम्र में आईपीएस बन जानेवाली रश्मि शुक्ला महाराष्ट्र की पहली पुलिस महानिदेशक हैं। वह 2019 में राज्य की खुफिया प्रमुख रहने के दौरान विपक्षी नेताओं की फोन टैपिंग के कारण सुर्खियों में रही हैं।
उसके बाद राज्य में महाविकास आघाड़ी की सरकार आने के बाद उनके विरुद्धा प्राथमिकी दर्ज कर जांच करने के आदेश दे दिए गए थे। तब उनके अनुरोध पर केंद्र सरकार ने उन्हें प्रतिनियुक्ति पर सशस्त्र सीमा बल का महानिदेशक बना दिया था।
महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन
महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन होने पर उन्हें पुनः महाराष्ट्र बुलाकर उन्हें महाराष्ट्र का डीजीपी बना दिया गया था। वह इसी वर्ष जून में सेवानिवृत्त भी हो चुकी हैं। लेकिन उन्हें राज्य सरकार ने सेवा विस्तार दे दिया है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद से ही कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दल रश्मि शुक्ला को हटाने की घोषणा करते आ रहे थे।
पद पर बदलाव से इनकार
विपक्षी दलों का मानना था कि रश्मि शुक्ला के पद पर रहते चुनाव निष्पक्ष नहीं हो सकते। शुरुआत में चुनाव आयोग ने डीजीपी के पद पर बदलाव से इनकार कर दिया था। लेकिन आज विपक्षी दलों की मांग स्वीकार करते हुए रश्मि शुक्ला को हटाने एवं किसी नए डीजीपी के नेतृत्व में चुनाव कराने का फैसला किया है।