गुरुवार, 29 मई 2025, 6:39:40 PM. आगरा, उत्तर प्रदेश।
आगरा शहर की एक प्रतिभावान बेटी, डॉ. मुक्ता शुक्ला ने आयुर्वेद के क्षेत्र में असाधारण सफलता प्राप्त कर अपने शहर और प्रदेश का मान बढ़ाया है। उन्होंने ऑल इंडिया कंपटीशन (AIAPGET) में आगरा से एकमात्र छात्रा के रूप में अपना चयन सुनिश्चित किया, जो उनकी मेधा और लगन का प्रमाण है। इसके साथ ही, उन्होंने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है, जिसने उनकी बहुमुखी प्रतिभा को उजागर किया है।
AIAPGET में शानदार सफलता और पीजी में प्रवेश
डॉ. मुक्ता शुक्ला ने अपनी BAMS (बैचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी) की परीक्षा प्रथम श्रेणी में शानदार अंकों के साथ उत्तीर्ण की। इसके उपरांत, उन्होंने जिला अस्पताल, आगरा से अपनी छह माह की आवश्यक इंटर्नशिप सफलतापूर्वक पूर्ण की। इंटर्नशिप समाप्त होते ही, बिना किसी कोचिंग संस्थान में औपचारिक पढ़ाई किए, उन्होंने अखिल भारतीय आयुर्वेद पोस्ट ग्रेजुएट एंट्रेंस टेस्ट (AIAPGET) दिया। इस अत्यधिक प्रतिस्पर्धी परीक्षा में उन्होंने भारतवर्ष में एक उत्कृष्ट रैंकिंग हासिल की। विशेष रूप से, उत्तर प्रदेश में आयुर्वेद पीजी के लिए मात्र 77 सीटें उपलब्ध थीं, और डॉ. मुक्ता ने आगरा जिले से एकमात्र छात्रा के रूप में इन सीटों में अपना स्थान बनाया। उनकी मेहनत और समर्पण का फल उन्हें सबसे अच्छे कॉलेजों में से एक, राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज, तुड़ियागंज, लखनऊ के रूप में मिला है, जहाँ वे वर्तमान में डॉक्टर ऑफ मेडिसिन (आयुर्वेद) के प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। उनके अध्ययन काल के दौरान, उन्हें सरकार की ओर से नियमानुसार स्टायपेंड भी मिलता रहेगा, जो उनकी उपलब्धि का एक और सम्मान है।
‘नव परिवर्तन आइडिया हेक्थान – 2024’ में भी चयन
डॉ. मुक्ता शुक्ला की प्रतिभा सिर्फ अकादमिक उत्कृष्टता तक सीमित नहीं है। उन्होंने ‘नव परिवर्तन आइडिया हेक्थान – 2024’ नामक एक अखिल भारतीय स्तर की प्रतियोगिता में भी अपनी पहचान बनाई। यह प्रतिष्ठित टेस्ट अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA), नई दिल्ली, राष्ट्रीय उद्यमिता एवं लघु व्यवसाय विकास संस्थान (NIESBUD), नई दिल्ली (जो भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय के अंतर्गत एक स्वायत्त संस्थान है और उद्यमिता व लघु व्यवसाय विकास को बढ़ावा देता है), तथा भारतीय प्रबंधन संस्थान (IIM), लखनऊ जैसी तीन शीर्ष संस्थानों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित किया गया था। इस हेक्थान का उद्देश्य आयुर्वेद में नवाचार और उद्यमिता के लिए एक इनक्यूबेशन सेंटर (AIIA-iCAINE) विकसित करना और अकादमिक ज्ञान का लाभ उठाते हुए नए युग के उद्यमों को बढ़ावा देना था।
इस कड़ी प्रतिस्पर्धा में, डॉ. मुक्ता शुक्ला का चयन 101 बच्चों में हुआ, जो उनकी नवीन सोच और अनुसंधान क्षमता को दर्शाता है। IIM लखनऊ के कैंपस, सेक्टर 62, नोएडा में भारत में उच्च स्तरीय आयुर्वेद में अनुसंधान के क्षेत्र में इन चयनित बच्चों के लिए तीन दिवसीय पाठ्यक्रम चलाया गया। इस पाठ्यक्रम के समापन पर, इन सभी प्रतिभावान बच्चों को सम्मानित किया गया, जिसमें डॉ. मुक्ता भी शामिल थीं।
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उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मान और पारिवारिक पृष्ठभूमि
डॉ. मुक्ता शुक्ला की इस दोहरी उपलब्धि से उत्तर प्रदेश सरकार अत्यंत प्रसन्न हुई। उत्तर प्रदेश आयुष विभाग के प्रमुख सचिव श्री रंजन कुमार ने व्यक्तिगत रूप से अपने चैंबर में इन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को बुलाकर सम्मानित किया, जो उनकी उत्कृष्ट उपलब्धियों के लिए एक बड़ी सराहना है।
डॉ. मुक्ता शुक्ला के परिवार का भी समाज सेवा और उद्यमिता में महत्वपूर्ण योगदान है। उनके पिता, श्री राकेश शुक्ला, सीएलसी नगर निगम के उप सचिव के पद पर कार्यरत हैं। इसके साथ ही, वे कई सामाजिक संगठनों में पदाधिकारी हैं और लगभग 200 निराश्रित गोवंश के संचालन का कार्य भी बड़ी निष्ठा से देख रहे हैं। उनकी माता, श्रीमती निशा शुक्ला, अपनी स्वयं की कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर हैं, जो उनके परिवार में उद्यमिता और नेतृत्व के गुणों को दर्शाता है। डॉ. मुक्ता की यह सफलता उनके परिवार के संस्कारों और उनकी अपनी कड़ी मेहनत का परिणाम है।




