प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के कुछ घंटे बाद ही जम्मू के सांबा जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (IB) के पास संदिग्ध ड्रोन देखे गए। इसी क्रम में, पंजाब के जालंधर में भी सेना ने एक निगरानी ड्रोन मार गिराया। यह घटनाक्रम भारत और पाकिस्तान के महानिदेशक सैन्य संचालन (DGMO) के बीच हुई बैठक के तुरंत बाद सामने आया।
भारतीय सशस्त्र बलों ने स्पष्ट किया है कि स्थिति शांत और पूरी तरह से नियंत्रण में है। फिलहाल, दुश्मन के किसी ड्रोन की सूचना नहीं है, और सेना ने लोगों से न घबराने की अपील की है।
रिपोर्ट्स के अनुसार, सेना ने बताया है कि जम्मू-कश्मीर के सांबा के पास कुछ संदिग्ध ड्रोन देखे गए थे, जिनसे निपटा गया। इन घटनाओं के मद्देनजर, सांबा, कठुआ, राजौरी और जम्मू के कई इलाकों में एहतियातन ब्लैकआउट किया गया। माता वैष्णो देवी गुफा मंदिर और पूरे दर्शन पथ पर भी लाइटें बंद रखी गईं।
हालिया तनाव कश्मीर के उत्तरी जिलों कुपवाड़ा और बारामूला में शुरू हुआ था और बाद में दक्षिण के राजौरी, पुंछ, अखनूर और जम्मू जिले के परगवाल सेक्टर तक फैल गया। सीमा पार से गोलीबारी का असर बारामूला, कुपवाड़ा, पुंछ, राजौरी और जम्मू जैसे सीमावर्ती जिलों में देखा गया।
सीमा पार से लगातार हो रही गोलीबारी ने फरवरी 2021 में हुए भारत-पाकिस्तान संघर्ष विराम समझौते को और कमजोर कर दिया है। भारत-पाकिस्तान की 740 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा (LoC) पर पाकिस्तान द्वारा लगातार संघर्ष विराम का उल्लंघन किए जाने के कारण यह समझौता पहले से ही अप्रभावी माना जाता रहा है।