आगरा: राजस्थान में बांध बनाकर आगरा के हिस्से का पानी रोक लेने के मुद्दे को सांसद राज कुमार चाहर ने अपने हाथ में ले लिया है। सांसद ने उटंगन, खारी और किवाड़ नदी समेत आगरा की पांच नदियों का आगरा के हिस्से का पानी आगरा जिले को दिलाने की ठान ली है। इस दिशा में उन्होंने अपने कदम भी आगे बढ़ा दिए हैं।
सांसद राज कुमार चाहर ने सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता धर्मेंद्र सिंह फोगाट और अधिशासी अभियंता करन पाल के साथ बैठक कर यह समझा कि आगरा जिले से गुजरने वाली उटंगन, खारी और किवाड़ समेत अन्य नदियों के पानी में से आगरा (यूपी) का कितना हिस्सा है। राजस्थान में कहां-कहां पर बांध बनाकर आगरा के हिस्से का पानी रोक लिया गया है। अधिकारियों के साथ बैठक में सांसद ने यह तय किया कि आगरा को उसका हक दिलाने के लिए किस दिशा में चलकर लड़ाई लड़नी है.

सांसद चाहर ने कहा कि वे इन नदियों को जल बंटवारे में मिले यूपी के हिस्से को लाकर रहेंगे। इसका लाभ आगरा जनपद की किरावली, खेरागढ़, फतेहाबाद और बाह तहसील के सैकड़ों गांवों को मिलेगा। कभी इन नदियों में साल भर पानी रहता था, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से इनमें मानसून के मौसम में ही पानी दिखता है। बाकी के दिनों में ये नदियां जल शून्य हो जाती हैं। इसका विपरीत असर आगरा के हजारों किसानों पर पड़ा है.
भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि वे इस मामले को लेकर जल्द मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर उनके समक्ष पूरा विषय रखेंगे। यूपी सरकार के जरिए राजस्थान सरकार के समक्ष इन नदियों के यूपी के हिस्से के पानी की दावेदारी प्रस्तुत की जाएगी। उन्होंने कहा कि नदियों के जल पर उन सभी राज्यों का अधिकार होता है जहां से वे गुजरती हैं। राजस्थान सरकार ने यूपी के हिस्से का पानी पांचना और अजान बांध बनाकर रोक लिया है। इससे आगरा की जल संचय संरचनाएं वीरान पड़ी हुई हैं। हम आगरा का हक नहीं छोड़ेंगे और इसे लेकर रहेंगे.