हरियाणा पुलिस को बड़ी कामयाबी, एक आरोपी गिरफ्तार
कांग्रेस नेत्री हिमानी नरवाल हत्याकांड में हरियाणा पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। पुलिस ने इस मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उससे पूछताछ की जा रही है। हिमानी नरवाल का शव 1 मार्च को रोहतक जिले के सांपला बस स्टैंड के पास एक सूटकेस में मिला था। हरियाणा पुलिस ने इस मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। रोहतक पुलिस की चार टीमें घटना में शामिल अपराधियों की तलाश में जुटी हुई हैं।
हिमानी नरवाल का शव सूटकेस में मिला
हिमानी नरवाल की उम्र 22 साल थी और वह रोहतक के विजय नगर में रहती थीं। पुलिस के अनुसार, हिमानी के गले पर चुन्नी लिपटी हुई मिली थी। आशंका है कि पहले चुन्नी से गला घोंटकर हत्या की गई और फिर शव को सूटकेस में बंद कर फेंक दिया गया। डीएसपी रजनीश कुमार ने बताया कि अलग-अलग पहलुओं से हत्याकांड की जांच की जा रही है। फिलहाल परिवार ने किसी पर शक नहीं जताया है। हिमानी का फोन बरामद कर लिया गया है और सीसीटीवी कैमरों की जांच की जा रही है। साइबर सैल की भी मदद ली जा रही है। पुलिस का कहना है कि जल्द ही हत्याकांड का पर्दाफाश हो जाएगा।
हिमानी के भाई ने क्या कहा?
हिमानी नरवाल के भाई जतिन ने बताया कि उनकी मां को थाने से फोन आया और उन्हें घर आने को कहा गया। थाने से फोन आया कि हिमानी नाम की एक महिला की लाश मिली है। उन्होंने मुझे आकर उसकी पहचान करने को कहा। पहचान के दौरान वह मेरी सगी बहन निकली। हमने पोस्टमॉर्टम के लिए सहमति दे दी है, लेकिन अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। जतिन ने कहा कि हिमानी 10 साल से कांग्रेस पार्टी की सक्रिय सदस्य थी और वह भूपेंद्र सिंह हुड्डा की करीबी थी। उन्होंने सरकार और प्रशासन से न्याय की गुहार लगाई।
मृतक की मां ने न्याय की मांग की
हिमानी की मां सविता ने कहा कि अगर उनकी बेटी को न्याय नहीं मिला तो वह उसका अंतिम संस्कार नहीं करेंगी। उन्होंने बताया कि थाने से फोन आया और बताया गया कि उनकी बेटी का शव सांपला बस स्टैंड पर मिला है। इस खबर से पूरा परिवार सदमे में है। सविता ने कहा कि हिमानी आशा हुड्डा (भूपेंद्र सिंह हुड्डा की पत्नी) के बहुत करीब थी। उन्होंने कहा, “जब तक उसे न्याय नहीं मिल जाता, मैं उसका अंतिम संस्कार नहीं करूंगी। मेरे बड़े बेटे की 2011 में हत्या कर दी गई और हमें कभी न्याय नहीं मिला। इसलिए दूसरे बेटे को उसकी जान बचाने के लिए बीएसएफ कैंप ले गई।”
हिमानी कांग्रेस की सक्रिय कार्यकर्ता थीं
हिमानी नरवाल पिछले 10 साल से कांग्रेस पार्टी से जुड़ी हुई थीं और भूपेंद्र सिंह हुड्डा की करीबी मानी जाती थीं। चुनाव के बाद वह पार्टी से थोड़ी निराश हो गई थीं। हिमानी शादी करने के लिए भी राजी हो गई थीं। उनकी हत्या ने पार्टी और परिवार को गहरा सदमा पहुंचाया है।