आगरा में एक युवक ने अपनी पत्नी की हत्या करने के बाद खुद भी फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सोमवार सुबह जब परिजन घर पहुंचे, तो दरवाजा बंद मिला। दरवाजा तोड़ने पर युवक फांसी के फंदे पर झूलता मिला और उसकी पत्नी बेड पर मृत अवस्था में पाई गई। मामले की जांच में पुलिस को कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
आगरा में पारिवारिक विवाद बना हादसे का कारण
बाह (आगरा)। बाह के बिजौली गांव में रहने वाले 25 वर्षीय युवक धीरज कुमार और उसकी पत्नी किरण के बीच विवाद के चलते यह दुखद घटना घटी। दंपति की शादी अप्रैल 2024 में हुई थी। दोनों घर की दूसरी मंजिल पर रहते थे, जबकि धीरज की मां और परिवार के अन्य सदस्य नीचे रहते थे। सोमवार सुबह जब धीरज नीचे नहीं आया, तो उसकी मां ने ऊपर जाकर दरवाजा खटखटाया।
दरवाजा तोड़कर अंदर पहुंची पुलिस
दरवाजा अंदर से बंद था और कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। शोर सुनकर पड़ोसी पहुंचे और दरवाजा तोड़ा गया। अंदर युवक का शव पंखे से लटका मिला और उसकी पत्नी मृत अवस्था में बेड पर थी। महिला के पिता ने आरोप लगाया कि उनकी बेटी के साथ हिंसा की गई है।
पुलिस जांच में जुटी, पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार
पुलिस अधिकारी सुरेश चंद्र ने बताया कि महिला का शव फूल चुका था, जिससे मृत्यु का स्पष्ट कारण नहीं पता चल पाया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति साफ होगी। फिलहाल महिला के परिजनों ने कोई लिखित शिकायत दर्ज नहीं कराई है।
आसपास के लोगों ने नहीं सुनी कोई आवाज
घटना की रात धीरज मजदूरी से लौटकर अपने कमरे में चला गया था। पड़ोसियों और परिवार ने किसी झगड़े की आवाज नहीं सुनी। शुरुआती जांच में अनुमान लगाया जा रहा है कि पति-पत्नी के बीच विवाद के बाद यह घटना हुई।
परिवार के अन्य सदस्य दिल्ली में रहते हैं
धीरज के दो भाई, राजेश और नीरज, दिल्ली में मजदूरी करते हैं। बड़े भाई राजेश की पत्नी और मां घर के निचले हिस्से में रहती हैं। घटना के बाद महिला के पिता ने दोनों भाइयों को बुलाने की मांग की है। परिजनों ने कहा है कि वे पूरी सच्चाई जानने के लिए उनसे बातचीत करना चाहते हैं।
परिवार और समाज में शोक की लहर
घटना के बाद पूरे गांव में मातम का माहौल है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी है। दोनों पक्षों के बयान दर्ज किए जा रहे हैं। घटना ने पारिवारिक विवादों के गंभीर परिणामों को उजागर किया है।
सामाजिक विशेषज्ञों ने की जागरूकता की अपील
विशेषज्ञों का कहना है कि पारिवारिक विवादों को समय पर सुलझाने और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इस तरह की घटनाएं समाज के लिए चेतावनी हैं, जो यह दिखाती हैं कि संवाद की कमी और तनावपूर्ण माहौल कितने घातक हो सकते हैं।
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