विराट कोहली का रणजी ट्रॉफी में खेलना तय, दिल्ली के टीम मैनेजमेंट को बता दी तारी
भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने घरेलू क्रिकेट में खेलने का मन बना लिया है। उन्होंने यह निर्णय भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के नए नियमों को ध्यान में रखते हुए लिया है, जिसके अनुसार सभी खिलाड़ियों को ऑफ टाइम में घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य कर दिया गया है। यह निर्णय कोहली के लिए खास है, क्योंकि वह करीब 12 साल बाद रणजी ट्रॉफी के मैदान पर नजर आएंगे।
घरेलू क्रिकेट में कोहली की वापसी
कोहली ने 30 जनवरी से रेलवे के खिलाफ दिल्ली की ओर से खेलने के लिए खुद को उपलब्ध बताया है। इस सीजन के दौरान दिल्ली के पास सिर्फ दो ही मैच बचे हैं, और कोहली ने सीजन के आखिरी मैच के लिए खुद को उपलब्ध रखा है। ऑस्ट्रेलिया दौरे पर गर्दन में खिंचाव होने के कारण वह सौराष्ट्र के खिलाफ 23 जनवरी से शुरू होने वाले मैच में उपलब्ध नहीं रह पाएंगे, लेकिन उन्होंने दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (DDCA) को सूचित कर दिया है कि वह रणजी ट्रॉफी के आखिरी लीग मैच में खेलने के लिए तैयार हैं।
कोच और टीम मैनेजमेंट का निर्णय
दिल्ली के मुख्य कोच सरनदीप सिंह ने पीटीआई से कहा, ‘विराट ने डीडीसीए अध्यक्ष (रोहन जेटली) और टीम मैनेजमेंट को बता दिया है कि वह रेलवे के खिलाफ मैच के लिए उपलब्ध हैं।’ भारतीय क्रिकेट बोर्ड (BCCI) ने ऑस्ट्रेलिया में सीरीज हारने के बाद अपने अनुबंधित क्रिकेटरों के लिए फिटनेस से जुड़ी कोई समस्या नहीं होने पर घरेलू क्रिकेट खेलना अनिवार्य कर दिया है।
कोहली का घरेलू क्रिकेट में योगदान
विराट कोहली की घरेलू क्रिकेट में वापसी उनके करियर के लिए महत्वपूर्ण हो सकती है। कोहली ने रणजी ट्रॉफी में दिल्ली के लिए खेलते हुए अपने करियर की शुरुआत की थी और वह एक बार फिर से इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में हिस्सा लेकर अपनी फिटनेस और फॉर्म को परख सकते हैं। कोहली का घरेलू क्रिकेट में खेलना युवा खिलाड़ियों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत बनेगा और उन्हें अपने करियर को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का मौका मिलेगा।
रणजी ट्रॉफी का महत्व
रणजी ट्रॉफी भारत का प्रमुख घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट है और यह खिलाड़ियों को अपने कौशल को सुधारने और राष्ट्रीय टीम में जगह पाने का एक महत्वपूर्ण मंच प्रदान करता है। इस टूर्नामेंट में खेलकर खिलाड़ी अपने खेल को और अधिक सुधार सकते हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं। विराट कोहली जैसे अनुभवी खिलाड़ी का इस टूर्नामेंट में हिस्सा लेना इसका महत्व और भी बढ़ा देता है।
कोहली की तैयारी
विराट कोहली की तैयारी की बात करें तो वह पिछले कुछ समय से अपनी फिटनेस और फॉर्म पर ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने अपने खेल में लगातार सुधार किया है और घरेलू क्रिकेट में वापसी के लिए कड़ी मेहनत की है। कोहली का मानना है कि घरेलू क्रिकेट में खेलकर वह अपनी फॉर्म को वापस पा सकते हैं और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
टीम मैनेजमेंट की उम्मीदें
दिल्ली के टीम मैनेजमेंट को भी विराट कोहली से काफी उम्मीदें हैं। टीम के कोच और मैनेजमेंट का मानना है कि कोहली का अनुभव और कौशल टीम के लिए बहुत उपयोगी साबित होगा। वह युवा खिलाड़ियों को मार्गदर्शन देने और टीम को मजबूती प्रदान करने में मदद करेंगे। कोच सरनदीप सिंह ने कहा कि कोहली की वापसी से टीम का मनोबल बढ़ेगा और खिलाड़ियों को उनसे सीखने का मौका मिलेगा।
कोहली की रणजी ट्रॉफी में भूमिका
विराट कोहली की रणजी ट्रॉफी में भूमिका महत्वपूर्ण होगी। वह टीम के लिए एक प्रमुख बल्लेबाज के रूप में खेलेंगे और उनका लक्ष्य रन बनाना और टीम को जीत दिलाना होगा। कोहली का अनुभव और उनकी बल्लेबाजी का कौशल टीम के लिए बहुत महत्वपूर्ण होगा। वह मैदान पर अपनी रणनीति और नेतृत्व से टीम को प्रेरित करेंगे और युवाओं को आगे बढ़ने का मार्ग दिखाएंगे।
कोहली की वापसी का असर
विराट कोहली की घरेलू क्रिकेट में वापसी का असर न केवल दिल्ली की टीम पर बल्कि पूरे क्रिकेट जगत पर होगा। कोहली के इस कदम से युवा खिलाड़ियों को प्रेरणा मिलेगी और उन्हें अपनी फिटनेस और खेल पर ध्यान देने का संदेश मिलेगा। कोहली का यह निर्णय घरेलू क्रिकेट को बढ़ावा देने और इसे महत्वपूर्ण मानने के लिए एक सकारात्मक संदेश है।
आने वाले मैच और कोहली की योजना
विराट कोहली ने 30 जनवरी से शुरू होने वाले दिल्ली और रेलवे के मैच के लिए खुद को उपलब्ध बताया है। इस मैच के बाद वह भारतीय वनडे टीम में अपनी वापसी करेंगे, जो फरवरी में शुरू होने वाली चैम्पियन्स ट्रॉफी से पहले इंग्लैंड के खिलाफ 3 मैचों की वनडे सीरीज खेलेगी। कोहली का लक्ष्य अपनी फॉर्म को सुधारना और भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण योगदान देना होगा।
विराट कोहली की रणजी ट्रॉफी में वापसी क्रिकेट प्रेमियों के लिए एक महत्वपूर्ण और उत्साहजनक घटना है। उनके इस निर्णय से घरेलू क्रिकेट का महत्व और भी बढ़ जाएगा और युवा खिलाड़ियों को उनसे प्रेरणा मिलेगी। कोहली का यह कदम भारतीय क्रिकेट के लिए एक सकारात्मक संकेत है और इससे उन्हें अपने खेल को और सुधारने का मौका मिलेगा।
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