उत्तराखंड निकाय चुनाव: शांतिपूर्ण मतदान संपन्न, 25 जनवरी को आएंगे परिणाम
Published: 24 January 2025
उत्तराखंड में नगर निकाय चुनाव शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुए। 11 नगर निगम, 43 नगर पालिका, और 46 नगर पंचायतों समेत कुल 100 निकायों में मतदान हुआ। बैलेट पेपर से हुए इस चुनाव में कुल 57% मतदान दर्ज किया गया। सुबह से ही मतदाताओं में खासा उत्साह देखने को मिला। चुनाव परिणाम 25 जनवरी 2025 को घोषित किए जाएंगे।
मतदान के प्रति जनता का उत्साह
उत्तराखंड के 11 नगर निगमों और अन्य 89 स्थानीय निकायों में सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान प्रक्रिया चली। मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर भाग लिया, जिससे बूथों पर दिनभर लंबी कतारें देखने को मिलीं। इस चुनाव में वोटिंग का औसत 56.81% रहा।
केसर वाला क्षेत्र में मतदान का बहिष्कार
देहरादून जिले के केसर वाला क्षेत्र के मतदाताओं ने वोटिंग का बहिष्कार किया। यह बहिष्कार क्षेत्र को नगर निगम सीमा में शामिल करने के विरोध में किया गया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि निगम क्षेत्र में शामिल होने के बावजूद उनके इलाके में विकास कार्य शुरू नहीं हुए।
निवासियों ने यह भी आरोप लगाया कि उनकी लंबे समय से की जा रही मांगों को अनदेखा किया गया है। इस वजह से उन्होंने मतदान में हिस्सा न लेने का निर्णय लिया। प्रशासन ने इस स्थिति को शांतिपूर्ण ढंग से संभालने का प्रयास किया।
चुनाव प्रचार में भाजपा और निर्दलीय उम्मीदवारों का संघर्ष
उत्तराखंड निकाय चुनाव में भाजपा और निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। राज्य के विभिन्न नगर निगम और नगर पालिका क्षेत्रों में भाजपा के प्रत्याशियों ने प्रचार किया।
ऋषिकेश में कैबिनेट मंत्री की अपील
ऋषिकेश नगर निगम क्षेत्र में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने गुमानीवाला और मनसा देवी क्षेत्र में भाजपा के पक्ष में प्रचार किया। उन्होंने जनता से अपील की कि वे भाजपा उम्मीदवारों को वोट देकर नगर निगम में विकास कार्यों को मजबूती दें।
निर्दलीय उम्मीदवार के नारे
कैबिनेट मंत्री के प्रचार के दौरान निर्दलीय मेयर प्रत्याशी के समर्थकों ने उनके सामने चुनाव चिह्न ‘कुल्हाड़ी’ के पक्ष में नारे लगाए। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिससे यह मामला चर्चा का विषय बन गया।
पौड़ी नगर पालिका में विवाद
पौड़ी जिले के वॉर्ड नंबर-5 में नाबालिग बच्चों के नाम वोटर लिस्ट में शामिल होने की शिकायतें सामने आईं। इस मामले को लेकर वहां विवाद खड़ा हो गया।
स्थानीय लोगों ने यह भी शिकायत की कि कुछ वैध मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से गायब हैं। इन घटनाओं को लेकर प्रशासन को स्थिति को संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
चंपावत में मतदान प्रक्रिया बाधित
चंपावत जिले के लोहाघाट के कचहरी वॉर्ड में मतदान के दौरान स्याही की गुणवत्ता को लेकर विवाद हो गया।
स्याही की समस्या
मतदाताओं ने शिकायत की कि मतदान के लिए उपयोग की जाने वाली स्याही ठीक से काम नहीं कर रही थी। प्रत्याशियों ने इस पर आपत्ति जताई। इसके बाद जोनल मजिस्ट्रेट ने मतदान प्रक्रिया को अस्थायी रूप से रोक दिया।
घंटों इंतजार
स्याही की समस्या के कारण मतदान में घंटों देरी हुई। मतदाताओं को इस दौरान लंबा इंतजार करना पड़ा। हालांकि, प्रशासन ने तुरंत स्याही बदलकर मतदान को फिर से शुरू कराया।
देहरादून में तीखी झड़प
देहरादून नगर निगम के वॉर्ड नंबर-57 में भाजपा विधायक उमेश काऊ और निर्दलीय प्रत्याशी विवेक कोठारी के बीच तीखी बहस हो गई।
विवाद का कारण
मानव भारती स्कूल में बने मतदान केंद्र पर दोनों नेताओं के समर्थकों के बीच कहासुनी हो गई, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। अधिकारियों ने हस्तक्षेप कर स्थिति को नियंत्रण में लाया।
राज्यभर में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद
चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस और प्रशासन ने व्यापक बंदोबस्त किए। प्रत्येक मतदान केंद्र पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई थी।
चुनाव आयोग का बयान
राज्य चुनाव आयोग ने कहा कि सभी मतदान केंद्रों पर चुनाव प्रक्रिया सुचारू और शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। सुरक्षा बलों की तैनाती और प्रशासनिक प्रबंधन के चलते कहीं भी गंभीर विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं हुई।
चुनाव परिणाम का इंतजार
उत्तराखंड निकाय चुनाव के नतीजे 25 जनवरी को घोषित किए जाएंगे। मतगणना के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। चुनाव परिणाम राज्य के राजनीतिक परिदृश्य को प्रभावित कर सकते हैं।